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Mix pickle recipe: सर्दियों में घर पर बनाएं स्वादिष्ट खट्टा मीठा मिक्स वेज अचार, जानें रेसिपी

Mix pickle recipe: सर्दियों में अचार हमारे भोजन ( Food )का स्वाद दोगुना कर देती हैं.सब्जियों का स्वाद वैसे तो सर्दियों के मौसम में ही मिलता है. लेकिन ढेर सारी सब्जियों का स्वाद अगर एक साथ लेना है तो खट्टा मीठा मिक्स वेज अचार एकदम परफेक्ट आप्सन हैं.तो आइए जानते हैं खट्टे मीठे मिक्स वेज अचार की ये स्वादिष्ट रेसिपी –

मिक्स वेज अचार (Mix pickle recipe) बनाने की आवश्यक सामग्री

500 ग्राम= गोभी

500 ग्राम= गाजर

500 ग्राम= मूली

500 ग्राम= हरा मटर

1000 ग्राम =सरसों का तेल

1 बड़ा चम्मच= हींग

1 बड़ा चम्मच= राई

1 बड़ा चम्मच= हल्दी

1 बड़ा चम्मच= पीली सरसों

2 चम्मच= चीनी.

मिक्स वेज अचार बनाने की विधि

स्टेप 1- सबसे पहले सब्जियों को मध्यम शेप में काट लें.अब एक बड़े बर्तन में पानी उबाल लें , इसमें सभी सब्जियों को डालकर 5 से 10 मिनट के लिए पका लें.

स्टेप 2- एक साफ कपड़ा लें और उसपर आधी पकी सब्जियों को फैलाकर सुखा दें.

स्टेप 3- धूप में सुखाने के बाद सब्जियों से सारा पानी निकल जाएगा.अब कढ़ाई में सरसों का तेल गर्म करें और गैस को बंद कर दें.

स्टेप 4- सभी सब्जियों को एक बड़े बर्तन में डाल लें,अब इसमें गर्म तेल डाल दे.अब सब्जियों में हींग , राई , हल्दी , पीली सरसों , नींबू का रस, चीनी और स्वादानुसार नमक डालकर अच्छे से मिला दें.

स्टेप 5 –अब सब्जियों को कांच या प्लास्टिक के जार में डालकर ,धूप में सुखा दें. अब 4 से 5 दिनों तक धूप में सुखाकर रखें ,इसे दिन में दो बार जरूर चलाए.बस अब खट्टा मीठा अचार बनकर तैयार है. आप इसे कई दिनों तक स्टोर रख सकते हैं.

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Subhash Chandra Bose : जानें, सुभाष चंद्र बोस से जुड़े वो अनसुने किस्से, जब पहली बार उन्होंने गांधी जी को कहा ‘राष्ट्रपिता’

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Subhash Chandra Bose: 23  जनवरी 1897 को महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाषचंद्र बोस का जन्म भारत की धरती पर हुआ. नेताजी को किसी परिचय की जरूरत नहीं.आज पूरा देश नेता जी की जयंती को पराक्रम दिवस(Parakram Diwas) के रूप में मना रहा है. नेताजी(Subhas Chandra Bose) का सफर आपको अपने जीवन के कठिन समय में प्रेरणा देता है.

नेताजी के संदेश लोगों के जेहन में आज भी जिंदा है. उन्होंने अपना सारा जीवन देश के समर्पित कर दिया. लेकिन सुभाषचंद्र बोस से जुड़े कई अनसुने किस्से हैं जन्हें लोग नहीं जानते है. तो आइए नेता जी के जीवन से जुड़े कई रोचक जानकरियों पर नजर डालते हैं.

नेताजी(Subhash Chandra Bose) ने गांधी जी को सबसे पहले कहा राष्ट्रपिता

Subhash Chandra Bose and Mahatma gandhi
Subhash Chandra Bose and Mahatma gandhi

क्या आप जानते हैं कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सबसे पहले राष्ट्रपिता के संबोधन से किसने बुलाया था. वो और कोई नहीं बल्कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे. सुभाष चंद्र बोस ने 6 जुलाई 1944 में सबसे पहले महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहकर संबोधित किया था.उन्होंने सिंगापुर रेडियो से एक संदेश प्रसारित करते हुए महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहा ता. हालांकि तब महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता घोषित नहीं किया गया था.

