Silverline Electric Bikes price: घरेलू बाजार में इलेक्ट्रिक गाड़ी की डिमांड आसमान छूते जा रही हैं. ऑटो से लेकर महंगी कार तक सभी के एलक्ट्रिक मॉडल का डिमांड बढ़ते जा रहे हैं. लेकिन अभी भी ग्राहकों को स्प्लेंडर और रॉयल इनफील्ड बुलेट जैसी बाइकों के इलेक्ट्रिक अवतार का इंतजार है.
हालांकि बिहार की एक कंपनी इन पॉपुलर बाइक्स का इलेक्ट्रिक वर्जन बनाकर अपनी वेबसाइट पर बेच रही है. इस वेबसाइट पर इलेक्ट्रिक बाइक्स और स्कूटर्स के ढेरों ऑप्शन मौजूद हैं. यहां आप रॉयल एनफील्ड बुलेट (Royal Enfield Bullet) को भी इलेक्ट्रिक वर्जन में खरीद सकते हैं.
देश में बच्चा बच्चा की पसंद बुलेट बाइक हैं. यह अपने लुक से हर कोई को अपना दीवाना बना देता है. ऐसे में हुबहू बुलेट की तरह दिखने वाली बाइक को Electric Royal Enfield Bullet Silveline नाम की यह कंपनी बेच रही है.
इस बाइक को कंपनी ने Love Plus नाम दिया गया है. जो सभी जगहों से सुर्खियां बटोर रही हैं.खास बात है कि बाइक को सिर्फ 2000 रुपये में बुक किया जा सकता है.
क्या हैं इसकी विशेषताएं
1.अगर इस बाइक के स्पेसिफिकेशंस की बात करें तो, इसमें 72V/48AH की बैटरी दी गई है.
2.बाइक की टॉप स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा की है.
3.कंपनी की मानें तो यह फुलचार्ज में 150KM तक चल सकती है.
SERB Update:आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी आय दिन किसी न किसी चीज का अविष्कार कर अपने चरम सीमा पर पहुंच गया हैं. ऐसे में विज्ञान को एक और सफलता मिली हैं. विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड ने हाल ही में कीटाणुओं को नष्ट करने वाले एयर फिल्टर का अविष्कार किए हैं. इस अविष्कार से लोगों को काफी फायदा मिलेगा. तो आइए जानते हैं इस अविष्कार के बारे में….
क्या हैं एसईआरबी का अविष्कार?
विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) से विशेष अनुदान द्वारा समर्थित एक नव-विकसित एयर फिल्टर का अविष्कार किया हैं जो कीटाणुओं को खत्म करने में सक्षम हो सकता हैं. आमतौर पर ग्रीन टी में पाए जाने वाले तत्वों का उपयोग करके उन्हें सिस्टम से ‘सेल्फ-क्लीनिंग’ कर सकता है. बैंगलोर के भारतीय विज्ञान संस्थान ने कीटाणुओं को नष्ट करने वाला एयर फिल्टर बनाया, जो आमतौर पर ग्रीन टी में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स और पॉलीकेशनिक पॉलिमर जैसे तत्वों का उपयोग करके कीटाणुओं को निष्क्रिय किया जा सकता हैं.
ये तत्व साइट-विशिष्ट बंधन के माध्यम से रोगाणुओं को तोड़ते हैं. इसका निरंतर उपयोग से, मौजूदा एयर फिल्टर पकड़े गए कीटाणुओं के लिए प्रजनन स्थल बन जाते हैं. इन कीटाणुओं की वृद्धि फिल्टर के छिद्रों को बंद कर देती है, जिससे फिल्टर का जीवन कम हो जाता है.
हर भारतीयों का कम हो रहा हैं 5-10 साल जीवन
रिपोर्ट के अनुसार, प्रदूषित हवा के कारण भारतीयों के जीवन के 5-10 साल कम हो रहे हैं, क्योंकि हवा से होने वाले दूषित पदार्थों से सांस की बीमारियां होती हैं, जो शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं. इसे टीईटीआरए फंड द्वारा समर्थित किया गया.
शोध को चुनौतीपूर्ण कोविड-19 महामारी के दौरान एसईआरबी के विशेष अनुदान और एसईआरबी-टेक्नोलॉजी ट्रांसलेशन अवार्डस (एसईआरबी-टीईटीआरए) फंड द्वारा समर्थित किया गया था और इस पर एक पेटेंट दायर किया गया है.
