Identification Of Sabudana: साबूदाना में पाया जाने वाला पोषक तत्व व्रत के दौरान शरीर को कई तरह के एनर्जी से बूस्ट रखता है. उपवास के दौरान लोग साबूदाना का सेवन सबसे ज्यादा मात्रा में करते हैं. लेकिन नवरात्रि के समय बाजार में अब दो नंबर का साबूदाना भी बिक रहा है. आईए जानते हैं असली और नकली साबूदाना के बीच अंतर के बारे में…
असली और नकली साबूदाने की ऐसे करें पहचान
• बाजार से साबूदाना खरीदते समय एक साबूदाना को मुंह में डालने कुछ देर बाद साबूदाना यदि किरकिरा होकर खत्म हो गया तो वह नकली है.
• असली साबूदाना मुंह में जाते ही स्टार्च उत्पन्न करता है जो दांतों में चिपकने लगता है. लेकिन बाजार में बिक रहे मैदा वाले साबूदाना मुंह में जाते ही तुरंत गल जाते हैं.
• कई बार साबूदाना को कुछ देर पानी में फूलने के लिए छोड़ दिया जाता है. नकली साबूदाना 1 से 2 घंटे में ही पानी में घुल जाता है.
• साबूदाना को आग में जलाने से वह रख नहीं होता है बल्कि उससे निकलने वाला धुआं एक अलग तरीके की स्मेल पैदा करता है.
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असली साबूदाना खाने के फायदे
असली साबूदाना शरीर को दिन भर स्टार्च और एनर्जी से भरपूर रखता है. यदि उपवास के दौरान आप केवल एक बार साबूदाना का सेवन करते हैं तो वह आपको पूरे दिन एनर्जी से भरपूर रखेगा. इसमें पाया जाने वाला पोषक तत्व शरीर के हड्डियों के साथ-साथ दिमाग को भी स्वस्थ और तंदुरुस्त बनाता है.
नकली साबूदाना खाने के नुकसान
मिलावटी साबूदाना को तैयार करने में कई तरह के केमिकल्स ओर सल्फ्यूरिक एसिड का इस्तेमाल किया जाता है जो शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचाते हैं. मिलावटी साबूदाना बनाने में प्रयोग किया जाने वाला व्हाइटनिंग एजेंट शरीर के अंगों को कमजोर बनाता है. मिलावटी साबूदाना किडनी और लीवर को भी प्रभावित करता है.
नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता
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