Pakistan Blackout: थोड़े दिन पहले पाकिस्तान से जो तस्वीरें सामने आईं थीं उन्हें भला कौन भूल सकता है. रोटी और आटे के लिए चलती गोलियां और हो रहे दंगे के वीडियो वायरल (Pakistan food crisis) हुए थे. उन्हें जिसने देखा वहीं दंग रह गया. सबके मन में यही था कि आर्थिक स्थित पर क्या पाकिस्तान इतना बदहाल हो गया है कि, वो अपने लोगों को जरूरत का सामान भी मुहैया नहीं करा सकता. एक बार फिर वही हुआ. पाकिस्तान अंधेरे में डूब गया.पाकिस्तान में नेशनल पावर ग्रिड फेल(Power Grid Failure) हो गई.जिसके बाद उसके ज्यादातर प्रांतों में बिजली की सप्लाई ठप हो गई.
Pakistan Blackout: पाकिस्तान में कैसे गई बिजली
दरअसल Power Grid एक तरह का सिस्टम होता है, जो बिजली के उत्पादन से उसकी सप्लाई तक की कड़ियों को जोड़ कर इसे व्यवस्थित बनाता है.और अगर इस Power Grid में कोई गड़बड़ी आ जाए तो ये किसी भी देश को अंधकार में ले जा सकता है. और पाकिस्तान में भी ऐसा ही हुआ है.पाकिस्तान की सरकार का कहना है कि, ये ब्लैक आउट वहां इसलिए हुआ क्योंकि, बलूचिस्तान के क्वेटा और सिंध प्रांत के बीच हाईटेंशन लाइन में खराबी आ गई थी. और इसकी वजह से वहां का Power Grid फेल हो गया था.
पाकिस्तान में मची अफरा-तफरी
बिजली की सप्लाई ठप होने से पाकिस्तान में अफरा-तफरी का माहौल है जिससे वहां आपातकालीन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. पाकिस्तान पहले से ही बिजली संकट से जूझ रहा है. पिछले महीने ही पाकिस्तान की सरकार ने फैसला किया था कि, बिजली बचाने के लिए रात 8 बजे के बाद से बाजार और रेस्टोरेंट बंद रहेंगे. और खपत कम हो इसलिए बिजली की कीमतों में 3 रुपये की वृद्धि भी की गई थी. अब कराची में एक यूनिट बिजली की कीमत है, 43 रुपये जबकि भारत में शहरों में बिजली की कीमत 6 से 9 रुपये तक प्रति यूनिट है.
पाकिस्तान में बिजली संकट की सबसे बड़ी वजह है पेट्रोल-डीजल की कमी.पाकिस्तान में 60 प्रतिशत बिजली पेट्रोलियम और गैस से पैदा होती है… लेकिन जून 2022 में पाकिस्तान सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों से लगभग 200 करोड़ रूपये की सब्सिडी हटा दी थी, और सब्सिडी हटाने के साथ ही पाकिस्तान सरकार ने 30 रुपये प्रति लीटर Petroleum Development Tax भी लगा दिया था.इससे पेट्रोल-डीजल की कीमतें दोगुना बढ़ गईं थीं. National Electric Power Regulatory Authority के मुताबिक पाकिस्तान इस समय 24 हजार मेगावाट बिजली पैदा कर रहा है, जबकि डिमांड 30 हजार मेगावाट है.