Overhydration:शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी लोगों को रोजाना भरपूर मात्रा में पानी पीते रहने की सलाह दी जाती है. गर्मी के दिनों में यह जरूरत और भी बढ़ जाती है, क्योंकि धूप और गर्मी के कारण शरीर से पानी की ज्यादातर मात्रा पसीने के रूप में बाहर आ जाती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, वयस्कों के लिए प्रतिदिन 3-4 लीटर की मात्रा में पानी पीते रहना आवश्यक है, यह आपको डिहाइड्रेशन के जोखिमों से बचाने में सहायक है साथ ही शरीर के अंगों के कार्यों को भी ठीक रखता है.
जिस तरह कम पानी पीने पर डिहाईड्रेशन की समस्या हो जाती है उसी तरह अधिक पानी पीने पर ओवरहाईड्रेशन की समस्या हो जाती है.ओवरहाईड्रेशन का असर सीधा किडनी पर पड़ता है और इससे किडनी फेल होने के चांस भी काफी बढ़ जाते हैं. इस रोग के होने पर पेशाब का रंग पीला या मटमैला हो जाता है. ओवरहाइड्रेशन की अवस्था एक्सरसाइज करने वालों में हाईपोनेटर्मिया के नाम से जानी जाती है.
ज्यादा पानी पीने से भी शरीर को हो सकता है भारी नुकसान(Overhydration)
हाइपोनेट्रेमिया
जैसा कि पहले बताया गया है, अधिक पानी पीने से शरीर में सोडियम का स्तर कम हो सकता है. इस स्वास्थ्य स्थिति को हाइपोनेट्रेमिया कहा जाता है. हृदय और गुर्दे की स्थिति वाले लोगों को हाइपोनेट्रेमिया के उच्च जोखिम में करार दिया जाता है.
मांसपेशियों में ऐंठन
एक अध्ययन में कहा गया है कि अधिक पानी का सेवन रक्त में सोडियम और अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स को पतला कर देता है, जिससे शरीर में सोडियम की स्थिति कम हो जाती है. शरीर में सोडियम का स्तर कम होने से मांसपेशियों में ऐंठन जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
बार-बार पेशाब आना
अधिक पानी के सेवन से अधिक पेशाब आता है; मतलब, जब आप बहुत अधिक पानी का सेवन करते हैं तो किडनी लगातार काम करती है. यह आगे शरीर को डीहाईड्रेट करता है और जल का असंतुलन पैदा करता है. इसके अलावा, अध्ययनों से पता चलता है कि बार-बार पेशाब आने से हमारी किडनी पर दबाव पड़ता है.
लीवर को प्रभावित करता है
पानी, जिसमें अक्सर आयरन की मात्रा अधिक होती है, लीवर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है. हम जानते हैं कि रक्त में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए शरीर को आयरन की आवश्यकता होती है. हमें आम तौर पर आयरन भोजन से मिलता है जो आसानी से शरीर में अवशोषित हो जाता है. हालांकि, यह पानी के बिल्कुल विपरीत है. शरीर आसानी से पानी से आयरन को अवशोषित नहीं कर पाता है, जिससे लीवर की सेहत पर असर पड़ता है.
डायरिया
ओवरहाइड्रेशन के कारण हाइपोकैलिमिया या शरीर में पोटेशियम के स्तर में कमी हो जाती है. इससे दस्त और लंबे समय तक पसीना आ सकता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, हाइपोकैलिमिया अक्सर हमारे पाचन तंत्र को सीधे प्रभावित करता है, जिससे उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं होती हैं.
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