इसका कीटाणु आसपास के लोगों को करता हैं प्रभावित
शनिवार को विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा, ‘’यह कीटाणु आसपास के लोगों को संक्रमित कर सकता है. टेस्टिंग और कैलिब्रेशन लेबोरिटी के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड में नोवेल एंटी-माइक्रोबियल एयर फिल्टर का परीक्षण किया गया और 99.24 प्रतिशत की दक्षता के साथ सार्स-सीओवी-2 (डेल्टा वेरिएंट) को निष्क्रिय करने के लिए पाया गया। इस तकनीक को एआईआरटीएच को ट्रांसफर किया गया था, जो एक स्टार्टअप है.
चूंकि यह इनोवेशन एंटीमाइक्रोबियल फिल्टर विकसित करने का वादा करता है, जो प्रदूषित हवा से होने वाले रोगों को रोक सकता है. इसे 2022 में एक पेटेंट प्रदान किया गया था.
वायुजनित रोग को कर सकता हैं कंट्रोल
इसपर मंत्रालय ने कहा, यह ‘सेंट्रल डक्ट और एयर प्यूरीफायर में ये नए एंटीमाइक्रोबियल फिल्टर वायु प्रदूषण के खिलाफ हमारी लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और कोरोनावायरस जैसे वायु जनित रोगजनकों के प्रसार को कम कर सकते हैं.
North Korea:आज के समय में हर औरतें लिपस्टिक लगाना पसंद करती हैं. यह औरतों की खूबसूरती में चार चांद लगा देता हैं. इसके बिना औरत की खूबसूरती खूबसूरत नहीं लगती है. ऐसे में क्या होगा? जब आपको पूरी जीवन लिपस्टिक लगाने से मना कर दिया जाएं. जरा सोचिए कि औरत को खूबसूरत बनाने वाला मेकअप किसी देश में जुर्म भी माना जा सकता हैं.
क्या हैं ये अजीबों गरीब रूल्स
क्या आप जानते हैं दुनिया में नॉर्थ कोरिया एक ऐसा देश है, जो अपने अजीबो गरीब रूल्स के लिए पूरी वर्ल्ड में जाना जाता है. इस देश की अजीब रूल्स में से एक रूल्स है! महिलाओं को रेड सेड का लिपस्टिक नहीं लगना है.इस देश में होंठों की खूबसूरती बढ़ाने वाली लिपस्टिक पर भी किम जोंग सरकार की तरफ से नियम लागू किए गए हैं. यहां एक रेड कलर की लिपस्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है, तो आइए जानते हैं.
क्या वजह है इसके?
नॉर्थ कोरिया एक ऐसा देश है, होंठों पर लाल रंग की लिपस्टिक को लगाने की मनाही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक किम जोंग सरकार ने इसके लिए नियम बनाए हुए हैं. क्योंकि सरकार का मानना है कि ये रंग कैप्टिलिज्म को बढ़ावा देता है, इसलिए महिलाओं को होंठों पर इस रंग की लिपस्टिक लगाने की इजाजत नहीं है. इस कलर के मेकअप प्रोडक्ट्स को लगाने के बजाय महिलाओं को हल्के रंग का इस्तेमाल करने की इजाजत दी गई है.
साथ ही इस देश में लोगों को इस कलर के ब्यूटी प्रोडक्ट्स लगाकर सार्वजनिक स्थान पर जाने की इजाजत नहीं है.इतना ही नहीं महिलाएं इस तरह की गलती को न करें, इसके लिए देश में कई जगह पेट्रोलिंग की व्यवस्था भी की गई है.कहा जाता है कि देश में सिर्फ लाल लिपस्टिक ही नहीं कई दूसरे प्रोडक्ट्स पर भी रोकथाम लगाई गई है.
लोगों के जीवन में करती हैंहस्तक्षेप
भारत जहां हर कोई को अपनी जीवन जीने की आजादी दी जाती हैं, हर इंसान अपने मन का करता है, सरकार द्वारा उन्हें उनकी जीवन किसी भी चीज के लिए रोकथाम या हस्तक्षेप नहीं करते हैं. वहीं नॉर्थ कोरिया ऐसा देश है, जहां सरकार आम लोगों की प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में ज्यादा ह्तक्षेप करती है.
बालों के कलर पर भी रोक
यहां सिर्फ मुंह पर लगने वाले प्रोडक्ट्स ही नहीं बालों के कलर पर भी नियम तय किए गए हैं. महिलाओं और पुरुषों को बालों में रेड कलर करवाने की मनाही है, वे लाइड शेड को ट्राई कर सकते हैं.
