Eye Care: डिजिटल युग में आज सभी लोग मोबाइल, लैपटॉप और टीवी का इस्तेमाल कर रहे हैं. लगातार ज्यादा समय तक लैपटॉप मोबाइल और टेलीविजन के इस्तेमाल से आंखों पर पड़ने वाली करने का बुरा प्रभाव पड़ता है. यदि आप मोबाइल और लैपटॉप को आंखों के करीब रखकर इस्तेमाल करते हैं तो वह रोशनी को कमजोर कर देता है. लैपटॉप और टेलीविजन के अपेक्षा मोबाइल फोन से निकलने वाली किरणों का आंखों पर अधिक प्रभाव पड़ता है.
मोबाइल और लैपटॉप का ऐसे ना करें इस्तेमाल
मोबाइल फोन और लैपटॉप का इस्तेमाल ज्यादा समय तक ना करें.
• रात के अंधेरे में मोबाइल फोन और लैपटॉप के इस्तेमाल से बचें.
• फोन या लैपटॉप को चलाते समय ब्राइटनेस को सामान्य रखें.
• लैपटॉप को गोद में रखकर इस्तेमाल से बचना चाहिए.
रोशनी को बचाने के लिए ये करें
मोबाइल या लैपटॉप का अंधेरे में लंबे समय तक इस्तेमाल करना आपकी आंखों को कई तरह की बीमारियों से ग्रसित कर सकता है. कई बार लंबे समय तक मोबाइल फोन और लैपटॉप के इस्तेमाल रात में नींद की समस्या का भी सामना करना पड़ता है. लंबे समय तक फोन या लैपटॉप के इस्तेमाल से आंखों तेज जलन और दर्द के कारण चश्मा लगने का भी खतरा बढ़ जाता है.
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आंखों में दर्द महसूस होने पर क्या करें
• आंखों में दर्द महसूस होने पर आंखों को आराम दें.
• 5 से 6 बार अपनी आंखों को ठंडा पानी से धोएं.
• धूप में निकलने से पहले सनग्लास का प्रयोग करें.
• खीरा को काटकर आंखों पर रखें.
• आंखों को स्पर्श करने से पहले हाथों को धो लें.
मोबाइल और लैपटॉप से ऐसे बनाएं दूरी
मोबाइल और लैपटॉप से दूरी बनाने के लिए बार-बार नोटिफिकेशन चेक करने की आदत पर नियंत्रण करना चाहिए. रात में सोने से पहले मोबाइल या लैपटॉप को बिस्तर से 10 मीटर की दूरी पर रख देना चाहिए.
नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता.
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