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Intel के इस जबरदस्त फीचर फोन का नहीं है कोई मुकाबला, मात्र 2,299 रुपए में मिल रहे हैं धांसू फीचर

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Intel: आजकल वैसे तो भारत में अधिकतर लोग स्मार्टफोन को खरीदना पसंद करते हैं. लेकिन अभी भी देश की एक बड़ा वर्ग सस्ता होने की वजह से फीचर फोन का इस्तेमाल करता है. फीचर फोन को सबसे ज्यादा उपयोग निम्न मध्यम वर्गीय लोग ज्यादा करते हैं. इसलिए अभी भी फीचर फोन की खरीददारी खूब होती है. इसी को देखते हुए Intel ने भारत में दो नए फीचर फोन intel Magic और Magic X Play फोन पेश किए हैं.चलिए इनके फीचर्स के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं.

Itel Magic X फीचर्स

फीचर्स की बात करें तो इस फोन में 2.4 इंच के 3D कर्व्ड QVGA डिस्प्ले मिलता है. फोन में Unisoc T107 प्रोसेसर लगाया गया है. इसमें VGR रियर कैमरा दिया गया है, जिसका साथ फ्लैश लाइट भी लगी हुई है.

अगर रैम और स्टोरेज पर ध्यान दें तो इस फोन में 48 MB की रैम और 128 MB की इंटरनल स्टोरेज मिलती है. इसके अलावा मेमोरी कार्ड के जरिए 64 GB तक मेमोरी को बढ़ा सकते हैं. इस मोबाइल में 2,000 कॉनटैक्ट्स, 500 SMS और 250 MMS स्टोर कर सकते हैं.

Itel Magic X में 1,200 mAh की बैटरी लगाई गई है. फोन में notifications के लिए LED लाइट भी दी गई है. यह फोन 4G Volte नेटवर्क के साथ आता है. इसके अलावा यह डुअल सिम 4G सिम कार्ड, वायरलेस FM, ब्लूटूथ और 3.5 mm जैक जैसे फीचर्स के साथ आता है.

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इतना ही नहीं इस फोन में एक म्यूजिक ऐप भी दी गई है जिसमें 10 मिलियन म्यूजिक ट्रैक्स मौजूद हैं. इसके साथ ही whatsapp के विकल्प में LetsChat ऐप भी दी गई है. यह फोन Midnight Black और Pearl White जैसे दो कलर के साथ बाज़ार में उतरेगा.

Intel Magic X Play फीचर्स

इस फोन में 1.77 इंच का 3D कर्व्ड डिस्प्ले मिलता है. इस फोन में 1,900 mAh की बैटरी दी गई है. फोन के बाकी सभी फीचर्स Itel Magic X की तरह ही समान हैं.यह फोन Midnight Black और Mint Green कलर के साथ बाज़ार पेश किया गया है.

कीमत

Itel Magic X फोन की कीमत 2,299 रुपये है. तो वहीं Itel Magic X Play की कीमत 2,099 रुपये है. यह दोनों फोन ऑनलाइन और ऑफलाइन बाज़ार में बिक्री के लिए उपलब्ध होगा.

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Heavy Battery Smartphone: ये हैं धाकड़ बैटरी वाले स्मार्टफोन, घंटों यूज करने पर नहीं होंगे डिस्चार्ज

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Smartphones With Heavy Battery: जब हम कभी लंबे सफर पर निकलते हैं तो इस बात का ध्यान रखते हैं कि हमारे मोबाइल की बैटरी फुल चार्ज है या नहीं? क्योंकि सफर के दौरान अक्सर हम अपने स्मार्टफोन का यूज करते हैं जिसके चलते कभी-कभी स्विच बोर्ड पर पहुंचने से पहले ही हमारी मोबाइल की बैटरी डेड हो जाती है लेकिन बाजार में कुछ ऐसे भी धाकड़ मोबाइल है जिनके घंटो इस्तेमाल करने के बाद भी मोबाइल की बैटरी डिस्चार्ज नहीं होगी तो आइए जानते हैं इन फोन्स के बारे में.

Heavy Battery Smartphone
Heavy Battery Smartphone

Energizer Power Max P18K Pop

इस मोबाइल की खासियत ये है कि ये फोन काफी वजनदार है किसी ईंटनुमा दिखने वाला ये फोन 18000mAh बैटरी के साथ आता है इस हैंडसेट में फुल स्क्रीन वाला डिस्प्ले और ड्यूल पॉप-अप सेल्फी कैमरा सेटअप दिया गया है जो इसके डिजाइन को एक शानदार लुक देता है.