नेताजी(Subhash Chandra Bose) ने ऑस्ट्रियन लड़की से शादी की

Subhash Chandra Bose
Subhash Chandra Bose

नेताजी ने एक ऑस्ट्रियन लड़की से शादी की.1934 में सुभाष चंद्र बोस अपना इलाज ऑस्ट्रिया में करा रहे थे. इस समय उनके मन में विचार आया कि अपनी जीवनी लिखी जाए. इसके लिए उन्हें एक टाइपिस्ट की जरूर थी. उनके एक दोस्त ने ऑस्ट्रिया की एमिली शेंकल को टाइपिस्ट की जगह रखा. इस दौरान दोनों में प्यार हो गया. दोनों ने 1937 को शादी कर ली. सुभाष चंद्र बोस की बेटी भी है जिनका नाम अनीता बोस हैं.

नेता जी मौत एक रहस्य

Subhash Chandra Bose
Subhash Chandra Bose

नेता जी सुभाष चंद्र बोस की मौत वो अनसुलझा रहस्य है जिसे हर कोई जानना चाहता है. नेता जी की मौत 18 अगस्त 1945 को टोक्यो जाते समय प्लेन क्रैश के दौरान हुई. लेकिन उनका शव कभी बरामद नहीं हुआ. कई बार लोगों ने उनके जिंदा होने के दावे किए.लेकिन कुछ लोगों का ये मानना था कि नेता जी की मौत उस समय प्लेन क्रैश में हो गई थी. तो कुछ लोगों का ये भी मानना है कि अयोध्या में गुमनामी बाबा नाम से मशहूर बाबा कोई और नहीं बल्कि नेता जी ही थे.

‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’

Subhash Chandra Bose
Subhash Chandra Bose

नेता जी ने 1943 में जर्मनी छोड़ी और जापान होते हुए सिंगापुर पहुंचे. यहां उन्होंने कैप्टन मोहन सिंह द्वारा स्थापित आजाद हिंद फौज की कमान संभाली. कमान संभालने के बाद उन्होंने आज हिंद फौज को बहुत ही ज्यादा ताकतवर बना दिया.इतना ही उन्होंने महिलाओं के लिए झांसी रेजिमेंट का स्थापना की. और इसकी कैप्टन उन्होंने लक्ष्मी सहगल को बनाया.

आजाद हिंद फौज के साथ नेताजी 1944 में बर्मी पहुंचे.यहां पर उन्होंने अपना वो नारा दिया ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ जो आज भी लोगों की जुंबा पर है.

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Lenovo ने डबल स्क्रीन वाला अपना कमाल का लैपटॉप किया लॉन्च,देखें फीचर्स और कीमत

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टेक कम्पनी Lenovo अपने ग्राहकों की जरूरतों के हिसाब से एक से बढ़कर एक फीचर्स से लैस लैपटॉप को पेश करती रहती है. हाल ही में कंपनी ने अपने एक नए लैपटॉप को लॉन्च किया है. इस लैपटॉप की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये एक फुल साइज (OLED) डुअल स्क्रीन लैपटॉप है. इस लैपटॉप को कंपनी ने लेनोवो योगा बुक 9i (Lenovo Yoga Book 9i) के नाम से लॉन्च किया है. आइए इसके बेहतरीन फीचर्स और कीमत के बारे में आपको डिटेल में बताते हैं.

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Lenovo Yoga Book 9i Features

Lenovo Yoga Book 9i में दो OLED डिस्प्ले एक साथ जुड़ी हुई हैं. खास बात ये है कि दोनों स्क्रीन का इस्तेमाल यूजर्स अलग-अलग भी कर सकते हैं. लैपटॉप की स्क्रीन को डॉल्बी विजन का सपोर्ट है. लैपटॉप में टच स्क्रीन की सुविधा के साथ स्टैंडर्ड 60Hz रिफ्रेश रेट मिलता है.लैपटॉप की पीक ब्राइटनेस 400 निट्स है.

