Fatty liver: आजकल के खानपान की वजह से कई बीमारियों ने शरीर को अपना घर बना लिया है. अब आपको फैटी लीवर की समस्या आम तौर पर देखने को मिल जाएगी.हालांकि इसे दवाइयों को सही खान-पान से सही किया जा सकता है.लेकिन क्या आप जानते हैं अगर फैटी लीवर की समस्या से कोई मरीज जूझ रहा है तो उसके दिमाग पर भी असर पड़ सकता है.
एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि, जो लोग नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज, लीवर के फैट और दिमाग की कई बीमारियों का कारण हो सकता है.इस शोध में पाया गया जो लोग अनहेल्दी या गलत खान-पान कर रहे थे, उन्हें नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज का खतरा ज्यादा था.वहीं स्टडी में ये बात भी सामने आई है कि, ऐसे मरीजों में मेमोरी लॉस समेत ब्रेन की कई और समस्याएं हो सकती हैं.
पहचानें फैटी लीवर के लक्षण
अगर आपको अक्सर या फिर बिना किसी समस्या के पेट में दर्द,जी मिचलाना,अचानक भूख की कमी,पेट और पैर में सूजन महसूस होना,अचानक से वजन का कम होने लगना या फिर अत्यधिक थकान या कमजोरी महसूर होती है तो ये इस बीमारी के लक्षण हो सकते हैं.वहीं अगर आपको अपनी स्किन में भी बदलाव देखने को मिलें तो भी ये इस बीमारी के लक्षण हैं.किसी भी बीमारी के लक्षण शरीर खुद देने लगता है.लेकिन इसे हम अक्सर इग्नोर कर देते हैं.इसलिए समय समय पर जांच करवाना अनिवार्य है.
दिमाग-फैटी लीवर डिजीज के बीच में संबंध
दरअसल गलत और खराब खान-पान और अत्यधिक प्रोसेस्ड फूड का सेवन फैटी लीवर डिजीज का कारण बन सकते हैं.इस तरह के खान पान से मोटापा धीरे धीरे बढ़ने लगेगा और असंतुलित मोटापा दिमाग की समस्याओं को जन्म दे सकता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी पर राय बनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें.
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