Chat GPT vs Google Bard: कहने को तो मार्केट में अनेकों चैटबॉट अपने अलग-अलग फीचर्स के साथ मौजूद हैं. कुछ हाल फिलहाल में लॉन्च हुए जबकि कुछ सालों से चलन में हैं. हालांकि कुछ चैटबॉट ऐसे हैं. जिन्हें लोग हाथों हाथ ले रहे हैं. बीते साल ChatGPT नाम का एक चैटबॉट लॉन्च हुआ था. जिसने महज 5 दिनों में ही 1 मिलियन से अधिक का आंकडा टच कर लिया. वहीं यूजर्स भी इसके दीवाने हो गए. इसे ओपन एआई के द्वारा बनाया गया है. ऐसे में दूसरी तरफ चीजें चलने लगी कि ये गूगल को कड़ी टक्कर देगा लेकिन गूगल के द्वारा इस बात को किनारे रखकर खुद के चैटबॉट को लॉन्च करने की घोषणा कर दी गई. जब गूगल के द्वारा ये कहा गया तो ये काफी मजेदार हो गया. दोनों ही दिग्ग्ज टेक कंपनियों की इस दिलचस्प लड़ाई के बीच अब गूगल ने भी अपना चैटबॉट Google Bard लॉन्च कर दिया है. जो सीधे तौर पर चैट जीपीटी का प्रतिद्वंदी है तो चलिए आपको बताते हैं इन दोनों चैटबॉट में कौन बेहतर है और किसे अभी सुधार की जरूरत है.
इस मामले में Google Bard मार जाता है बाजी
चैट जीपीटी को सिर्फ वेब वर्जन में यूज किया जा सकता है. फिलहाल इसके मोबाइल वर्जन के आने को लेकर भी कोई अपडेट नहीं है. ऐसे में गूगल बार्ड यहां बाजी मार जाता है. Google Bard को कहीं भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
टेक्स्ट के साथ फोटो भी दिखाता है गूगल बार्ड
अगर आपने चैट जीपीटी को इस्तेमाल किया हो तो ये सिर्फ टेक्स्ट में ही पूछे गए सवालों के जबाव प्रदान करता है, जबकि हालिया लॉन्च हुआ गूगल बार्ड इससे एक कदम आगे इमेज भी दिखा देता है, साथ ही गूगल बार्ड से आप बोलकर भी सवाल पूछ सकेंगे. ऐसा फीचर जल्द इसमें देखने को मिल सकता है. वहीं इसका प्रतिद्वंदी इस मामले में कच्चा साबित होता है.
लाइफ को कर देगा बहुत आसान
कहने को दोनों ही सॉफ्टवेयर कमाल के हैं लेकिन गूगल बार्ड थोड़ा सा चैट जीपीटी से कुछ मामलों में आगे निकल जाता है. बार्ड में पूछे गए सवालों को कॉपी करके रखने की सुविधा मिल जाती है. इसके साथ ही भविष्य में गूगल बार्ड को जीमेल के साथ भी इंटीग्रेट करने की सुविधा कंपनी दे सकती है. ऐसा होने से यूजर का काम हो जाएगा. उसे मेल सेंड करने के लिए गूगल एआई की सहायता मिल सकेगी. वहीं दूसरी तरफ चैट जीपीटी का दायरा सिर्फ वेबसाइट तक ही सिमट कर रह जाता है.
कोडिंग में भी करता है काम
गूगल बार्ड को एक दो नहीं बल्कि 20 से अधिक प्रोगामिंग लैंग्वेज आती है, जबकि चैट जीपीटी कम लैंग्वेज के सपोर्ट के साथ आता है. गूगल बार्ड को इस्तेमाल करते वक्त जब यूजर C++, Python, Java, TypeScript, JavaScript जैसी
लैंग्वेज पर काम करेगा तो उसे चैट जीपीटी की अपेक्षा अधिक सहूलियत मिलेगी.
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गूगल बार्ड करता है इंटरनेट का इस्तेमाल
गूगल बार्ड में इंटरनेट एक्सेस करने की खूबी मिल जाती है. जिसके कारण बार्ड से जो भी सवाल पूछा जाता है. उसके लिए ये इंटरनेट का यूज करता है, जबकि चैट जीपीटी के लिए अलग वेब ब्राउजिंग होना जरूरी है.
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