National Flag: देश भर में आज आजादी का पर्व धूम-धाम से सेलिब्रेट किया जा रहा है। देश के हर सड़क, चौक-चौराहों पर लोगों में देशभक्ति की भावना उमड़ रही है और देशभक्ति की भावना उमड़े भी क्यों न ये पर्व खास जो है। इस मौके पर देश के झंडे (National Flag) को लोग अपने घरों पर लगाते हैं लेकिन क्या कभी आपके दिमाग में आया कि आखिर हमारे राष्ट्रीय ध्वज में तीन ही रंग क्यों हैं और इनका महत्व क्या है। हम यहां आपको इसी बारे में बता रहे हैं।
राष्ट्रीय ध्वज में लगे तीन रंगों का मतलब
हमारे राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंगों का समावेश दिया गया है। जिसमें सबसे ऊपर केसरिया रंग बीच में सफेद और नीचे हरा रंग देश की शान को संजोकर रखने का काम करता है। सफेद रंग के मध्य में अशोक स्तंम्भ भी है जिसका अपना अलग महत्व है। इसमें जो चक्र दिया गया है उसमें 24 तीलियां दी गई हैं। अब इन तीनों रंगों के मतलब समझ लेते हैं।
ये भी पढ़े:Weather Update: हिमाचल में भारी बारिश ने ली अब तक 52 लोगों की जान,जानें देश के मौसम का हाल
केसरिया रंग को साहस और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। जबकि सफेद रंग शांती और सच्चाई की ओर संकेत करता है और हरा रंग देश की धरती उर्वरता, वृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है। वहीं तिरंगे के बीच में जो अशोक चक्र दिखाया गया है वह गति से चल रहे जीवन और स्थातियत्व में मृत्यू और जीवन की आधारशिला की ओर संकेत करता है।
राष्ट्रीय ध्वज का आकार
राष्ट्रीय ध्वज के लिए एक खास आकार भी निर्धारित किया गया है। तिरंगे के मानकों के अनुसार इसकी चौड़ाई को अनुपात में 3:2 रखने का नियम है तो इसमें तीनों पट्टियां क्षेतिज होने का प्रावधान है। झंडे को तैयार करने के लिए हमेशा खादी के कपड़े का इस्तेमाल किया जाता है। अगर कोई तिरंगे का किसी भी तरह से अपमान करता है तो वह देशद्रोह की कैटेगिरी में आता है।
आपके लिए – भारत से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें