Side Mirror Tips : मौजुदा समय में सड़कों पर गाड़ी चलाते समय दुर्घटना से बचना बहुत जरूरी है. क्योंकि अगर आप कार ड्राइव करते समय कार ड्राइव नहीं करते हैं तो ये आपके जान के लिए भी खतरा बन सकता है. वैसे तो परिवहन विभाग ने गाड़ी चलाने के कई रूल्स बनाए हैं जिसका लोग पालन करते हैं. लेकिन कई बार इंसान अनजाने में ऐसी भी गलतियां भी कर देते हैं जो आपके लिए खतरनाक हो सकता है. जी हां दरअसल हम बात कर रहे हैं कार में दिए जाने वाले साइड मिरर की, जिसे अक्सर ड्राइवर गाड़ी चलाते समय गलत एंगल में मोड़ देते हैं जिससे दुर्घटना का खतरा और भी अधिक बढ़ जाता है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें, साइड मिरर पीछे की गाडियां ही नहीं बल्कि कई तरह से सुरक्षा प्रदान करता है. ऐसे में आज हम आपको साइड मिरर को सेट करने का सही तरीका और इस्तेमाल के बारे में बताएंगे ताकि आप सड़क पर होने वाले दुर्घटना से बच सकते हैं.
ये भी पढे़: Electric Car का इंश्योरेंस लेते समय भूल कर न करें ये गलतियां, रखें इन खास बातों ख्याल
Side Mirror Tips : साइड मिरर के फायदे
आपकी जानकारी के लिए बता दें, गाड़ी के ड्राइवर सीट और फ्रंट सीट पर लगे शीशे को साइड मिरर कहते हैं. इसमें लगा शीशा नॉर्मल शीशा से अलग होता है क्योंकि इसमें देखने से दूर से आती गाड़ी भी पास नजर आती है. साथ ही इस शीशे में सड़क पर चल रहे सभी गाड़ियों का स्पष्ट छवि दिखाई पड़ता है. इसके अलावा ये ओवरटेक करते समय आपके आगे चल रही गाड़ी को आपकी पोजीशन बताने में भी मदद करते हैं. इसके अतिरिक्त कार के भीतर भी एक शीशा दिया रहता है जो कार के पीछे का स्थिति देखने में मदद करता है.
ऐसे सेट करें साइड मिरर
कई बार लोग साइड मिरर सेट करने में गलतियां कर बैठते हैं जिसका परिणाम काफी बुरा होता है. आपको बता दें, गाड़ी के साइड मिरर को इस एंगल में सेट करें ताकि आपको पीछे से आने वाली गाड़ियों का स्पष्ट छवि दिखाई दे. साथ ही शीशा को इस तरह से सेट करें कि जब कोई गाड़ी पीछे से ओवरटेक कर रही हो तो जब वह बैक मिरर में दिखाई देना बंद हो जाए. अगर आप इस तरह से आपके गाड़ी के मिरर को सेट करते हैं तो सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है.
आपके लिए – ऑटो से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें