Different types of Passport : जब भी कोई व्यक्ति विदेश जाना चाहता है तो सबसे पहले उसे पासपोर्ट (passport) बनवाना होता है क्योंकि पासपोर्ट के बिना उसे एयरपोर्ट के अंदर घुसने भी नहीं दिया जाएगा. इसलिए दूसरे देश में जाने से पहले आपको पासपोर्ट बनवाने की आवश्यकता पड़ती है. जब भी आप पासपोर्ट बनवाते हैं तो आपको एक लंबे टेस्ट प्रोसेस से होकर गुजरना होता है. ठीक वैसे ही जैसे आप स्कूलों में एग्जाम देते थे.
अब आप सोच रहें होंगे कि फिर बीजा की क्या आवश्यकता? तो हम आपको बता दें कि जिस तरह पासपोर्ट के जरिए आप दूसरे देश में जा सकते हैं. उसी तरह आप बीजा की मदद से दूसरे देश में रह सकते हैं. आपके जानकारी के लिए बता दूं बीजा बनाने में भी बहुत लंबे प्रोसेस से होकर गुजरना पड़ता है. वैसे तो हर देश का अपना एक अलग पहचान वाला पासपोर्ट होता है. जिससे दूसरे देशों के नागरिकों को आसानी से पहचाना जा सकें. खैर, आज हम इंडिया के पासपोर्ट के बारे में बात करेंगे. क्या आपको पता है? भारत का पासपोर्ट एक नहीं बल्कि 3 अलग-अलग रंगों का है और हर रंग के पासपोर्ट का एक अलग खास मतलब होता है. आज हम आपको पासपोर्ट के बारे में ही कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं इन अलग अलग रंगों वाले खास पासपोर्ट के बारे में.
भारतीय पासपोर्ट कुल तीन अलग-अलग रंगों का होता है- मरून, सफ़ेद, और नीला. तीनों पासपोर्ट का अलग- अलग मतलब होता है तथा इन अलग अलग रंगों के पासपोर्ट से नागरिकों के महत्व,पावर,पोजीशन का पहचान होता है.
नीला पासपोर्ट का महत्व
नीले रंग के पासपोर्ट देश के आम लोगों के लिए बनाया गया है. इस पासपोर्ट में व्यक्ति के नाम के अलावा जन्म की तारीख, और स्थानीय पते की जानकारी दी गई होती है. साथ ही, इसमें फोटो, हस्ताक्षर, पहचान के लिए शरीर पर कोई निशान के बारे में भी जानकारी दी गई होती है. पासपोर्ट पर किसी देश का वीजा लगवाने के बाद वहां की यात्रा की जा सकती है.
सफेद पासपोर्ट का महत्व
सफेद रंग के पासपोर्ट सरकारी काम से किसी दूसरे देश में जाने वाले व्यक्ति को दिया जाता है. सफेद रंग के पासपोर्ट वाले को कस्टम की चेकिंग के समय अधिकारी या सरकारी व्यक्ति को अलग तरह से ट्रीट किया जाता हैं.सफेद रंग के पासपोर्ट वाले व्यक्ति को कुछ खास तरह की अलग सुविधाएं भी मिलती हैं.
मरून पासपोर्ट का महत्व
विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारियों को राजनयिक पासपोर्ट जारी किए जाते हैं.और इसे टाइप डी पासपोर्ट के रूप में भी जाना जाता है.यह पासपोर्ट विशेष रूप से आरक्षित लोगों को दिया जाता है जो भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) विभागों में काम करते हैं.
पासपोर्ट मैरून रंग का होता है जिसके साथ हिंदी और अंग्रेजी में डिप्लोमैटिक पासपोर्ट लिखा होता है. ये पासपोर्ट जिन लोगों के पास होता है उन्हें विदेश जाने के लिए वीजा लेने की जरूरत भी नहीं पड़ती है. साथ ही, इनका इमिग्रेशन प्रोसेस भी अन्य लोगों के मुकाबले बेहद आसानी से और जल्दी हो जाता है. इस पासपोर्ट वालो को विदेशी देशों की यात्रा सस्ती होती है क्योंकि यह कर-मुक्त होता है. इसमें अधिकारियों को विदेश में विशेष दर्जा प्राप्त है.
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