Election Results 2023: देश के चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव का परिणाम आज आ रहे हैं। मतगणना के बाद हार-जीत के ऐसे मामले भी सामने आते हैं जहां कई रिकार्ड बनते हैं तो कई रिकार्ड टूट जाते हैं। चुनाव में कुछ ऐसे भी रिकार्ड दर्ज हैं जहां सिर्फ एक ही एक वोट ने नेताओं का भविष्य तय किया है। आपको बता दें कि राजस्थान की राजनीति में एक बार ऐसा ही कुछ मामला सामने आया था।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में हुई थी 1 वोट से जीत
राजस्थान में विधानसभा के लिए मतगणना जारी है। वैसे तो राजस्थान की सभी सीटों पर सबकी नजरे हैं लेकिन राजस्थान की नाथद्वारा सीट कई मायने ऐतिहासिक रही है। इस सीट पर साल 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में रोमांचक मुकाबला हुआ था।
राजस्थान की नाथद्वारा सीट पर मुख्य उम्मीदवार थे भाजपा के कल्याण सिंह और कांग्रेस के सीपी जोशी। यह सीट सीपी जोशी की परंपरागत सीट रही थी। वे इस सीट पर 1980, 1985, 1998 और 2003 में चुनाव में जीत हासिल किए थे। लेकिन 2008 के चुनाव की जब मतगणना पूरी हुई तो बीजेपी के कल्याण सिंह को जीत मिली। चर्चा उनकी जीत से ज्यादा मार्जिन की होने लगी। कल्याण सिंह को चुनाव में 62,216 वोट मिले थे तो वहीं सीपी जोशी को 62,215 वोट मिले थे। सीपी जोशी केवल एक ही वोट से चुनाव हार गए थे।
खास बात है कि सीपी जोशी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों में से एक थे। इस चुनाव में कांग्रेस के जीतने पर उनका मुख्यमंत्री बनना लगभग तय था। लेकिन 1 वोट ने राजस्थान की सियासत बदल दी। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस तो जीती लेकिन सीपी जोशी मुख्यमंत्री के पद की दौड़ से बाहर हो गए।
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2004 में सामने आया था पहला ऐसा मामला
1 वोट की कीमत का अंदाजा 2004 के विधानसभा चुनाव में कर्नाटक राज्य में भी लगा। जब कर्नाटक की संथेमरहल्ली निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के ध्रुवनारायण ने जनता दल सेक्युलर के ए.आर.कृष्णमूर्ति और को एक वोट से हरा दिया। 40 हजार 751 वोट कृष्णमूर्ति को मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी ध्रुवनारायण को 40 हजार 752 वोट मिले थे। केवल 1 वोट ने कांग्रेस के ध्रुवनारायण को विजेता बना दिया। साथ ही ए.आर.कृष्णमूर्ति विधानसभा चुनाव में 1 वोट से हारने वाले पहले शख्स बनें।
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