इसके डिस्प्ले साइज की बात करें 14 इंच की OLED स्क्रीन दी गई है. लैपटॉप के कीबोर्ड पैनल को स्टैंड की तरह उपयोग किया जा सकता है. Lenovo Yoga Book 9i में intel का ईवो प्लेटफॉर्म और विंडोज 11 दिया गया है. स्टोरेज की बात करें तो लैपटॉप में 16 जीबी रैम और 1 TB स्टोरेज की व्यवस्था है.ये लैपटॉप Intel Core i7 प्रोसेसर पर संचालित होता है.

बैटरी और कीमत

लैपटॉप में 2MP का FHD इंफ्रारेड कैमरा
भी मिलेगा. लैपटॉप को सुरक्षित रखने के लिए फेस अनलॉक का भी काम करेगा.लैपटॉप में 75Wh की धांसू बैटरी दी गई है. कंपनी के दावे के अनुसार यह बैटरी 10 घंटे तक दम देगी.लैपटॉप की कीमत की बात अगर हम करें तो भारत में इसके शुरुआती कीमत ₹174999 रखी गई है.भारत में 29 जनवरी से इसकी बिक्री की जा सकती है.

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Worms in vegetables : सब्जियां धोते समय महीन कीड़ों से रहें सावधान, जानें निकालने का आसान तरीका

Worms in vegetables: हरी सब्जियां खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. लेकिन अगर आपने इन्हें अच्छे से नहीं धोया और इनमें मौजूद कीड़े आपके अंदर चले गए. तो आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है. हरी सब्जियां जैसे पत्तागोभी में महीने कीड़े, टेपवर्म (tapeworm in vegetables) होते हैं. अगर ये आपके शरीर के अंदर चले जाएं तो खून के जरिए दिमाग तक पहुंच सकते हैं. इसलिए आपको सब्जियों को बहुत ही ध्यान से धोने की जरूरत है. ऐसे में आप कुछ घरेलू नुस्खों अपनाकर घर पर ही सब्जियां धो सकते(Wash vegetables at home) हैं.

Worms in vegetables
Worms in vegetables

Worms in vegetables: वेनेगर से सब्जियों को धोएं

सिरका एक बहुत ही बढ़िया तरीका है सब्जियों को साफ करने का. इससे सब्जियों में छिपे कीड़े बहुत ही आसानी से मर जाते हैं. वेनेगर(Vinegar) की सबसे अच्छी बात ये है कि इसमें कोई हार्मफुल केमिकेल नहीं होते. सब्जियों धोने के लिए आप एक पार्ट वेनेगर का लें और तीन हिस्सा पानी लें. फिर इसमें आप सब्जियों को 10 मिनट के लिए डाल दें. इसके बाद साफ ठंडे पानी से अच्छे से धो दें. ये बहुत ही आसान तरीका है सब्जियों के अंदर से कीड़े को निकालने का.

Worms in vegetables: गर्मपानी और नमक

फूलगोभी जैसे कीड़े को मारने के लिए गर्मपानी और नमक बहुत ही बढ़िया तरीका है. इसके लिए आप फूल गोभी के बड़े बड़े टुकड़ों काट लें..इसके बाद एक बड़े बर्तन में गर्म पानी लें और उसमें नमक डालें. गोभी को गर्म नमक वाले पानी में डाले और कुछ देर के लिए रहने दें. ये सब्जियों के कीड़े मारने का एक कारगर तरीका है. इसके बाद आप इससे अच्छे और साफ पानी से धो दें.

नमक के पानी में धोएं पत्तेदार सब्जियां

अगर आप हरी पत्तेदार सब्जियों खाते हैं. तो इन्हें अच्छे से धोना बहुत ही जरूरी है. इन्हें साफ करने के लिए आप इन्हें काटने से पहले धोएं. इसके बाद जब ये कट जाएं तो इन्हें नमक के पानी में कम से कम 20 मिनट के लिए छोड़ दें. 20 मिनट होने के बाद आप सब्जियों को तीन से चार बार अच्छे से धोएं और अच्छे से पकाने के बाद ही खाएं.

