Internet Shutdown: हरियाणा के नूंह जिले में कल खूब आगजनी और हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले. दंगाइयों ने सड़कों पर खूब उत्पात मचाया और सरकारी संपत्ति की भी खूब तोड़-फोड़ की. ऐसे इससे निबटने के लिए स्थानीय प्रसाशन ने जिले में 144 लागू कर दी साथ ही इलाके में कर्फ्यू का भी ऐलान कर दिया. वहीं इंटरनेट को भी बंद करने का फैसला लिया गया. ऐसे में बहुत लोगों के जेहन में सवाल आया होगा कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है और Internet Shutdown क्या होता है.
क्या होता है Internet Shutdown
इंटरनेट शटडाउन करने का मतबल ऐसे इलाके में हिंसा को रोकने के मकसद से किया जाता है जहां इसके जरिए फेक न्यूज वायरल करने का खतरा रहता हो. इंटरनेट से ही लोग एक दूसरे जुड़ते हैं खासतौर से इस स्थिति में नेट पर काफी हिंसक चीजें भी वायरल कर दी जाती हैं. इसी को रोकने के लिए इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है.
ऐसे काम करता है तरीका
इंटरनेट बंद करने के लिए खास तरीका फॉलो होता है जब प्रशाशन को किसी इलाके में इंटरनेट की सप्लाई रोकनी होती है तो सरकार के द्वारा वहां जितनी भी इंटरनेट कंपनियां काम करती हैं उनको सरकार सर्विस बंद करने का आदेश देती है. जिसके बाद इन कंपनियों की तरफ से इंटरनेट शटडाउन कर दिया जाता है और जब तक सरकार दोबार आदेश नहीं देती है तब तक ये बंद ही रहता है.
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नेटबंद होने से क्या नहीं कर सकते
जिस इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद होती है वहां किसी भी वेबसाइट को इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है साथ ही किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को भी यूज नहीं कर सकते हैं. इसे बंद करने के लिए स्पीड थ्रॉटलिंग, ब्लैकलिस्टिंग जैसे कई तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है.
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