Energizer Power Max P16K Pro

एनर्जाइजर कंपनी का ये फोन भी बैटरी बैकअप के मामले में काफी धुरंधर है इस हैंडसेट में 16000mAh बैटरी मिलती है ये फोन भी काफी लोकप्रिय है  काफी भारी भरकम होने के साथ-साथ फोन में ड्यूल कैमरा और रियर पैनल पर फिंगरप्रिंट स्कैनर दिया गया है.

Blackview BV9100

ब्लैकब्यू कंपनी की तरफ से जारी 13000mAh की बैटरी वाले इस फोन में ड्यूल प्राइमरी कैमरा और 16 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया गया है इस डिवाइस में चार्जिंग और कनेक्टिविटी के लिए यूएसबी टाइप-सी पोर्ट मिल जाता है और फास्ट चार्जिंग सपॉर्ट भी दिया गया है.

Doogee BL12000

12000mAh पावरफुल बैटरी बाले इस फोन में स्टाइलिश डिजाइन दिया गया है इस फोन में 6000mAh की दो बैटरीज इस्तेमाल होता है  फोन में ड्यूल कैमरा सेटअप मिलता है डिवाइस में तरह फास्ट चार्जिंग और लंबा बैकअप दोनों ग्राहकों को मिल जाता है.

Gionee M30

चाइनीज कंंपनी जियोनी का ये M30 डिवाइस 10,000mAh की धाकड़ बैटरी के साथ आता है इस फोन में 25W फास्ट चार्जिंग का सपॉर्ट और यूएसबी टाइप-सी पोर्ट भी इस मोबाइल में दिया गया है इस स्मार्टफोन 8 मेगापिक्सल का फ्रंट और 16 मेगापिक्सल का रियर कैमरा दिया गया है इस फोन की कीमत करीब 15,000 के आसपास है.

Oukitel K10000 Pro

क्यूटिकल कंपनी की ओर से जारी 10,000mAh का दमदार बैटरी वाला यह फोन 16+2 मेगापिक्सल प्राइमरी कैमरा और 8 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा के साथ आता है इस फोन में 6.3 इंच LCD डिस्प्ले दिया गया है MediaTek Helio P60 प्रोसेसर के साथ फोन में 6 जीबी तक रैम दी गई है और फ्लैश चार्जिंग का सपॉर्ट भी दिया गया है.

Doogee BL9000

Doogee कंपनी पावरफुल बैटरी वाले फोन बनाने की होड़ में काफी आगे है Doogee कंपनी के इस सीरीज में 9000mAh की बैटरी के साथ फास्ट चार्जिंग का सपॉर्ट मिलता है इसके अलावा एलईडी फ्लैश और फिंगरप्रिंट स्कैनर भी दिया गया है इस डिवाइस में रियर पैनल पर ड्यूल प्राइमरी कैमरा सेटअप दिया गया है.

Samsung Galaxy M51

सैमसंग कंपनी द्वारा बना ये Galaxy M51 भारतीय मार्केट में सबसे धाकड़ स्मार्टफोन है इस मोबाइल में 7000mAh की बैटरी मिलती है शानदार लुक के साथ इसमें फास्ट चार्जिंग का सपॉर्ट भी दिया गया है जिसमें रिवर्स चार्जिंग फीचर भी मौजूद है कैमरे की बात करें तो ये हैंडसेट 64 मेगापिक्सल क्वॉड प्राइमरी कैमरा और 32 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा के साथ बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध है.

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Period Pain : पीरियड्स के असहनीय दर्द से मिलेगी निजात, ये उपाय दर्द करेंगे छूमंतर

Period Pain: पीरियड्स के दौरान महिलाओं को दर्द होना नैचुरल है.लेकिन कुछ महिलाओं को इस दौरान भीषण दर्द और परेशानियों का सामना करना पड़ता है. पीरियड्स में चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, बदनदर्द, मूड स्विंग होना आम बात है.ये असहनीय दर्द पेट के साथ पूरे शरीर में होता है. पीरियड्स के दर्द से छुटकारा पाने के लिए कई महिलाओं को दवाइयां भी खानी पड़ती हैं. लेकिन कई बार इसके साइडइफेक्ट भी देखने को मिलते हैं.

Period Pain

हर्बल चाय दर्द करेगी दूर :

पीरियड्स में ग्रीन टी या हर्बल टी पीने से काफी आराम मिलता है. दर्द को कम करने के लिए बिना दूध की अदरक की चाय को काली मिर्च के साथ लेने से राहत मिलती है.इसके लगातार इस्तेमाल से  अनियमित पीरियड्स की शिकायत भी दूर होती है.

पेट की सिकाई से होगा फायदा :

हर घर में कांच की बोतल तो उपलब्ध रहती ही है.पीरियड्स में हीटिंग पैड या गर्म पानी की बोतल पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों में दर्द से राहत दिलाती हैं. पीठ दर्द से निजात के लिए  हीट पैड को पीठ के निचले हिस्से में रखा जा सकता है.

