Bheed movie review:अनुभव सिन्हा की फिल्म भीड़ रिलीज हो गई है. फिल्म निर्माता हंसल मेहता ने ट्विटर पर इस फिल्म की जमकर तारीफ की है. उन्होंने अनुभव सिन्हा के काम को बहुत पसंद किया है. उन्होंने राजकुमार राव के किरदार और एक्टिंग को भी जमकर सराहा.
यह फिल्म साल 2020 में भारत में लॉकडाउन की घोषणा के बाद अपने गांव, परिवार लौटने के लिए मजबूर हुए लोगों की कहानी है. इस फिल्म की तुलना फिल्म क्रिटिक द्वारा बहुत अधिक पसंद की गई फिल्म “मकबूल” से की जा रही है. सोशल मीडिया पर यूजर्स भी फिल्म की खूब तारीफ कर रहे हैं. तो आइए जानते हैं फिल्म के रिव्यू के बारे में –
लॉकडाउन के ज़ख्मों को कुरेदती है फिल्म “भीड़” (Bheed movie review)
फिल्म “भीड़” ब्लैक एंड व्हाइट में बनी है. लॉकडाउन के दौरान सामाजिक असमानता के बारे में है. यह फिल्म कोविड के दौरान लॉकडाउन की अराजकता, हिंसा और डर को दर्शाती है. कोविड के दौरान लगे लॉकडाउन के दौरान हमने अपने टीवी चैनल पर जिन घटनाओं को देखा, उन्ही में से कुछ घटनाओं का रंग और रस निकालकर अनुभव सिन्हा ने “भीड़” का निर्माण किया है. “भीड़” में छोटी- छोटी कई कहानियां हैं. चौकीदार की कहानी है, एक मां की अपनी बेटी को लेकर होने वाली परेशानी की कहानी है, तबलीगी जमात की कहानी है. और इसके साथ ही तमाम ऐसी कहानियां है, जिनमें जातिवाद से लेकर पूरे तंत्र को आईना दिखाने की कोशिश की गई है.
Subhash K Jha
— BOL INDIA POLL (@PrashantMi555) March 23, 2023
Gives #Bheed – ⭐⭐⭐⭐⭐
5 Star
Says It's "Masterpiece"
Film is Getting Early Awestruck Reviews all over !
And Early Thumbs Up by the Leading Critics of Industry
Our Review Tomorrow !#RajkummarRao@deespeak @RajkummarRao @bhumipednekar @BenarasM pic.twitter.com/DHVEqNheEu
फिल्म को ब्लैक एंड व्हाइट में बनाने के पीछे अनुभव सिन्हा का मकसद रहा कि ये कहानी उस वक्त की है जब बंटवारा देश में नहीं, समाज में हुआ. उनका दावा है कि “भीड़” अंधेरे वक्त की एक कहानी है ,जिसे ब्लैक एंड व्हाइट में दिखाया गया है. लेकिन इस कोरोना काल की तमाम रंगीन कहानियां भी हैं. ये जीवन को नया सवेरा दिखाती हैं. लाखों करोड़ों लोगों ने बिना एक-दूसरे की धर्म जाति जाने एक-दूसरे की मदद की. समाज के इन रंगों के कुछ छींटे भी इस फिल्म पर पड़ने जरूरी थे. इन खामियों के बावजूद फिल्म “भीड़” एक बार देखे जा सकने लायक फिल्म है और इसके लिए श्रेय जाता है इसकी चुस्त पटकथा को.
#Bheed @anubhavsinha की बेहद बेहद ज़रूरी फ़िल्म है
— Vinod Kapri (@vinodkapri) March 23, 2023
देखिए और समझिए कि 3 साल पहले #Lockdown के वक़्त जब आप अपने घरों में OTT पर थे , तब करोड़ों लोग सड़कों पर किस तकलीफ़ से गुजर रहे थे।
ये उस भारत की फ़िल्म है,जिसे नज़रअंदाज़ कर दिया गया है।
फ़िल्म कल 24 मार्च को रिलीज़ हो रही है। pic.twitter.com/oTpwH0ybnW
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