पत्तागोभी को गुनगुने पानी से धोएं

पत्तागोभी खाने में जितनी स्वादिष्ट होती है. उसमें मौजूद कीड़े उतने ही खतरनाक होते हैं. पत्तागोभी में मौजूद छोटे छोटे कीड़े या टेपवर्म हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक होते हैं. इसलिए पत्तागोभी को खाने से पहले इसे गुनगुने नमक के पानी में धोना बहुत ही जरूरी है. पत्तागोभी को आप काट लें. इसके बाद इसे गुनगुने पानी में कम से कम 15 मिनट के लिए डालें. इसके बाद इसे दो से तीन पानी से धोएं. पत्तागोभी को अच्छे से पकाने के बाद ही खाएं.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं.इसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें

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Infinix बहुत जल्द इस साल का सबसे सस्ता फोन कर सकती है लॉन्च, फीचर्स और कीमत हुई लीक,जानें

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Infinix Note 12i: स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Infinix के आने वाले फोन इनफिनिक्स नोट 12i (Infinix Note 12i) की लॉन्चिंग की चर्चा काफी समय से चल रही थी. लेकिन अब ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट (Flipkart) ने इसकी संभावित लॉन्चिंग डेट का खुलासा कर दिया है. बताया जा रहा है कि 25 जनवरी को Infinix Note 12i लॉन्च हो सकता है.फ्लिपकार्ट द्वारा दी गई इसकी संभावित स्पेसिफिकेशन और कीमत के बारे में आपको डिटेल में बताते हैं.

Infinix
image crdit (Google)

स्पेसिफिकेशंस(Specification)

फोन की डिस्प्ले की बात करें तो फोन में FHD + रेज़ोलूशन के साथ 6.7-इंच का वाटर-ड्रॉप नॉच डिस्प्ले के साथ आएगा. डिस्प्ले में वाइडवाइन एल1 सर्टिफिकेशन होगा. फोन मीडियाटेक हेलियो G85 चिपसेट द्वारा चलेगा. ये एक 4G फोन होगा जो एंड्रॉयड 12 ओएस स्तन पर काम करेगा.

Infinix Note 12i में कैमरे की बात करें तो फोन में ट्रिपल कैमरा सेटअप हो सकता है जिसमें 50 मेगापिक्सल के प्राइमरी कैमरे के साथ दो और सेंसर हो सकते हैं फोन में सेल्फी और वीडियो के लिए 8 मेगापिक्सल का कैमरा हो सकता है.

बैटरी और कीमत

पावर देने के लिए फोन में 5,000mAh की बैटरी
हो सकती है जिसे 33W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलेगा. फोन की कीमतों को लेकर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन संभावना जताई जा रही है की यह फोन ₹15000 की कीमत के आसपास लांच किया जाएगा.

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Parakram Diwas: आखिर सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर क्यों मनाया जाता है पराक्रम दिवस? जानें इतिहास

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Parakram Diwas : आज का दिन हर भारतीय के लिए खास है. खास इसलिए क्योंकि आज उस महान स्वतंत्रता सेनानी की जयंती है, जिन्होंने कहा था कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा. ये नारा आज भी हर भारतीय के दिल में जिंदा है.लेकिन अब आप ये सोच रहेंगे होंगे कि आखिर सुभाष चंद्र बोस(Subhash Chandra Bose) और पराक्रम दिवस(Parakram Diwas) में आखिर क्या कनेक्शन है. जो हम पराक्रम दिवस पर नेता जी की बात कर रहे हैं. इसके लिए आपका ये आर्टिकल पढ़ना बेहद जरूरी है. तो चलिए जानते हैं कि दोनों के बीच आखिर क्या कनेक्शन है.

Parakram Diwas Connection with Subhash Chandra Bose
Parakram Diwas Connection with Subhash Chandra Bose

Parakram Diwas और नेता जी के बीच क्या है कनेक्शन?

पराक्रम दिवस हर साल 23 जनवरी को मनाने की परंपरा है. लेकिन ये परंपरा साल 2021 में शुरू हुई.साल 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने 23 जनवरी को पराक्रम दिवस मनाने की का फैसला किया था. उसके बाद से हर साल 2021 को ही पराक्रम दिवस मनाया जाता है.इस दिन पराक्रम दिवस मनाने की खास वजह है.

23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में नेता जी जन्म हुआ था.इस दिन नेता जी सुभाषचंद्र बोस की जयंती भी होती है.और उन्हीं की याद में इसे मनाया जाता है.इस दिन उन्हें याद किया जाता है. सुभाषचंद्र बोस ने स्वतंत्रता के लिए जो योगदान दिए उसे चाह के भी भूला नहीं जा सकता.हालांकि इस पर भी राजनीति होती रही है.एक पक्ष हमेशा से ये कहता है रहा कि, इतिहास में नेता जी को वो सम्मान नहीं मिला, जिसके वो हकदार थे.

नेता जी का भला वो नारा कौन भूल सकता है, जो उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में दिया था. ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’.इस नारे में स्वतंत्रा की लड़ाई में एक नई जान डाल दी थी. आजानी की जंग में उनके योगदार और उनके पराक्रम को याद करने के लिए सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर पराक्रम दिवस मनाया जाता है.

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Sheezan Khan की बहन अस्पताल में हुई एडमिट,मां ने फोटो शेयर कर लिखा ये दर्द भरा नोट

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Sheezan Khan: टीवी अभिनेत्री तुनिशा शर्मा के मौत के बाद उनके को स्टार शीजान खान (Sheezan Khan) जेल में बंद हैं. वहीं बाहर उनका परिवार काफी परेशानियों का सामना कर रहा है.अभिनेता के वकील ने कई बार उनकी जमानत के लिए अर्जी दाखिल की, लेकिन अब तक उन्हें इस मामले में राहत नहीं मिली है. हाल ही में शीजान खान की बहन फलक को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

शीजान खान (Sheezan Khan) की मां ने फोटो शेयर कर बयां किया दर्द

शीजान की बहन और टीवी एक्ट्रेस फलक नाज की तबीयत खराब हो गई है. इसपर उनकी मां ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर इस बात की जानकारी भी दी है और पोस्ट में उन्होंने अपना दर्द भी बयां किया है. पोस्ट के साथ उनकी मां ने अपनी बेटी की अस्पताल की एक तस्वीर भी शेयर की है. इस तस्वीर में फलक अस्पताल के बिस्तर पर आंखें बंद किए हुए लेटी हुई नज़र आ रही हैं.

सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए शीजान की मां ने लिखा, ”मुझे बस ये समझ नहीं आ रहा है कि हमारी फैमिली को किस बात की सजा मिल रही है और क्यों? शीजान मेरा बेटा पिछले एक महीने से बिना किसी सबूत के कैदियों की तरह जेल में सजा काट रहा है. मेरी बच्ची फलक हॉस्पिटल में एडमिट है. शीजान का छोटा भाई जो ऑटिस्टिक बच्चा है वो बीमार है. क्या एक मां को किसी दूसरे के बच्चे को मां जैसा प्यार करना गुनाह है?? ये गैरकानूनी है”

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Gizmore Blaze Max: मात्र ₹1199 की ये Smartwatch मार्केट में मचा रही है धमाल, फीचर्स देखकर रह जाएंगे दंग

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अगर आप स्मार्ट वॉच पहनने की शौकीन हैं और कम दामों में अच्छी स्मार्ट वॉच (Smartwatch) को खरीदना चाहते हैं तो Gizmore Blaze Max Smartwatch आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है. आपको बता दें की इस स्मार्टवॉच को हाल ही में लॉन्च किया गया है. आइए इस स्मार्ट वॉच की कीमत और इसके फीचर्स के बारे में आपको पूरी डिटेल देते हैं.

