H3N2 Virus : एक तरफ देश जहां कोरोना वायरस से पूरी तरह उबर भी नहीं पाया था कि एक और वायरस ने पूरे देश में हाहाकार मचा दी है. जी हां! एक बार फिर से भारत ने वायरस ने दस्तक दे दी है. इस खतरनाक वायरस का नाम H3N2 है. लगातार कई हफ्तों से कई राज्यों में इसके केस भी देखे जा रहे हैं.
राज्य सरकारों ने इससे बचने के लिए जरूरी कदम उठाना शुरू कर दिए हैं. स्वास्थ्य विभागों ने हॉस्पिटल्स में आइसोलेशन वार्ड तैयार करने के आदेश दिए हैं. साथ ही इस वायरस से संबंधित मरीजों की जानकारी मांगी गई है. वहीं बच्चों की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए गवर्मेंट स्कूलों को बंद करने का फैसला कर रही है.
कक्षा 1 से 8वीं तक के स्कूल बंद
पुडुचेरी के शिक्षा मंत्री A. नमस्सिवम ने H3N2 वायरस और फ्लू के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया है. पुडुचेरी के स्कूल 16 मार्च से 26 मार्च तक बंद रहेंगे. फिलहाल यह फैसला कक्षा 1 से 8वीं क्लास तक के छात्रों के लिए लिया गया है. वहीं इससे ऊपर की कक्षा के छात्रों के लिए क्लासेज अभी बंद नहीं की गई है. ऐसे में सभी पेरेंट्स से गुजारिश की जा रही है कि अपने बच्चों का खास ख्याल रखें. ताकि उनके साथ ऐसी कोई समस्या न उत्पन्न हो.
9 लोगों की हुई मौत-H3N2 Virus
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूरे देश में इस वायरस के कई मामले दर्ज किए गए हैं. इस वायरस से 9 लोगों की मौत हो गई है. केंद्र सरकार लगातार इसपर नजर बनाए हुए हैं. साथ ही इससे पीड़ित मरीजों को तुरंत उपचार के लिए सुविधा मुहैया कराई गई है.
H3N2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण
H3N2 इन्फ्लूएंजा के प्रकोप ने पूरे देश के नाक में दम कर दिया है. इस वायरस के चपेट में बूढ़े, जवान, बच्चें सभी आ रहे हैं. खास कर बच्चे और बुजुर्ग तेजी से इस वायरल की चपेट में आ रहे हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक एच3एन2 एक ऐसा इंफ्लूएंजा वायरस है जो आमतौर पर सूअरों से मनुष्यों में फैलता है. इसके लक्षण मौसमी फ्लू वायरस के समान होते हैं. इसमें बुखार और खांसी एवं बलगम समेत श्वसन संबंधी समस्या के लक्षण दिखाई देते है. इसके अलावा कुछ मरीजों को शरीर में दर्द, मतली, उल्टी या दस्त सहित अन्य समस्याएं भी होती हैं.
इन्फ्लूएंजा वायरस भी एक दूसरे से फैलता है. यह भी कोरोना की तरह ही एक संक्रामक बीमारी है. इसलिए एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए. साथ ही एक दूसरे से उचित दूरी बना के रखना चाहिए और मास्क का भी इस्तेमाल करना चाहिए.
ये भी पढ़ें: Yoga for Uric Acid : चुटकियों में यूरिक एसिड का लेवल कम करेगा ये योगासन, जानें आसान तरीका