Uric Acid Remedies: यूरिक एसिड का पेशाब के रास्ते बाहर नहीं निकलने के कारण शरीर में क्रिस्टल यानी पथरी बनने लगता है और जोड़ों में जाकर फंस जाता है. जिससे मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द से परेशानी होती है. यूरिक एसिड बढ़ने के दौरान मांसपेशियों में तेज जकड़न और दर्द जैसी समस्या होती है. डॉक्टर के अनुसार मांसपेशियों में पथरी का बना गाउट कहलाता है. शरीर में यूरिक एसिड लेवल बढ़ने पर किडनी और दिल के रोगियों का खतरा बढ़ जाता है.
प्यूरिन वाले खाद्य पदार्थों से दूरी
यूरिक एसिड लेवल बढ़ाने के दौरान डॉक्टर रोगियों को प्यूरिन वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से रोकते हैं. हालांकि केवल प्यूरिन वाले खाद्य पदार्थ पर कंट्रोल करने से यूरिक एसिड लेवल से राहत नहीं मिलता है. इसे कंट्रोल करने के लिए कई तरह के खाद्य पदार्थ का सेवन भी जरूरी हो जाता है.
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इन चीजों का करें सेवन
• हरी-साग सब्जी: हर साग सब्जियों के सेवन से शरीर में यूरिक एसिड लेवल को नियंत्रित किया जाता है. हरी सब्जियों में पाए जाने वाले पोषक तत्व विटामिन और मिनरल्स ब्लड सर्कुलेशन में मदद करते हैं. यूरिक एसिड लेवल हाई होने पर साग का ज्यादा मात्रा में सेवन करना चाहिए.
• फलों का सेवन: फलों से कई तरह की बीमारियों से निजात पाया जाता है यूरिक एसिड लेवल हाई होने पर फलों का सेवन किया जाता है. जिन फलों में विटामिन बी और सी ज्यादा मात्रा में पाई जाती है उनके सेवन से यूरिक एसिड लेवल कंट्रोल किया जाता है.
• ओमेगा 3 वाली मछली: ओमेगा 3 वाली मछली में फैटी एसिड होता है जो एसिड लेवल को कंट्रोल करता है. हालांकि समुद्री मछलियों में प्यूरिन सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है. गाउट या पथरी से ग्रसित लोगों को मछली के सेवन से बचना चाहिए.
नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता.
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