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image credit(Flipkart)

Gizmore Blaze Max Smartwatch features

Gizmore Blaze Max Smartwatch एक ऐसी स्मार्ट वॉच है जिसे खरीद कर आप पछताएंगे नहीं क्योंकि इसकी कीमत बहुत कम है.इस स्मार्टवॉच को 1.85-इंच की बड़ी डिस्प्ले के साथ पेश किया गया है. स्मार्ट वॉच में आपके स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए हार्ट रेट मॉनिटर,ब्लड ऑक्सीजन सेंसर, स्लीप ट्रैकर जैसे जबरदस्त फीचर दिए गए हैं.साथ ही इसमें स्ट्रेस मॉनिटर भी दिया गया है.

जब हम किसी स्मार्ट वॉच को खरीदते हैं तो सबसे हम बैटरी कितना दम देगी इस चीज को देखते हैं. इस स्मार्ट वॉच की बैटरी के बारे में कंपनी ने दावा किया है कि सिंगल चार्ज में इसे 15 दिन तक चलाया जा सकता है. स्मार्ट वॉच में AI वॉइस असिस्टेंट, ब्लूटूथ कॉलिंग के साथ कई वॉच फेस का सपोर्ट किया गया है.

महिलाओं की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए इसमें पीरियड को ट्रैक करने वाला भी फीचर दिया गया है. साथ ही हिसाब किताब लगाने के लिए और टाइम पास करने के लिए केलकुलेटर और गेम्स भी दिए गए हैं.धूल और वाटर रेसिस्टेंस के लिए वॉच को IP67 वेटिंग मिली हुई है.इसे JYouPro ऐप से पेयर किया जा सकता है.

Gizmore Blaze Max price

स्मार्ट वॉच को कंपनी की वेबसाइट पर 1499 रुपए में बेचा जा रहा है लेकिन अगर आप इससे फ्लिपकार्ट(Flipkart) से खरीदते हैं तो 1999 में इसे आप ले सकते हैं. इसे अभी ग्रे, बरगंडी कलर और ब्लैक कलर में खरीदा जा सकता है.

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Notice Period Rules: इस्तीफे के बाद नोटिस पीरियड सर्व करने से रिलेटेड नियम जानें, नहीं होगा नुकसान

Notice Period Rules:  खासकर प्राइवेट सेक्टर में आजकल नौकरियों के अच्छे विकल्प मौजूद हैं.लेकिन नई नौकरी मिलने के बाद से लेकर उसे ज्वॉइन करने के बीच का समय बहुत तनाव भरा होता है.दरअसल लोग जानकारी के अभाव में बहुत कन्फ्यूजन में रहते हैं कि, नौकरी से इस्तीफा देने के बाद नोटिस सर्व(Notice Period) करना जरूरी है या नहीं.

क्योंकि, अलग अलग कंपनियों में नोटिस सर्व को लेकर अलग नियम होते हैं.हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि, क्या रिजाइन के बाद पूरा नोटिस सर्व करना जरूरी है या कोई बीच का रास्ता है जिससे आपका नुकसान कम से कम हो.

Notice Period Rules(Image source-Google)
Notice Period Rules(Image source-Google)

Notice Period Rules: इस्तीफे के बाद क्या करना चाहिए?

नौकरी में इस्तीफे के बाद और नए संस्थान में जॉब ज्वॉइन करने से पहले के समय को नोटिस सर्व करना कहते हैं.हालांकि, अगर आप नोटिस सर्व करना नहीं चाहते तो आप कुछ शर्तों को पूरा करके मौजूदा संस्थान से आराम से जा सकते हैं. अगर वाकई कोई इमरजेंसी है या आपकी मजबूरी कि, आप रिजाइन के तुरंत बाद नई जॉब ज्वॉइन करना चाहते हैं तो इससे आपको नोटिस पीरियड के लिए जरूरी दिनों की सैलरी संस्थान को देनी होगी.जिससे कंपनी को आपके अचानक जाने से आर्थिक नुकसान ना हो और वो आपकी जगह किसी और कर्मचारी को ला सके.

