Apps Location Access: आज के समय में जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी मजबूत होती जा रही है वैसे वैसे लोगों को टेक्नोलॉजी के काफी फायदे भी मिल रहे हैं. लेकिन फायदों के साथ-साथ टेक्नोलॉजी के साथ कुछ बुरी चीजें भी आई हैं. आज के समय में टेक्नोलॉजी ने आम आदमी की गोपनीयता में जिस प्रकार से सेंध लगाई है.वह चिंता की बात है आज मोबाइल फोन में रहने वाले ऐप्स यूजर की तमाम गतिविधियों पर नजर रखते हैं. इसलिए आज हम आपको बताने वाले हैं कि किस तरह आपके फोन के ऐप्स आपकी प्राइवेसी में घुसे बैठे हैं.
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
आज अमूमन जिस बात की सबसे ज्यादा चिंता जताई जा रही है वो ये है कि आप कहां जा रहे हैं क्या खा रहे हैं इन सारी बातों पर नजर रखी जा रही है. Arrka की रिपोर्ट के मुताबिक आज मोबाइल ऐप लोकेशन द्वारा पल-पल की गतिविधि पर नजर रख रहे हैं और उसका फायदा भी उठा रहे हैं.
Arrka ने अपनी रिपोर्ट का आधार स्टेट ऑफ डेटा प्राइवेसी का 2022 एडिशन 200 मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट्स को बनाया है. रिपोर्ट में 25 सेक्टर्स की 100 भारतीय ऑर्गेनाइजेशन और अमेरिका और ब्रिटेन की 76 ऑर्गेनाइजेशन भी शामिल की गई हैं. इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि स्मार्टफोन एप्स की सहायता से यूजर्स की लोकेशन माइक्रोफोन और कैमरा जैसी चीजों का एक्सेस रखते हैं.
रिपोर्ट के अनुसार सामान्यतः स्मार्टफोन के 43% ऐप्स के पास कांटेक्ट स्कोर रीड करने का एक्सेस है. 76% ऐप्स आपके पास आपकी लोकेशन का एक्सेस है और 76% एप्स के पास ही आपके स्मार्टफोन के कैमरे का एक्सेस है. 32 एप्स प्रतिशत ऐप्स के पास मैसेज रीड करने का एक्सेस है. जबकि 25% एप्स के पास फिंगरप्रिंट का एक्सेस है. आज जिस तरह से सुविधाओं को देने के नाम पर एप्स के द्वारा यूजर की प्राइवेसी में बड़ा दखल दिया जा रहा है वह यूजर्स के लिए बहुत खतरनाक साबित हो रहा है.इसलिए स्मार्टफोन यूजर को चाहिए कि जब वह अपने स्मार्टफोन में एप्स को इंस्टॉल करें तो ध्यान से सारी चीजों को पढ़कर उस एप्स को अपना एक्सेस दें.
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