Chandrayaan-3: 4 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिर आज 2:35 मिनट पर इसरो (ISRO) द्वारा श्री हरिकोटा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अपने ड्रीम प्रोजेक्ट Chandrayaan-3 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया जा चुका है. चंद्रयान 2 की तरह ही इस चंद्रयान में भी एक लैंडर और एक रोवर साथ गया है.
पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों का बढ़ाया हौसला
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारतीय अंतरिक्ष के क्षेत्र में 14 जुलाई 2023 का दिन हमेशा स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा तथा यह राष्ट्र की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा. लॉन्चिंग होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और ट्वीट किया और उन्होंने कहा चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा है. यह हर भारतीय के सपने और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठाते हुए ऊंची उड़ान भरता है. यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है उनकी भावना और प्रतिभा को सलाम करता हूं.
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इतने दिन बाद चंद्रमा पर करेगा लैंड
चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर भेजने के लिए LVM-3 लॉन्चर का इस्तेमाल किया गया है. लगभग 42 दिन
में 3 लाख 84 हजार किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करने के बाद चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंडिंग करेगा. चंद्रयान-3 जैसे ही चंद्रमा पर सफलतापूर्वक लैंड कर जाएगा इसके बाद उससे रोवर निकलेगा जो कि चंद्रमा पर खोज करेगा.
इतने दिन करेगा काम
चंद्रयान-3 रोवर में इसरो ने HD कैमरा के साथ कई महत्वपूर्ण उपकरण लगाए हैं. रोवर कम से कम 14 दिन तक वहां काम कर सकता है और अगर इसे सूर्य की रोशनी मिलती है तो वहां ये और ज्यादा दिन तक और काम कर सकता है.
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