Mobile Clining: जब हमारा मोबाइल पुराना हो जाता है तो कभी कभी ऐसा होता है कि हमारे फोन में आवाज कम आने लगी है तो आज हम आपको ऐसी ट्रिक बताने वाले हैं. जिससे आपकी इस परेशानी का समाधान हो जाएगा. तो चलिए करते हैं शुरू.
फोन में घुस जाती है गंदगी
इस तरह की दिक्कत ज्यादा स्पीकर्स में धूल के कण घुस जाने के कारण होता है. ऐसी परेशानी आने पर अधिकतर लोग अपने फोन को सर्विस सेंटर ले जाने पर काम करता हैं. ऐसे में अगर आप अपने स्पीकर को बिना किसी सर्विस सेंटर पर जाए ठीक करना चाहते हैं तो हम आपको इसका तरीका बता रहे हैं. चलिए जानते हैं.
smartphone
खरीदें क्लीनिंग कीट
इस तरीके में भले ही आपके थोड़े पैसे खर्च हो जाएं, लेकिन आपका फोन पूरी तरह से साफ हो पाएगा. आप मार्केट या फिर ऑनलाइन वेबसाइट से एक स्मार्टफोन क्लीनिंग किट खरीदें और फिर इससे स्पीकर को साफ करें.
अगर आप क्लीनिंग किट नहीं खरीदना चाहते हैं तो आप किसी भी सॉफ्ट ब्रिसल्स वाले ब्रश का इस्तेमाल कर सकते हैं. आपको यह ध्यान रखना होगा कि ब्रश के ब्रिसल्स सॉफ्ट हों. साथ ही ये सूखा और साफ हो. इसके जरिए आप स्पीकर्स को धीरे-धीरे साफ कर सकते हैं.
Zero Ultra launched in india: प्रसिद्ध स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Infinix में अपना 200 MP वाला बेहतरीन 5G स्मार्टफोन भारत में लॉन्च कर दिया है. Infinix Zero Ultra देश में 180W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ आना वाला पहला फोन है. आइए इसके कीमत, स्पेसिफिकेशन्स के बारे में आपको सबकुछ बताते हैं.
Infinix Zero Ultra specification
डिस्प्ले की बात करें तो स्मार्टफोन में 6.8 इंच AMOLED डिस्प्ले दी गई है. हैंडसेट में 120 हर्ट्ज़ रिफ्रेश रेट वाली स्क्रीन मिलती है जो फुलएचडी+ रेजॉलूशन ऑफर करती है. स्क्रीन का टच सैंपलिंग रेट 360 हर्ट्ज़ है.फोन में कर्व्ड एज के साथ स्क्रीन पर बीच में पंच-होल मिलता है.फोन में ऐंड्रॉयड 12 ऑपरेटिंग सिस्टम बेस्ड XOS 12 पहले से इंस्टॉल आता है.
Infinix Zero Ultra
रैम
रैम की बात करें तो फोन में 8 जीबी रैम व 256 जीबी की इनबिल्ट स्टोरेज मिलता है. स्टोरेज को माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए बढ़ाया भी जा सकता है. फोन में 6nm बेस्ड मीडियाटेक डाइमेंसिटी 920 चिपसेट दिया गया है.
कैमरा
कैमरे की बात करें तो इसमें 200 मेगापिक्सल प्राइमरी रियर कैमरा दिया गया है. जो OIS सपोर्ट करता है. फोन में 13 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड और 2 मेगापिक्सल मैक्रो सेंसर भी दिए गए हैं. साथ ही ड्यूल-एलईडी फ्लैश के साथ 32 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा भी इसमें दिया गया है.
बैटरी
फोन में पॉवर देने के लिए 4500mAh की बैटरी दी गई है. जिसे 180W Thunder Charger सपोर्ट दिया गया है. कंपनी का दावे के अनुसार इससे 12 मिनट में ही फुल बैटरी चार्ज हो जाएगी. फोन में सुरक्षा के लिए इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर दिया गया है. स्मार्टफोन में ड्यूल-सिम, 5G, ब्लूटूथ 5.1, वाई-फाई 802.11 एसी, जीपीएस, यूएसबी टाइप-सी पोर्ट और 3.5 एमएम हेडफोन जैक दिए गए हैं.
कीमत
भारत में स्मार्टफोन की कीमत 29,999 रुपये रखी गई है. फोन की बिक्री 25 दिसंबर से रात 12 बजे से शुरू होगी.
