Basant Panchami 2023: हर बार बसंत पंचमी का पर्व माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है. मान्यता है कि इस दिन मां की पूजा करने से सुख शांति और समृद्धि मिलती है.इस दिन किए गए कार्य कभी भी विफल नहीं होते. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर बसंत पंचमी(Basant Panchami ) पर पीले रंग(Yellow colour on Basant Panchami) का इतना महत्व क्यों है. क्यों इस दिन पीले रंग के कपड़ें पहनकर पूजा अर्चना होती है. आखिर इसके पीछे क्या मान्यता है.
Basant Panchami 2023: क्यों पहने जाते हैं पीले रंग के कपड़ें
ये दिन मां सरस्वती का दिन होता है. मां सरस्वती विद्या,कला और संगीत की देवी हैं. इनकी पूजा करने से यश की प्राप्ति होती है. दरअसल पीले रंग को हिन्दू धर्म में शुभ माना जाता है. पीले रंग को ऊर्जा और ज्ञान का प्रतीक मनाते हैं. आज के दिन से बसंत ऋतु का आगमन होता है. बसंत में सरसों के खेत पीले रंग के फूल से लहलहा उठते हैं. इन दिन लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं और पीले रंग का भोजन बनाते हैं.
क्या है इसका वैज्ञानिक महत्व
दरअसल अगर आप पीले रंग का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं तो आपका तनाव कम होता है. और दिमाग शांत रहता है. इसलिए विज्ञान के दृष्टिकोण से पीले रंग का अपना महत्व है. इतना ही नहीं अगर आप पीले रंग के कपड़े पहनते हैं तो आत्मविश्वास बढ़ता है.
पीले रंग का इस्तेमाल करने से आपका नर्वस सिस्टम मजबूत बनता है. ये दिमाग पर असर डालता है और दिमाग से सेरोटोनिन हॉर्मोन निकलता है. जो आपके मूड और फीलिंग्स को अच्छा करता है. पीले रंग की सब्जियां और फल कई बीमारियों से बचाने में भी मददगार साबित होते हैं.
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