Treatment of Broken Bone: मानव शरीर पूरे तरीके से हड्डियों के ढांचे पर टिका हुआ है. किसी भी हड्डी पर लगने वाले हल्के चोट से तेज दर्द होने लगती है. हादसा गंभीर होने के कारण हड्डियां टूट कर दो भागों में बंट जाती हैं. टूटी हड्डियों को ठीक करने के लिए डॉक्टर से सही उपचार लेते हैं. लेकिन सर्दी के दिनों में टूटी हड्डियों का दर्द उपचार लेने के बाद भी उभर जाता है. दरअसल ठिठुरन के कारण शरीर में कई तरह के पोषक तत्वों की कमी होने लगती है जो हड्डियों के दर्द से परेशान करने लगते हैं.
सर्दी के दिनों में क्यों बढ़ जाती है टूटी हड्डियों का दर्द
सर्दी के दिनों में तेज चित्रण के कारण शरीर में कई तरह के पोषक तत्वों की कमी होने लगती है. ठिठुरन से शरीर में रक्त का प्रवाह भी अनियंत्रित हो जाता है जो पुरानी से पुरानी हड्डियों में दर्द उत्पन्न करने लगता है. शरीर में यूरिक एसिड की कमी के कारण भी हड्डियों और जोड़ों का दर्द तेज हो जाता है.
हड्डियों के दर्द से ऐसे पाएं राहत
• पीपल का दूध और शिलाजीत की गोलियां: शिलाजीत और पीपल के दूध से बनाई गई गोलियों के सेवन से टूटी हड्डियों के दर से राहत पाया जाता है. इसके लिए शिलाजीत को पीपल के दूध में एक समान मात्रा में मिलाकर मटर के दाने के बराबर गोलियां तैयार सेवन किया जाता है.
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• देसी घी: देसी घी में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो टूटी हड्डियों को दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं. एक चम्मच देसी घी, एक चम्मच गुड और एक चम्मच हल्दी को पानी में मिलाकर उबालने के बाद दर्द वाली हड्डी की सिकाई करने से आराम मिलती है.
• कच्चा प्याज: कच्चे प्याज में पाया जाने वाला पोषक तत्व हड्डियों के दर से राहत दिलाने में मदद करता है. इसके लिए एक कच्ची प्याज को अच्छे से पीसकर एक चम्मच दही में मिला ले और साफ कपड़े में बांध लें. कपड़े को तिल के तेल में गर्म कर टूटी हड्डियों पर सिकाई करने से दर्द राहत मिलती है.
• दूध के साथ हल्दी: दूध और हल्दी में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो टूटी हड्डियों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं. सर्दी के दिनों में टूटी हड्डियों के दर्द से राहत के लिए रोजाना दूध और हल्दी का सेवन किया जाता है.
नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता.
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