Winter tips: सर्दियों में अक्सर लोगों को कब्ज की समस्या हो जाती है. हम लोग ठंड में ऑयली खाने का सेवन करते हैं जिससे हमे कब्ज हो जाती है.इतना ही नहीं सर्दियों में ज्यादातर लोग पानी कम पीते हैं. ऐसे में पेट की समस्या बढ़ जाती है.पेट की समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए नहीं तो आगे चलकर इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं.अगर आप हेल्दी डाइट ले रहे हैं, इसके बावजूद अगर आपको कब्ज की समस्या है. तो आपको रोजमर्रा की आदतों में बदलाव की जरूरत है. तो चलिए हम आपको बताते हैं कि, आप अपनी किन आदतों में बदलाव करके इससे छुटकारा पा सकते हैं.
सर्दियों में क्यों बढ़ती है दिक्कत ?
Constipation in winter
कम पानी पीने से समस्या
अक्सर ठंड में लोगों को कब्ज की समस्या या फिर अपच की समस्या से दो चार होना पड़ता है.अगर आप इस समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो आपको सर्दियों में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए.सर्दियों के मौसम में कब्ज की समस्या सिर्फ इसी वजह से होती है, क्योंकि हम कम पानी पीते हैं.कम पानी पीने की वजह से शरीर में डीहाईड्रेशन की समस्या हो जाती है और इसका सीधा असर मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है.
ज्यादा चाय भी खतरनाक
सर्दियों के मौसम में ज्यादातर लोग गर्मियों के मुकाबले ज्यादा चाय पीते हैं. अगर आप चाहते हैं कि आपको अपच की समस्या नहीं हो. तो इसके लिए आपको सर्दियों में ज्यादा चाय पीने की आदत को बदल देना चाहिए.
ऑयली खाने से करें परहेज
पेट खराब होने की तीसरी सबसे बड़ी वजह ऑयली खाना होता है.ऑयली खाना खाने की वजह से पेट में अपच और कब्ज जैसी समस्या पैदा होती है.जिस वजह से हमारा पेट खराब हो जाता है.अगर आप इस समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो आपको ज्यादा ऑयली खाने से बचना चाहिए.
आदत बदलने से दूर होंगी बीमारी
सर्दियों में पेट की समस्या से निजात पाना चाहते हैं, तो ठंड में ऐसे फूड्स(Foods) का सेवन करें जिसमें फाइबर ज्यादा हो.अगर आपको कब्ज की समस्या है तो आप पपीते का सेवन जरूर करें. इसके अलावा मुनक्का भी कब्ज की समस्या से निजात दिलाने के लिए रामबाण उपाय है.वेजिटेबल सूप भी सर्दियों में बहुत ही फायदेमंद होता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें.
Diabetes: देश में डायबिटीज के आंकड़े दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं. ये एक ऐसी बीमारी है कि अगर किसी को एक बार हो जाए, तो उसे हमेशा दवाइयों या इंसुलिन के सहारे रहना पड़ता है. डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए कई तरीके हैं.आप योग के जरिए इसे कंट्रोल कर सकते हैं.
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए कुछ ऐसी पत्तियां भी हैं जो रामबाण साबित होती हैं.इन पत्तियों में एंटी डायबिटिक गुण मौजूद होते हैं जो शुगर लेवल को बढ़ने से रोकते हैं. तो चलिए जानते हैं आप किन पत्तियों को खाकर अपनी डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं.
Leaves for diabetes
डायबिटीज में पत्तियां हैं रामबाण
तुलसी की पत्ती
तुलसी की पत्ती हर किसी को खानी चाहिए.ये एक औषधीय पेड़ है.लेकिन डायबिटीज के मरीजों को तुलसी की पत्तियां खाना बहुत ही फायदेमंद होता है.इन पत्तियों को सुबह खाली पेट खाने से शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है. तुलसी के रस में मौजूद गुण ग्लूकोज शुगर को कम करने का काम करता है.
शलजम के पत्ते
शलजम के पत्ते भी डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद रहते हैं.इनके पत्तों में फाइबर की मात्रा बहुत अच्छी होती है. इसलिए सुबह खाली पेट इन पत्तियों का सेवन शुगर को कंट्रोल करता है.