मालिश करने से दर्द से राहत :

पीरियड्स में नारियल या तिल के तेल से मालिश करने से दर्द में 5 से 10 मिनट के अंदर आराम मिलती है. दरअसल, नारियल या तिल के तेल में एंटीऑक्सिडेंट, एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण और लिनोलिक एसिड मौजूद रहता है

योग और लाइट एक्सरसाइज करें :

डॉक्टर बताते हैं कि, योग और हल्के व्यायाम या टहलने से दर्द से निजात मिलती है. लेकिन इस दौरान हैवी एक्सरसाइज या तेज दौड़ने से बचना चाहिए. इसके साथ ही ज्यादा वजन उठाने से भी आपका दर्द बढ़ सकता है.

ये खान-पान कम करेगा दर्द :

पीरियड्स में स्प्राउट्स, बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, फल और ड्राई फ्रूट्स वगैरह फायदेमंद है. इन ठंडी चीजों छाछ, दही, लस्सी, कोल्डड्रिंक से दूरी बनाकर रखनी चाहिए.

शराब, कैफीन से करें तौबा :

महिलाओं को मुश्किल भरे दिन में ज्यादा तला भुना खाने से परहेज करना चाहिए.इसके साथ ही शराब, कैफीन वाली ड्रिंक्स भी आपका दर्द बढ़ा सकती है.इनके इस्तेमाल से शरीर में पानी की कमी और पेट की सूजन बढ़ जाती है.

Disclaimer-जरूरी नहीं है ये नुस्खें पेन रिलीफ में काम करें सब पर, यहां दिए गए टिप्स सामान्य जानकारी पर आधारित हैं.अपनाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें.

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Business Idea: 10 हजार के बिजनेस से कमाएं लाखों !

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Business Idea

अगर आप अपना बिजनेस करने की सोच रहें हैं तो आप 10 हजार के छोटे से निवेश से अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं. स्टेशनरी के कारोबार एक ऐसा कारोबार है जो कम निवेश से शुरू किया जा सकता है.फिर आप इसे धीरे धीरे बढ़ा सकते हैं. स्टेशनरी के प्रोडक्ट्स की मांग पूरे साल रहती है.स्टेशनरी की दुकान खोलना काफी फायदेमंद साबित होता है.

स्टेशनरी की सबसे ज्यादा मांग स्कूल -कॉलेज और ऑफिस में रहती है,जो कबी भी बंद नहीं होने वाले हैं.मतलब आपका व्यापार हमेशा  चलता रहेगा और आप पैसे कमाते रहेंगे. इस कारोबार में उतरकर लाखों की कमाई आप कर सकते हैं.पूरे साल स्टेशनरी के सामानों (Stationery Products) की जबरदस्त मांग रहती है. इसलिए इस कारोबार में ग्रोथ की संभावनाएं भी अधिक हैं.

Stationery Business

कम निवेश में शुरू हो सकता है बिजनेस :

आप अपने घर से इस बिजनेश की शुरुआत कर सकते हैं.अगर आपका घर रोड पर है, तो एक शॉप आप अपने घर पर निकाल कर इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं. इससे आपको दुकान की खरीद का निवेश बचेगा. अगर आप अपनी दुकान पर स्टेशनरी के ब्रांडेड प्रोडक्ट बेचते हैं, तो उसपर 30 से 40 फीसदी तक की बचत कर सकते हैं. वहीं, लोकल प्रोडक्ट्स पर आपकी कमाई दो से तीन गुना हो सकती है. आप शुरू में 10 हजार रुपये लगाकर भी इस बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं और पेन, पेंसिल, नोटबुक बेचकर कारोबार को आगे बढ़ा सकते हैं. होल सेल के भाव में स्टेशनरी के आइटम खरीदकर स्कूल और कॉलेज में जाकर खुदरा कीमत पर बेच सकते हैं.

बिजनेस के लिए चुने सही लोकेशन:

स्टेशनरी की ज्यादातर शॉप स्कूल या फिर कॉलेज के बाहर देखने को मिलती हैं.जो शॉप स्कूल –कॉलेज के बाहर होती हैं उनमें बिक्री ज्यादा होती है. इस लिए अगर आप अपनी शॉप किसी स्कूल या फिर कॉलेज के पास शुरू करते हैं तो इसके चलने चांसेस ज्यादा बढ़ जाते हैं. स्टेशनरी के आइटम (Stationary Items) की डिमांड हर समय रहती हैं. अपनी स्टेशनरी की दुकान में बच्चों के गिफ्ट आप ऑप्शन के तौर पर रख सकते हैं.वहीं शादी के कार्ड, गिफ्ट कार्ड जैसी चीजें भी रखकर आप बेच सकते हैं. स्टेशनरी की दुकान खोलने के लिए आपको ‘शॉप एंड एस्टेब्लिशमेंट एक्ट’ तहत रजिस्ट्रेशन करवाना होगा एक ठीक-ठाक स्टेशनरी की दुकान खोलने के लिए 300 से 400 स्क्वायर मीटर जगह की जरूरत पड़ेगी.

