Android: अगर आप स्मार्टफोन यूजर हैं तो आपने एंड्रॉयड के बारे में जरूर सुना होगा, लेकिन अधिकतर लोगों को इसके बारे में नहीं पता होता है. जब भी हम एंड्रॉयड शब्द सुनते हैं तो इसके बारे में तरह-तरह के गणित लगा लेते हैं. आज के इस लेख में हम एंड्रॉयड क्या होता है से लेकर इसके इतिहास पर बात करेंगे. समझेंगे कि ये हमारे फोन के लिए क्यों जरूरी होता है.
क्या है एंड्रॉयड का मतलब
जिस तरह किसी भी डिवाइस को चलाने के लिए बुनियादी चीजों की जरूरत होती है. ठीक उसी तरह एंड्रॉयड एक ऑपरेटिंग सिस्टम होता है. जो स्मार्टफोन के वर्क करने में अहम रोल निभाता है. हमारे फोन में जितने भी टास्क हम करते हैं. उनमें किसी न किसी तरह से ये ऑपरेटिंग सिस्टम काम कर रहा होता है. फोटो लेने से लेकर गेम खेलने तक सब काम इस ओएस के जरिए ही पॉसिबल होता है. एंड्रॉयड एक लाइनेक्स बेस्ड सिस्टम होता है. शुरूआती दौर में इसे सिर्फ टैबलेट के लिए डिजाइन किया गया था हालांकि, वर्तमान समय में इसका इस्तेमाल स्मार्टफोन, टैबलेट और स्मार्टवॉच में भी किया जा रहा है.
रोचक रहा है इतिहास
भले ही इस ऑपरेटिंग सिस्टम को दुनिया भर में इस्तेमाल किया जा रहा है. आज के समय में ये सिस्टम 2.5 बिलियन से अधिक डिवाइस पर काम कर रहा है लेकिन इसका इतिहास काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है. इसकी शुरूआत साल 2003 में की गई थी लेकिन उस समय ये स्मार्टफोन्स के लिए नहीं बल्कि डिजिटल कैमरे के लिए लाने की प्लानिंग का हिस्सा था. दो साल तक Android Inc नाम का यह स्टार्टअप इस पर काम भी करता रहा लेकिन, साल 2005 में गूगल के द्वारा इसे तकरीबन 50 मिलियन डॉलर की रकम चुकाकर खरीद लिया गया और यहां से डिजिटल कैमरे वाली बात पर विराम लग गया लेकिन गूगल ने इस ऑपरेटिंग सिस्टम को नए अंदाज में स्मार्टफोन्स और टैबलेट के लिए उतार दिया.
साल 2007 लॉन्च हुआ ऑपरेटिंग सिस्टम
गूगल ने इस ऑपरेटिंग सिस्टम पर कुछ साल काम करने के बाद साल 2007 में बीटा वर्जन पेश किया था और एक साल बाद ही कंपनी ने पहला कॉमर्शियल वर्जन पेश किया और इसे नाम दिया गया Android 1.0. इसके बाद गूगल के द्वारा इस ऑपरेटिंग सिस्टम को साल दर साल विकसित किया गया और लगभग हर साल एंड्रॉयड के नए वर्जन पेश किए. अभी तक Android के 13 संस्करण लॉन्च किए जा चुके हैं. आखिरी वर्जन को 16 अगस्त 2022 को पेश किया गया था.
क्या होते हैं एंड्रॉयड के फीचर्स
एंड्रॉयड के फीचर्स की बात करें तो इस ऑपरेटिंग सिस्टम के जरिए हमें कनेक्टिविटी, स्टोरेज, आसान यूजर इंटरफेस जैसी सुविधा देता है. कनेक्टिविटी के लिहाज से यूजर को GSM/EDGE, IDEN, CDMA, EV-DO, UMTS, Bluetooth, Wi-Fi, LTE, NFC और WiMAX जैसी तकनीक प्रदान की जाती हैं. स्टोरेज के लिए सिस्टम में SQLite लाइटवेट डेटा बेस की सुविधा मिलती है. साथ ही इसमें मीडिया सपोर्ट की कमी को पुरा करने के लिए H.263, H.264, MPEG-4 SP, AMR, AMR-WB, AAC, HE-AAC, AAC 5.1, MP3, MIDI, Ogg Vorbis, WAV, JPEG, PNG, GIF जैसी सुविधाएं यूजर्स को दी जाती हैं.
ये भी पढ़ें- Vivo का ये धांसू फोन बहुत जल्द भारत में मार सकता है एंट्री,जानें फीचर्स
सबसे पहले इस फोन में पेश किया गया ऑपरेटिंग सिस्टम
बता दें सबसे पहले एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम को HTC Smartphone में दिया गया था. इंट्रेस्टिंग बात है कि इस फोन को QWERTY की-बोर्ड के साथ लॉन्च किया था. समय के साथ ये ऑपरेटिंग सिस्टम और भी शक्तिशाली होता गया. आज के समय में तो स्मार्टफोन, स्मार्टटीवी, स्मार्टवॉच, टैबलेट में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है.
आपके लिए – टेक से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
आपके लिए – टेक के बाद अब देखे ऑटो नगरी में क्या है धमाल