Nisha Bangre Resignation: मध्य प्रदेश की चर्चित डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे अपने इस्तीफे को लेकर चर्चाओं में बनी हुई हैं. बता दें निशा बांगरे अब राजनीति में हाथ आजमाना चाहती हैं जिसके कारण उन्होंने डिप्टी कलेक्टर की अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. लेकिन अभी तक सरकार ने उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया है. फिलहाल मामला हाई कोर्ट में लंबित है जिस पर आज सुनवाई होनी है.आइए आपको बताते हैं कि डिप्टी कलेक्टर निशा बागड़े का इस्तीफा क्यों स्वीकार नहीं किया जा रहा है.
इस सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं निशा
बता दें निशा बांगरे छतरपुर की डिप्टी कलेक्टर के रूप में अपने काम करने की खास छवि के चलते उन्होंने बहुत ही कम समय में मध्य प्रदेश के अधिकारियों और सरकार के बीच अपनी एक अलग पहचान बनाई है. इस लोकप्रिय छवि के कारण कांग्रेस ने उन्हें बैतूल जिले की अमला सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है.
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अनुशासनहीनता की चल रही है जांच
नियम के मुताबिक विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए निशा बांगरे को पहले अपने डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा देना होगा और सरकार को उसे मंजूर करना होगा लेकिन निशा ने तो अपना इस्तीफा दे दिया है परंतु सरकार अभी तक सरकार ने उस इस्तीफे को मंजूर नहीं किया है.हाई कोर्ट में सरकार ने कहा है कि निशा बांगरे पर अनुशासनहीनता के मामले की जांच चल रही है क्योंकि जांच अभी लंबित है इसलिए इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है.
सुप्रीम कोर्ट पहुंची थीं निशा बांगरे
इस मामले को लेकर निशा बांगरे सुप्रीम कोर्ट पहुंची थीं और उन्होंने कहा कि जल्दी से जल्दी उनका इस्तीफा स्वीकार किया जाए क्योंकि उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन करना है लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अर्जी को खारिज करते हुए जबलपुर हाईकोर्ट को ये आदेश दिया की 23 अक्टूबर तक इस मामले पर अंतिम फैसला दे दिया जाए. अभी तक जबलपुर हाईकोर्ट की तरफ से कोई फैसला नहीं आया है जैसे ही इस केस में कोई फैसला आ जाएगा अपडेट कर दिया जाएगा.
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