नीम की पत्तियां हैं गुणकारी
नीम की पत्तियों के फायदे हर किसी को पता हैं,लेकिन फिर भी लोग इसका सेवन नहीं करते हैं, क्योंकि ये खाने में कड़वी होती है.लेकिन अगर आप चाहते हैं कि, आपकी डायबिटीज कंट्रोल में रहे तो आपको अपने स्वाद को भुलाकर इन पत्तियों का सेवन करना ही होगा.वहीं आप नीम के अलावा मीठी नीम या फिर करी पत्ते का सेवन भी कर सकते हैं.इन पत्तियों में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है.
जैतून के पत्ते
इस पेड़ के पत्ते भी डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छे होते हैं.इन पत्तियों में मौजूद पोषक तत्व इंसुलिन की मात्रा को सुधारने का काम करते हैं.जिससे आपकी डायबिटीज कंट्रोल रहती है.
सदाबहार के पत्ते
जिन लोगों को डायबिटीज है उन लोगों को सदाबहार की पत्तियों का सेवन करना चाहिए.ये डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ही गुणकारी होती है.अगर आपका शुगर लेवल ज्यादा हो रहा है तो आपको इन पत्तियों को खाना चाहिए.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले डॉक्टरों की सलाह जरूर लें.
WhatsApp New Feature: आज जो व्यक्ति स्मार्टफोन चलाता है वो व्हाट्सएप (WhatsApp) का उपयोग जरूर करता है. जिसके कारण WhatsApp काफी लोकप्रिय है. अपने यूजर्स को अच्छे अनुभव देने के लिए WhatsApp एक से बढ़कर एक शानदार फीचर्स लाता रहता है. हाल ही में वॉट्सएप ने ‘Accidental Delete‘ फीचर पेश किया है. आइए इस फीचर के बारे विस्तार से आपको बताते हैं.
Accidental DeleteFeature
WhatsApp के इस ‘Accidental Delete‘ फीचर के ज़रिए वॉट्सएप यूजर्स को गलती से डिलीट हुए मैसेज को रिकवर करने की सुविधा मिलती है. इतना ही नहीं, अगर आप गलती से “Delete for Everyone” की जगह “Delete for me” पर क्लिक करके मैसेज डिलीट करते देते हैं तो यह फीचर इस तरह के मैसेज को भी चंद सेकेंड में रिकवर करने की सुविधा देता है. ये फीचर Android और iPhone दोनों ही यूजर्स के लिए शुरू किया गया है.
इतने समय के लिए दिखेगा Undo
अब अगर आप Delete for Everyone” की जगह गलती से “Delete for me” पर टैप कर देते हैं तो आपको नीचे Undo का ऑप्शन दिखाई देगा. हालांकि यह Undo का ऑप्शन केवल 5 सेकंड के लिए शो होगा. आपको 5 सेकंड से पहले इसपर क्लिक करना होगा, जिससे आपको वो मैसेज वापस मिल जाएगा. वरना मैसेज आपकी साइड से डिलीट हो जाएगा. जो फिर वापस नहीं मिलेगा.
Coconut water: नारियल पानी गुणों की खान है.ये एक रामबाण औषधि है जो आपके शरीर को अंदर से मजबूत बनाती है.अगर आप इसको अपनी डेली रुटीन लाइफ में शामिल करेंगे तो ये आपके शरीर को हेल्दी रखेगा.इसमें विटामिन सी पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपके शरीर की इम्युनिटी को मजबूत बनाने का काम करते हैं.रोज नारियल पानी पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद रहता है.
ये एक सुपरफूड है.जिसको डाइट में कई तरह से शामिल किया जा सकता है. अगर आपको नारियल पानी पीना पसंद नहीं है तो आप इसको अपने पसंदीदा तरीका से चेंज करके पी सकते हैं.लेकिन इसका सेवन करना जरूरी है.नारियल पानी के साथ चिया सीड्स और नट्स के कई फायदे मिलते हैं.तो चलिए बताते हैं आप इसे किस तरह से अपनी डेली रुटीन लाइफ में शामिल कर बीमारियों से बच सकते हैं.
coconut water benefits
क्या हैं इसके फायदे
अगर आपको नारियल पानी पसंद नहीं है तो आप चिया सीड्स और थोड़े नट्स भिगों दें.सुबह नारियल पानी के साथ सारे इंग्रेडिएंट्स की स्मूदी बना लें.इसका सेवन कम से कम आपको हफ्ते में तीन बार करना है.इसे करने से आपकी इम्युनिटी मजबूत बनेगी.