कैसे आगे बढ़ाएं अपने बिजनेस को:

वैसे तो स्टेशनरी के बिजनेस में काफी स्कोप है.लेकिन अगर आप बिजनेस को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो आप आस-पास के स्कूलों से टाई-अप कर सकते हैं. स्कूल और कॉलेज से टाई-अप करने का आपको फायदा मिल सकता है. लेकिन इस सब के बीच जो सबसे जरूरी चीज है मार्केटिंग.आज कल किसी भी बिजनेस को बढ़ाने के लिए उसकी मार्केटिंग होनी बहुत जरूरी है.इस लिए आप अपने शॉप की मार्केटिंग करना ना भूलें.सोशल मीडिया एक बहुत अच्छा विकल्प है मार्केटिंग का, तो इस लिए आप सोशल मीडिया पर अपने शॉप की मार्केटिंग कर सकते हैं. वहीं पंपलेट छपवा कर आप स्कूल और कॉलेज में बांट सकते है और अपने बिजनेस को बढ़ा सकते हैं

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Winter Food Tips: सर्दी में नहीं पड़ेंगे बीमार,खाएं ये खाना

Winter Food Tips :

सर्दी आते ही कई तरह की बीमारियां लोगों को घेर लेती हैं. हालांकि कुछ सावधानियां और सही खान-पान आपको इन बीमारियों और ठंड लगने से बचा सकता है. अक्सर बदलते मौसम में मूड स्विंग भी होता है। ऐसे में पौष्टिक खान-पान जरूरी है.तो चलिए हम आपको बताते हैं आखिर आप सर्दियों में ऐसा क्या खाएं जो आपकी सेहत को बिल्कुल चुस्त-दुरुस्त रखे.

सही खान-पान से दूर होंगी बीमारियां

खाने में ज्यादा लें कार्बोहाइड्रेट :

अंडे का सफेद वाला हिस्सा, टमाटर, चावल, गेहूं, सेब और ड्राई फ्रूट्स में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा पाया जाता है. वैसे वजन कम करने के लिए लोगों को कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम करने की सलाह दी जाती है. लेकिन, शरीर को लिमिटेड ही सही रेगुलर कार्बोहाइड्रेट की जरुरत होती है.

ज्यादा खाएं फल और सब्जियां:

कोशिश कीजिए आप अपने खाने में पपीता, कद्दू, गाजर, टमाटर, पालक साग, अमरूद जैसी मौसमी सब्जियों और फलों को शामिल करें.बताया जाता है कि, फल और सब्जियां खाने से एक ओर जहां कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव होता है. वहीं दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम होता है. इसके साथ ही हरी सब्जियां और फल खाने वाले लोग सब्जियां और फल नहीं खाने वालों की तुलना में कहीं ज्यादा खुश रहते हैं.

प्याज है गुणों का पिटारा:

प्याज हर मौसम में फायदेमंद रहता है. इसे आप अपने खाने में कई तरह से शामिल कर सकते हैं. इसमें कैलोरी की मांत्रा कम होती है.लेकिन ये विटामिन सी और फाइबर से भरपूर होता है. जहां विटामिन सी आपकी इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए जाना जाता है. वहीं फाइबर, आपकी आंत को स्वस्थ रखने में मदद करता है.

मजबूती देंगे ड्राई फ्रूट्स :

ठंड के मौसम में ड्राई फ्रूट्स खाने से कई तरह के फायदे होते हैं. रेगुलर खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. ये शरीर को अंदर से गर्म रखकर शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं. इसके साथ ही सर्दी के मौसम में इन्हें पानी में भिगोकर खाना और ज्यादा लाभकारी होता है.

Disclaimer-जरूरी नहीं है आपक इस तरह का खान -पान अपना बीमार न पड़ें. यहां दिए गए टिप्स सामान्य जानकारी पर आधारित हैं.अपनाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें.

