Mobile phone history: आज के समय में हर किसी के हाथों में आसानी से स्मार्टफोन देखने को मिल जाएगा. बिना फोन और उसकी आत्मा इंटरनेट का जीवन में कोई महत्व ही नहीं रह गया है. अगर लोगों के पास से कुछ घंटे के लिए मोबाइल फोन दूर हट जाए तो मानो उनके शरीर में जान ही नहीं है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि जब दुनिया में मोबाइल फोन नहीं था तो लोगों का जीवन क्या होगा. खैर आपने कभी सोचा दुनिया में पहला फोन कब लॉन्च हुआ था और उस फोन का नाम और उसे किस कंपनी ने लॉन्च किया था. नहीं पता तो आज हम आपके हर सवाल का जवाब इस आर्टिकल में जानेंगे. चलिए
कब बना दुनिया का पहला मोबाइल ?
दुनिया में पहला मोबाइल मोटरोला के रिसर्चर मार्टिन कपूर ने सन 1973 में बनाकर तैयार किया था. इस मोबाइल फोन को एक प्रोटोटाइप फोन के रूप में तैयार किया गया था. ताकि इस फोन को देखकर दूसरे मॉडल को तैयार किया जा सके. आपको जानकर हैरानी होगी कि, इस मोबाइल से मार्टिन कूपर ने 3 अप्रैल 1973 में joel Engel के पास फोन किया जो लंबे समय से प्रोटोटाइप मोबाइल फोन के मैन्युफैक्चरिंग पर कम कर रहें थे.
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भारत में कब और किस कंपनी का आया फोन ?
दरअसल, भारत जैसे विशाल देश में पहला मोबाइल फोन मोटरोला कंपनी का “मोटरोला डायनाटा” आया था. जिसको 31 जुलाई 1995 में भारत में लॉन्च किया गया था और उसी दिन पश्चिम बंगाल के मौजूदा मुख्यमंत्री ज्योति बसु ने पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री सुखराम से पहली बार मोबाइल पर बात किया था. लेकिन तब से लेकर आज का समय इतना बदल गया कि देश छोटे बच्चे से लेकर बड़े बुजुर्ग के हांथ में आसानी से देखने को मिल जाएगा.
क्या है मोबाइल का हिंदी नाम ?
आज हम सब लोग मोबाइल को उसके कंपनी के नाम से या फिर स्मार्टफोन के नाम से जानने लगे हैं. लेकिन अगर यह सवाल 100 लोगों से पूछा जाए तो उनमें से कुछ लोग ही ऐसे होंगे जो मोबाइल का हिंदी नाम बता पाएंगे. खैर अगर आपको भी नहीं पता तो इसका हिंदी नाम “सचल दूरभाष यंत्र” है. इस नाम के पीछे भी एक खास मकसद है, दरअसल, हम इसे कहीं भी अपने साथ आसानी से ले जा सकते हैं.
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