PM Modi ने सोमवार को अपने आवास पर तुर्की में 10 दिन तक राहत और बचाव कार्य करने के बाद लौटे भारतीय सहायता दल के साथ बातचीत की. इस दौरान एनडीआरएफ के महानिदेशक अतुल करवाल भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री ने राहत और बचाव दल के सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्हें धन्यवाद प्रेषित किया.आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि किस तरह प्रधानमंत्री ने तुर्की से आई टीम का हौसला अफजाई किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि एनडीआरएफ की साख राहत और बचाव कार्य में त्वरित मदद करने के कारण लगातार बढ़ती जा रही है.NDRF को आगे भी सीखते हुए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ राहत और बचाव दल के रूप में पहचान बनाने के लिए लगे रहना होगा. आज एनडीआरएफ पर लोगों का विश्वास बढ़ा है और लोग एनडीआरएफ के कहने पर उसी के अनुसार काम करते हैं. इन्होंने आगे कहा कि भारत अपनी निस्वार्थ पहचान को मजबूत कर रहा है हम वसुदेव कुटुंबकम की सूक्ति को साकार करते हुए संपूर्ण विश्व को अपना परिवार मानते हैं और इस विश्व का सदस्य होने के नाते संकट के समय तेजी से मदद करने के लिए हाथ बढ़ाना हमारा कर्तव्य है.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि संकट के समय भारत की त्वरित प्रतिक्रिया एक ऐसी उपलब्धि है जिस पर पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित होता है. हमने यूक्रेन युद्ध के दौरान जिस तरह भारत के नागरिकों के साथ अन्य दूसरे देशों के नागरिकों की मदद की है वह दिखाती है कि भारत कभी भी मानवता के कार्यों में पीछे नहीं रहता है. तुर्की में राहत और बचाव कार्य में शामिल महिलाओं की भागीदारी पर भी प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन दोस्त में शामिल होने वाली महिलाओं की संख्या कम थी लेकिन जिस तरह उन्होंने वहां काम किया है वो प्रेरणा देता है.
ऑपरेशन दोस्त” के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘151 एनडीआरएफ कर्मियों और श्वान दस्तों की तीन टीम ने भूकंप प्रभावित तुर्की की मदद की.”उन्होंने कहा, ‘‘टीम ने नूरदागी और अंताक्या के 35 स्थलों पर जीवित लोगों का पता लगाने सहित खोज, बचाव और राहत अभियान चलाया.”
ये भी पढ़ें: LTTE चीफ प्रभाकरन है अभी भी जीवित,तमिल नेता नेदुमारन ने किया बड़ा दावा,पढ़ें पूरी ख़बर