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सावधान : अपनी गाड़ी के नंबर पर भूलकर भी ना लिखें ये शब्द, नहीं तो देना पड़ सकता है इतना जुर्माना

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Traffic Rules: सड़कों पर ड्राइविंग से जुड़े नियमों के बारे में हम और आप अच्छी तरह जानते ही हैं. यदि ड्राइविंग करते वक्त हमें सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों के उल्लंघन के दायरे में आते हैं तो हमें जुर्माना भी देना पड़ जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आप जिस कार को आप चला रहे हैं उसकी नंबर प्लेट की खराब हालत भी आपको हजारों रुपए की चपत लगवा सकती है आइए आपको बताते हैं कैसे-

Traffic Rules in india: सड़कों पर कार ड्राइविंग से जुड़े रूल्स के बारे में तो हम सभी जानते ही हैं लेकिन गाङी के नंबर प्लेट से भी बहुत सारे नियम जुड़ें हुए हैं बिना नंबर प्लेट या कोई खास शब्द लिखकर अगर आप कार ड्राइविंग करते हैं तो सावधान हो जाइए नहीं तो आपका भी तगड़ा चालान कट सकता है.ये तो हम जानते हैं कि बिना नंबर प्लेट के गाड़ी चलाने से ट्रैफिक के नियमों को उल्लंघन होता है और इसके लिए हमें भारी जुर्माना भी देना पड़ता है.

Traffic Rules
Traffic Rules

हम जब भी हम कोई नई गाड़ी खरीदने शोरूम जाते हैं तो गाड़ी खरीदने पर हमें शोरूम द्वारा एक अस्थाई नंबर दिया जाता है.जिसके बाद ही अपनी नई गाड़ी सड़कों पर दौड़ा सकते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो इस नंबर प्लेट की जगह अपनी नई गाड़ी पर AF यानी कि अप्लाइड फॉर लिखकर गाड़ी चलाना शुरु कर देते हैं. अगर आप भी ऐसा ही करते हैं तो सावधान हो जाइए नहीं तो आपको भी हजारों रुपए का जुर्माना देना पड़ सकता है.

इतना देना पड़ेग़ा जुर्माना (This much fine will have to be paid)दरअसल कुछ दिनों पहले ही दिल्ली ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने कुछ नए नियमों को लागू किया है जिसके मुताबिक यदि आप अपनी नई गाड़ी को बिना नंबर प्लेट के सड़कों पर दौड़ते हुए पाए जाते हैं तो पहली बार मैं आपको ₹90 तथा समान स्थिति में दूसरी बार पकड़े जाने पर ₹270 देने पड़ेंगे.इतना देना पड़ेगा जुर्माना (have to pay this much fine)

दरअसल कुछ दिनों पहले ही दिल्ली ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने कुछ नए नियमों को लागू किया है जिसके मुताबिक यदि आप अपनी नई गाड़ी को बिना नंबर प्लेट के सड़कों पर दौड़ते हुए पाए जाते हैं तो पहली बार मैं आपको ₹90 तथा समान स्थिति में दूसरी बार पकड़े जाने पर ₹270 देने पड़ेंगे.

दूसरे नियम के अनुसार अगर आप बिना रजिस्ट्रेशन कराए या नंबर प्लेट के स्थान पर AF लिखकर गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाते हैं तो प्राथमिक स्थिति में आपको ₹4500 तथा दूसरी बार समान गलती करने पर आपको इसका दुगना यानी कि और ₹9000 तक का चालान कटवाना पड़ सकता है.

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Belly Fat: 7 दिन में पाइए नोरा फतेही जैसी पतली कमर,पीजिए ये 5 ड्रिंक्स

Belly Fat: आप वजन को घटाने के सारे तरीकों को अपना चुकी हैं.लेकिन जिद्दी बेली फैट कम होने के नाम नहीं ले रहा है.एक्सरसाइज और योग भी आपका जिद्दी बेली फैट कम नहीं कर पा रहा है. तो आप कुछ घरेलू होम मेड ड्रिंक्स को बनाकर पिए,ये ड्रिंक्स आपके जिद्दी बेली फैट कम करेगा.

अगर आप रेगुलर इन ड्रिंक्स को पीती हैं तो आपको इसका फायदा दिखने लगेगा.यहां हम आपको पांच ऐसे ड्रिंक्स के बारे में बताएंगे जिसका सेवन करने से आपकी बेली फैट कम होने लगेगी.तो चलिए देखते हैं कौन से वो होम मेड ड्रिंक्स है जिन्हें आप बड़ी ही आसानी से बना सकती हैं.

ड्रिंक्स से होगा चमत्कार !

कौन-कौन से ड्रिंक्स पिएं ?

मेथी का पानी पानी :

अगर आप मेथी (Fenugreek) का सेवन किसी भी रूप में करती  हैं तो ये आपके लिए फायदेमंद होगा.फिर चाहे वो मेथी की चाय हो या पानी. अगर आपको मेथी का पानी पीते हैं तो इसे रात में एक गिलास में भिगों दे,फिर सुबह इसे खौला कर पी लें.ऐसा करने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा.मेथी में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है जो बहुत ही गुणकारी होतै हैं.किचन में मिलने वाली मेथी आपके लिए फैट बर्नर का काम करेगी और आपकी बॉडी को डीटॉक्स करेगी.

