G-20 Summit: देश की राजधानी दिल्ली में 8 से 10 सितंबर को दुनिया भर के बड़े-बड़े राष्ट्रीय अध्यक्ष लीडर G-20 सबमिट में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं. चीन से लेकर अमेरिका तक के बड़े-बड़े राष्ट्रीय अध्यक्ष भारत आ रहे हैं. जिनकी सुरक्षा और देखरेख की जिम्मेदारी भारत सरकार के अलावा इंटेलिजेंस एजेंसी को शौप दी गई है. तो आज हम इसी कड़ी में देखेंगे कि इन नेताओं की सुरक्षा का इंतजाम भारत सरकार और इंटेलिजेंस एजेंसियां कैसे कर रही हैं और क्या कुछ खास होने वाला है?
बिल्डिंग के बाहर क्यों खड़ीं होती हैं ट्रक
आपने देखा होगा कि, जब पिछले दिनों भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर गए थे. तो वो जिस जगह जिस होटल के बिल्डिंग में रुके थे. उसके आसपास कई ट्रकों को खड़ा किया गया था. इतना ही नहीं एक दो ट्रक नहीं बल्कि बिल्डिंग के चारों तरफ दीवारों के पास ट्रकों का जमावड़ा लगा हुआ था. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कैसा क्या है. दरअसल, उसे रास्ते से गुजरने वाले लोगों को ट्रकों से होकर गुजरना पड़ता था. वहीं अब इसके पीछे की वजह की बात करें तो ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि उसे बिल्डिंग में मौजूद नेता की सुरक्षा की जा सके. क्योंकि उस देश की सरकार की जिम्मेदारी होती है कि, नेता की सुरक्षा कैसे किया जाए. वरना कोई भी अटैकर किसी गाड़ी का सहारा लेकर आरडीएक्स और गोल बारूद के साथ उसे बिल्डिंग उसे पर हमला कर सकता है. इस हमले में बिल्डिंग में मौजूद मेहमान चोटिल भी हो सकता है और उसकी जान भी जा सकती है.
अपराधियों को भी दी जाती है ये फेसिलिटी
वहीं आपने कई बार देखा होगा कि जब प्रधानमंत्री अपने ही देश भारत के किसी कोने में पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं के साथ मीटिंग करने के लिए पहुंचते हैं. तो वहां पर इस तरह की ट्रक जरूर खड़ी होती है. हालांकि सुरक्षा के लिए आज से इन ट्रकों में पहले से ही आधुनिक हथियार और कुछ जवान मौजूद होते हैं. इसके अलावा इस तरह की सुरक्षा किसी भी अपराधी को एक जेल से दूसरे जेल या फिर जेल से अदालत में पेश करने के लिए दी जाती है. ताकि कोई भी किसी तरह का कोई हमला नहीं कर पाएं.
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