Diet for Abortion Weakness: गर्भपात एक बेहद ही गंभीर प्रक्रिया है जो महिलाओं के शरीर को कमजोर बना देता है. गर्भपात के दौरान शरीर से अत्यधिक मात्रा में ब्लीडिंग के कारण आयरन के साथ-साथ कई तरह के पोषक तत्वों की कमी हो जाती है जिससे एनीमिया जैसी गंभीर समस्या परेशान कर देती है. आइए जानते हैं गर्भपात के बाद महिलाओं को डाइट में किन तरह के सेवन से शरीर की कमजोरी को दूर किया जा सकता है.
गर्भपात के बाद कैल्शियम खाद्य पदार्थ फायदेमंद
गर्भपात के बाद शरीर से अत्यधिक ब्लीडिंग के कारण आयरन के साथ-साथ शरीर में कई तरह के पोषक तत्वों की कमी होने लगती है. कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से गर्भपात के बाद शरीर को कमजोरी की समस्या से छुटकारा दिलाया जा सकता है. सूखा मेवा, डेरी प्रोडक्ट, हरी पत्तेदार सब्जियां शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करती हैं.
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गर्भपात के बाद आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का करें सेवन
गर्भपात के बाद शरीर से अत्यधिक मात्रा में ब्लीडिंग के कारण आयरन की कमी होने लगती है जिससे महिला खून की कमी की समस्या से परेशान हो जाती है. शरीर में खून की कमी की समस्या के कारण एनीमिया जैसे रोग भी बड़े रूप लेने लगते हैं. हरी पत्तेदार सब्जियां, बींस, किशमिश, सोयाबीन और ब्राउन राइस के सेवन से शरीर में आयरन की पूर्ति की जा सकती है.
गर्भपात के बाद मैदा युक्त खाद्य पदार्थ हानिकारक
गर्भपात के बाद महिलाओं को मैदा युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए. मैदा युद्ध खाद्य पदार्थों के सेवन से पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव पड़ता है जिससे महिलाओं को पेट दर्द के साथ-साथ और भी पेट संबंधित कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता.
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