सेब का सिरका :

आजकल काफी लोग वेट लॉस के लिए इस ड्रिंक का इस्तेमाल करते है. सेब साइडर सिरका आपकी कम को कई तरह  से लाभ पहुंचा सकता है.सेब के सिरके में एसिटिक एसिड होता है, जो हमारे मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर हमारी भूख को कम करता है और एक फैट बर्नर की तरह काम करता  है.

खीरा-अजवाइन का ड्रिंक :

अगर आप अपने वजन को कम करना चाहते है तो इस ड्रिंक को बना कर पिए ये बहुत ही हाईड्रेटिंग होता है.एक खीरे को बारीक टुकड़ों में काट लें. फिर मिक्सी में अजवाइन के कुछ टहनियों के साथ उन्हें अच्छी तरह से ब्लेंड करें इसमें स्वाद के लिए आप नींबू और नमक डाल कसते हैं खीरा आपकी बॉडी को डटॉक्स करता है. खीरे में काफी कम कैलोरी होती हैं, इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन ए, बी पाया जाता है.वहीं अजवाइन हमारे ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस करती है और पाचन को दुरुस्त रखती है.

नींबू पानी :

वजन कम करने के लिए तरीके को लोग सालों से अपनाते आ रहे हैं. अगर आप अपनी सुबह की शुरुआत नींबू पानी के साथ करते हैं तो ये आपकी सेहत के लिए काफी अच्छा है.नींबू में विटामिन सी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो आपके फैट को तेजी से घटाता है.एक गिलास गर्म पानी में आप अगर नींबू मिलाकर पीते हैं तो ये आपको पतली कमर जरूर देगा.

ग्रीन टी :

ग्रीन टी के गुण बताने की जरूरत नहीं.आप सभी जानते हैं कि ग्रीन टी फैट कटर का काम करती हैं. ज्यादादर वो लोग जो अपना वेट लॉस करना चाहते हैं वो इसका सेवन जरूर करते हैं.ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है जो हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. ग्रीन टी में कैफीन भी होता है जो एनर्जी लेवल को बढ़ाता है और हमें रिचार्ज रखता हैं.

Disclaimer: जरूरी नहीं यहां दिए गए सभी ड्रिंक्स बेली फैट कम करें.इस लिए आप डॉक्टर की सलाह अवश्य लें

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Indian Railway: ट्रेन की पटरी के पास क्यों रखे होते हैं ये आलमारी जैसे बॉक्स? जानिए रोचक कारण

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Indian Railway: भारतीय रेलवे दुनिया में चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. भारत में ट्रेन से रोजाना लगभग 40 करोड़ देशवासी यात्रा करते हैं. ट्रेन से सफर करते समय हम बहुत सी ऐसी चीजें देखते हैं जिन्हे देखकर हमारे मन में उसके बारे में जानने की जिज्ञासा पैदा होती है. ट्रेन से सफर के दौरान आपने ऐसी ही एक चीज देखी होगी जिसके बारे में जानना आपके लिए बेहद रोचक होगा.

Axle Counter Box
Axle Counter Box

हम बात कर रहे हैं रेलवे ट्रैक के किनारे पर लगे अलमीरा जैसे दिखने वाले बॉक्स की. आप इसके बारे में जरूर जानना चाहेंगे कि आखिर ये क्या होते हैं? आइए आज हम आपको बताते हैं कि इन बक्सों का काम क्या है और ये किस प्रकार रेल यात्रियों की सुरक्षा करते है.

क्यों लगे होते हैं ये बॉक्स (Why are these boxes attached)


रेलमार्ग के किनारे पर लगे इस अलमारी की तरह दिखने वाले बॉक्स को ‘एक्सल काउंटर बॉक्स’ (Axle Counter Box) कहा जाता है. रेल की पटरियों के किनारे पर ये बॉक्स हर 4 से 5 किलोमीटर की दूरी में लगे होते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि यह साधारण सा दिखने वाला यह बॉक्स असल में यात्रियों की सुरक्षा के लिए लगा होता है.

एक्सल को गिनता है बॉक्स (axle counts box)


इस बॉक्स के अंदर एक डिवाइस लगी होती है जो ट्रेन की पटरी के साथ जुड़ी होती है ये डिवाइस ट्रेन के एक्सल को काउंट करता है. एक्सल ट्रेन की बोगी के पहियों को आपस में जोडे रखता है और भारतीय रेलवे इस बॉक्स से हर 5 किलोमीटर पर एक्सल की गिनती करता है, जिससे यह पता चलता रहे कि ट्रेन जितने पहियों के साथ स्टेशन से निकली थी, आगे भी उसमें उतने ही डिब्बे हैं या नहीं.

