Corona: लॉकडाउन का वो समय भला कौन भूल सकता है.जब सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता था और हर तरफ सिर्फ एंबुलेंस के सायरन की आवाज सुनाई देती थी.लेकिन क्या एक बार फिर ऐसा ही समय वापस आएगा.भगवान ना करें ऐसा हो.लेकिन WHO ने कोरोना के जिस नए वेरिएंट का जिक्र किया है वो बहुत खतरनाक है.ये वेरिएंट बहुत तेजी से फैलता है.
दुनियाभर में ये नया वेरिएंट चर्चा का विषय बना हुआ है.हम बात कर रहे हैं नए वेरिएंट ‘Kraken‘ की.ये ऑमिक्रॉन XBB का सब वेरिएंट XBB.1.5 है.इस वेरिएंट को सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट बताया जा रहा है. इस वेरिएंट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अलर्ट भी जारी किया है. क्रैकेन लगभग 29 देशों में अपने पैर पसार चुका है.तो चलिए जानते हैं कि आखिर ये क्यों इतना खतरनाक है.
क्यों है इतना खतरनाक ?
WHO ने कोरोना के इस नए वेरिएंट को लेकर चेतावनी जारी की है.ये बहुत ही तेजी से फैलने वाला वेरिएंट है.इस बात की जानकारी खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख मारिया वान केरखोव ने दी.इसके अलावा इस वेरिएंट की खास बात ये है कि, ये हमारे इम्यून सिस्टम को भी धोखा दे रहा है.यानी कोरोना वैक्सीन से आई इम्युनिटी से ये वेरिएंट बच सकता है.
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की मानें तो अब तक 41 फीसदी मामले जो कि, अमेरिका में आए हैं, उनके लिए ये वेरिएंट क्रैकेन ही जिम्मेदार है. वहीं अमेरिका के बाद यूरोप,ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ हिस्सों में इसके मामले देखे गए हैं.भारत में XBB.1.5 वेरिएंट के पांच मरीज मिले हैं. जिनकी संख्या बढ़कर अब ज्यादा हो गई है. दरअसल कोरोना का ये नया वेरिएंट दो अलग अलग BA.2 स्ट्रेन्स से मिलकर जन्मा है.
आखिर क्यों ‘Kraken’ पड़ा नाम
लोगों में इस बात को लेकर उत्सुकता है कि आखिर इस वेरिएंट को क्रैकेन नाम क्यों दिया गया है.ऑमिक्रॉन XBB वेरिएंट के सब वेरिएंट XBB.1.5 को ये नाम WHO की एक विशेष टीम ने दिया है.ये एक ग्रीक शब्द है जो पौराणिक कथाओं से आया है.इसका मतलब होता है समुद्री राक्षस.
ये भी पढ़ें : Corona: अलर्ट ! कोरोना का नए वेरिएंट कर सकता है अटैक,अगर नहीं छोड़ी ये चीजें,जानें