सर्दियों के मौसम में अक्सर लोगों को मौसमी बीमारियों से दो-चार होना पड़ता है.ऐसे में अगर आप नारियल पानी का सेवन करते हैं तो आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और आपको बीमारियों से बचाता है.
स्किन के लिए भी नारियल पानी वरदान है.अगर आप चाहते हैं कि आपके स्किन में ग्लो आए और आपकी स्किन चमकती रहे तो आपको इसका सेवन जरूर करना चाहिए.
नारियल पानी से आपकी बॉडी हाईड्रेट रहती है और आपके शरीर में न्यूट्रिएंट्स की कमी नहीं होती.सर्दियों में अक्सर हम पानी कम पीते हैं.अगर आप इसका सेवन रोजाना करते हैं तो ये आपके लिए काफी फायदेमंद रहता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले डॉक्टरों की सलाह जरूर लें.
Benefits of chana : अगर आप चाहते हैं कि आपका शरीर फिट और फाइन रहे तो आप भीगे चने को अपनी डाइट में शामिल कर लें. काले चने को अगर आप अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो आपकी सेहत बिल्कुल दुरुस्त रहेगी.काले चने सेहत का खजाना हैं.काले चने को किसी भी रूप में खाया जा सकता है.आप इसे भिगोकर या फिर रोस्ट करके खा सकते हैं. चने में प्रोटीन, फाइबर, एनर्जी, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, जिंक, कॉपर, विटामिन बी-3 और सोडियम जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं.ये पोषक तत्व आपके शरीर को हेल्दी रखते हैं.
क्या हैं फायदे
काले चने के हैं फायदे
पाचन तंत्र होगा मजबूत
भीगे हुए चने पाचन तंत्र के लिए बहुत ही ज्यादा अच्छे होते हैं.भीगे हुए चनों में फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है. जो आपके पेट और आंतों के लिए बहुत अच्छा होता है.भीगे हुए चने आपके शरीर को डिटॉक्स करते हैं. अगर आपको गैस, कब्ज या फिर अपच की समस्या रहती है तो आपको भीगे हुए चनों का सेवन जरूर करना चाहिए.
वजन घटाने में मददगार
भीगे हुए चने वेटलॉस में काफी मदद करते हैं.अगर आप तेजी से अपना वजन घटाना चाहते हैं तो आपको रोज भीगे हुए चने खाने चाहिए.अगर आप भीगे हुए चने रोज खाते हैं तो आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगगी.इससे आप ओवर ईटिंग करने से बचेंगे और आपका वेट लॉस भी तेजी से होगा.भीगे हुए चनों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो आपके शरीर को हेल्दी रखती है.
हार्ट को रखता है हेल्दी
भीगे हुए चने हार्ट को हेल्दी रखते हैं. चने में एंटीऑक्सीडेंट्स एंथोसायनिन और फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाया जाता है.जो हार्ट को हेल्दी रखने का काम करते हैं.वहीं इसमें पोटैशियम, फोलेट और मैग्नीशियम भी मौजूद रहता है तो हार्ट के मरीजों के लिए काफी अच्छा होता है.डॉक्टर्स भी ऐसे मरीजों को भीगे हुए चने खाने की सलाह देते हैं.
नहीं होती है खून की कमी
अगर आप अपनी डेली रुटीन लाइफ में भीगे हुए चने को शामिल करते हैं तो आपको एनीमिया नहीं होगा.भीगे हुए चनों में आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है.आयरन रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाते हैं, जिस वजह से हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है.जिससे हमारे शरीर में खून की कमी नहीं होती है.अगर आप रोजाना चने खाते हैं तो आप बिल्कुल फिट और फाइन रहेंगे.
कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर होगा कम
अगर आप भीगे हुए चने खाते हैं तो इससे आपका कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल दोनों ही कंट्रोल में रहेंगे. काले चने में फाइबर ज्यादा और ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है तो इससे हमारे शरीर की ये दोनों चीजें कंट्रोल में रहती है.लेकिन जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ा हो उन्हें चने नहीं खाने चाहिए.
महिलाएं जरूर खाएं भीगे चने
महिलाओं को भीगे हुए चने जरूर खाने चाहिए. चने में सैपोनिन्स नाम का फाइटोन्यूट्रिएंट्स होता है, जो स्तन कैंसर के खतरे को कम करता है. इसके साथ ही भीगे चने खाने से ऑस्टियोपोरोसिस को भी रोकने में मदद मिलती है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले डॉक्टरों की सलाह जरूर लें.