जांच पड़ताल में होते है सहायक (helpful in investigation)


अगर ट्रेन किसी हादसे का शिकार हो जाती है और इसके कुछ डिब्बे मूूल मार्ग से अलग हो जाते हैं तो बॉक्स उस ट्रेन के गुजरने के दौरान यह बता देता है कि उसमें पहियों की संख्या कितनी कम है. इससे रेलवे विभाग को यह पता चल जाता है कि ट्रेन के डिब्बे कहां अलग हुए थे.जिससे रेलवे विभाग को हादसे के बाद जांच पड़ताल करने में काफी मदद मिलती है.

संशय की स्थिति में ट्रेन को रोकता है (Stops the train in case of doubt)


रेलवे ट्रैक के ठीक बगल में लगा यह एक्सल काउंटर बॉक्स, ट्रेन के गुजरने पर उसके एक्सल की गिनती कर लेता है और इस काउंट नंबर को फौरन अगले वाले बॉक्स को भेज देता है. और अगला बॉक्स भी इसी क्रम में अगले बॉक्स को यह जानकारी भेज देता है. यदि किसी ट्रेन के एक्सल की संख्या दोनों बॉक्स की गिनती से मेेल नही खाती हैं तो आगे वाला ‘एक्सल काउंटर बॉक्स’ ट्रेन को रोकने के लिए आगे के सिग्नल को रेड कर देता है.

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New Education Rules: अब चार साल में होगा ग्रेजुएशन, बीए-बीएससी वाले छात्रों को लेकर बङी खबर

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Educational Update: अब तक बीए-बीएससी-बीकॉम करने वाले जो छात्र 3 साल में ही ग्रेजुएशन की डिग्री पा लेते थे उनके लिए एक बड़ी खबर है. अब उनकी ग्रेजुएशन की डिग्री तीन साल में नहीं बल्कि 4 साल पूर्ण होने पर मिलेगी.यूजीसी के अनुसार शिक्षण सत्र 2023-24 से भारत देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों को लागू कर दिया जाएगा. सभी 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के साथ राज्यस्तरीय और प्राइवेट विश्वविद्यालय भी 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों को लागू करेंगे.

New Education Rules
Universities Student

आगामी शैक्षणिक सत्र 2023-24 से सभी विश्वविद्यालयों के नया दाखिला लेने वाले छात्र 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिला ले पाऐगें. दरअसल, फोर ईयर अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रम (FYUP) की रूपरेखा बनकर तैयार है.यूजीसी ने 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए सभी आवश्यक नियम और दिशानिर्देश तैयार लिए हैं. यूजीसी के अनुसार अगले सप्ताह ही 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के यह नियम भारत के सभी विश्वविद्यालयों के समक्ष प्रस्तावित कर दिए जाएंगे.

सभी विश्वविद्यालय लागू करेंंगे ये फैसला (All universities will implement this decision)


भारत के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अगले सत्र से 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों को लागू कर दिया जाएगा. सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के साथ अधिकांश राज्यस्तरीय और प्राइवेट विश्वविद्यालय भी 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों को लागू करेंगे इसके साथ ही देश भर की कई ‘डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी’ भी इस 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट कार्यक्रम को लागू करने जा रही हैं.

2023-24 से एक ओर सभी नए छात्रों के पास चार वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों का ऑप्शन होगा, वहीं दूूसरी ओर 2023-24 सत्र से पहले वाले छात्रों के लिए भी 4 वर्षीय अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रम के प्रस्ताव को हरी झंडी दिखाई जा सकती है। इसका सीधा सा अर्थ ये है कि वे छात्र जिन्होंने इस वर्ष हर साल की भांति तीन वर्षीय अंडर ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों में दाखिला लिया है.उनको भी अगले सत्र से चार साल के अंडर ग्रेजुएशन स्कीम में शामिल होने का अवसर मिलने की पूरी उम्मीद है.

3 वर्षीय छात्रों के लिए (For 3rd year students)

यूजीसी के मानें तो सभी छात्रों के लिए 4 वर्षीय अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया जाएगा. प्रोफेसर एम जगदीश कुमार के अनुसार 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की पूरी स्कीम को जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा.चेयरमैन के मुताबिक विश्वविद्यालयों में पूर्व से ही एडमिशन ले चुके छात्रों को भी 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों का भागीदार बनने का मौका मिलेगा. ऐसे छात्र जो फर्स्ट या सेकंड ईयर में हैं और वह चाहतें हैं तो उन्हें भी 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों का विकल्प मुहैया कराया जा सकेगा.