कॉन्ट्रैक्ट में होती है नोटिस पीरियड की जानकारी

नोटिस पीरियड को लेकर सभी कंपनी की अलग अलग पॉलिसी होती हैं.हालांकि नोटिस पीरियड कितने वक्त का होगा, इसे लेकर कोई सरकारी नियम नहीं है. इसकी जानकारी आपको कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट से ही होती है. ज्यादातर कंपनियों में जो लोग प्रोबेशन पर होते हैं,  उनके लिए नोटिस पीरियड 15 दिन से 30 दिन का होता है.

जबकि परमानेंट इंप्लाई के लिए अलग अलग कंपनियों में 30 दिन से 90 दिन के बीच नोटिस सर्व करना होता है.हालांकि, एक सच ये भी है कि, 99 फीसदी लोग जॉब ज्वॉइन करने के दौरान कॉन्ट्रैक्ट को इतने ध्यान से नहीं पढ़ते, वो बस फटाफट ये देखते हैं कि, साइन कहां कहां करने हैं. 

नोटिस पीरियड को लेकर हैं कई विकल्प

जो लोग जल्दी जल्दी नौकरी बदलते हैं वो लोग ज्यादातर नोटिस पीरियड सर्व करने की जगह अपनी छुट्टियों को एडजस्ट कराकर कम से कम दिनों का पैसा देकर जाना पसंद करते हैं.इसका आधार आपकी बेसिक सैलरी होती है. कई कंपनियां सैलरी का बचा हुआ पैसा और नोटिस पीरियड के एवज में किए गए पेमेंट का सेटलमेंट ( Full and Final)कर लेती हैं.कुल मिलाकर नोटिस पीरियड को लेकर जानकारी बहुत जरूरी है.जिससे आपका नुकसान कम से कम और फायदा ज्यादा से ज्यादा हो. 

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Chaupadi Tradition:जानें क्या है चौपाड़ी प्रथा,जिसमें पीरियड्स में लड़कियों के साथ किया जाता है जानवरों जैसा बर्ताव

Chaupadi Tradition:हर महीने महिलाओं को पीरियड्स (Periods) से गुजरना पड़ता है यह एक नैचुरल प्रक्रिया है लेकिन इसके बावजूद इससे जुड़े कई अंधविश्वास (Blind faith) है. इन्हीं में से एक है नेपाल की चौपाड़ी प्रथा तो आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-

क्या है नेपाल की चौपाड़ी प्रथा (Chaupadi Tradition) ?

नेपाल में पीरियड्स से जुड़ी चौपाड़ी प्रथा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके तहत लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान पूरी तरह से आइसोलेट कर दिया जाता है और जानवरों की तरह किसी झोपड़ी या बाड़े में रखा जाता है. नेपाल में इस प्रथा को “चौपड़ी”, “चौकुल्ला”, “चौकुड़ी”, छुए और बहिरहुनु के नाम से भी जाना जाता है.

पीरियड्स से जुड़ी इस प्रथा को अंधविश्वास माना जा सकता है जिसके तहत महिलाओं को पीरियड्स के दौरान किसी से भी मिलने की मनाही होती है तो वहीं पर भगवान की मूर्तियों को छूने और पुरुषों से दूरी बनाकर रखने को कहा जाता है. नेपाल में महिलाओं को पीरियड्स को लेकर मान्यता है कि भगवान इंद्र ने महिलाओं को श्राप देने के लिये पीरियड्स का निर्माण किया था जिसके चलते महिलाओं को इस दौरान अशुद्ध माना जाता है.

नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने साल 2005 में इस प्रथा पर बैन लगा दिया था और साल 2017 में पारित हुए कानून के जरिये महिला के साथ इस प्रथा को मजबूर करने वाले को 3 महीने की जेल और 3000 नेपाली रूपये का जुर्माना लगाने की सजा तय कर दी है. आपको बता दें कि नेपाल की चौपाड़ी प्रथा की तरह ही भारत में भी कुछ ऐसी रस्में है जो इससे मिलती जुलती है. तमिलनाडु में इस रिवाज को ‘मंजल निरातु विज़ा’ तो असम में ‘तुलोनिया बिया’ के नाम से जाना जाता है, जिसमें लड़कियों को करीब 7 दिन तक अलग करके रखा जाता था.

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