अंतिम वर्ष के छात्रों को भी मिल सकेगा अवसर (Final year students will also get the opportunity)

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग 4 वर्षीय पाठ्यक्रमों के सम्बंध में प्रत्येक विश्वविद्यालय को कुछ नियम व कायदे बनाने की छूट देगा। यूनिवर्सिटीज एकेडमिक काउंसिल और एग्जीक्यूटिव काउंसिल में इसको लेकर कुछ जरूरी नियम बनाऐ जा सकते हैं। अगर विश्वविद्यालय चाहे तो फाइनल ईयर में अध्ययनरत छात्रों को भी 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों का हिस्सा बनने का मौका दे सकते हैं। यूजीसी चेयरमैन ने इन आवश्यक बदलाव के कारणों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि यदि 4 वर्षीय अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रम में केवल नए छात्रों को ही मौका देते हैं तो इसके नतीजे चार साल बाद पता चल सकेंगे। वहीं पुराने छात्रों के इस स्कीम से जुड़ने से यह नतीजे जल्दी सामने आ जाऐंगे.

4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के पश्चात दो वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन और एमफिल करने वाले छात्रों के लिए पीएचडी में दाखिले के लिए 55% मार्क्स लाना अनिवार्य होगा। हालांकि, एमफिल कार्यक्रम को अब बहुत लंबे समय तक जारी नहीं रखा जाएगा। कई बड़ी यूनिवर्सिटीज आगामी वर्षों में एमफिल का कोर्स ऑफर नहीं करेंगे। ये नई शिक्षा नीति के तहत किए गए बदलावों के कारणो से किया जा रहा है जहां एक और यूजीसी इस नए बदलाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है, वहीं दूसरी तरफ शिक्षकों एवं शिक्षक संगठनों के एक बङे समुदाय ने इस पर अपनी आपत्ति जताई है शिक्षक संगठनों का कहना है कि 3 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम के छात्रों को 4 वर्षीय पाठ्यक्रम में परिवर्तित कर छात्रों के ऊपर 1 वर्ष का अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा.

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UPI Update: Paytm, Phonepay की जल्‍द फिक्स हो सकती है ट्रांजेक्‍शन लिमिट,पढ़ें पूरी खबर

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UPI Update: यदि आप भी ऑनलाइन पेमेंट करते हैं तो यह खबर आपके काम की है। जल्‍द ही ऑनलाइन ट्रांजेक्‍शन को लेकर भी सीमा तय की जा सकती है. UPI पेमेंट ऐप जैसे paytm PhonePe GooglePay और अन्य जल्द ही ट्रांजैक्शन पर लिमिट लगा सकते हैं। न्यूज एजेंसी IANS मानें तो बहुत ही जल्द यूजर्स UPI पेमेंट ऐप्स से एक निश्चित सीमा में ही लिमिटेड पेमेंट कर पाएंगे.

UPI Update
UPI Payment Apps latest Update

यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) समय के साथ भारत में सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले भुगतान तरीकों में से एक बन गया है। यह भुगतान मोड न सुरक्षित होने के साथ-साथ उपयोग में भी बहुत आसान है। जल्‍द ही ऑनलाइन ट्रांजेक्‍शन को लेकर एक सीमा तय की जा सकती है। UPI पेमेंट ऐप जैसे Paytm, PhonePe, Google Pay और अन्य जल्द ही ट्रांजैक्शन पर लिमिट लगा सकते हैं. सारे पहलुओं पर व्यापक रूप से चर्चा के लिए एक बैठक भी हो चुकी है। इस बैठक में NPCI के अधिकारियों के अलावा, वित्त मंत्रालय और RBI के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे. 31 दिसंबर की समय सीमा बढ़ाने के लिए फिलहाल कोई अंतरिम फैसला नहीं लिया गया है क्योंकि एनपीसीआई सभी ऑप्शन का परीक्षण कर रहा है। यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) समय के साथ भारत में सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले भुगतान तरीकों में से एक बन गया है। यह भुगतान मोड न सुरक्षित होने के साथ-साथ उपयोग में भी बहुत आसान है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI), जो UPI का संचालन करता है, तीसरे पक्ष के UPI ऐप प्रदाताओं के लिए वॉल्यूम कैप को सीमित करने के लिए अपनी प्रस्तावित तिथि 31 दिसंबर की समय सीमा को लागू करने की संभावना है.

आगे ये हो सकता है (next it could be)

NPCI की मात्रा को 30 % तक निश्चित करने के लिए प्रस्तावित 31 दिसंबर की समय सीमा को लागू करने के बारे में RBI के साथ चर्चा में है। फिलहाल इसका कोई वॉल्यूम कैप नहीं है, और Google Pay और PhonePe की बाजार में लगभग 80% की साझेदारी है। नवंबर 2022 में कंसंट्रेशन रिस्क से बचने के लिए एनपीसीआई ने थर्ड-पार्टी ऐप प्रोवाइडर्स (टीपीएपी) के लिए 30 परसेंंट वॉल्यूम कैप का प्रस्ताव रखा था। उम्मीद है कि एनपीसीआई इसी महीने के अंत तक UPI मार्केट कैप लागू करने पर फैसला ले सकता है.

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