Republic Day 2023: भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. ये दिन भारत के लिए बहुत ही खास है. क्योंकि इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था. बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी के दिल देशभक्ति से ओतप्रोत रहते हैं. ये दिन भारत की एकता और अखंडता को दर्शाता है. इस दिन देश की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस का समारोह आयोजित किया जाता है और राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं. ऐसे में कई बार आपके मन में ये सवाल उठता होगा कि, गणतंत्र दिवस पर जब राष्ट्रपति झंडा फहराते(National flag hoists) हैं तो स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री लाल किले पर ध्वजारोहण क्यों करते हैं. अगर आप भी सोच रहे हैं कि, ऐसा क्यों हैं. तो चलिए जानते हैं इसके पीछे की वजह
Republic Day 2023: गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति फहराते हैं तिरंगा
15 अगस्त, 1947 को जब भारत आजाद हुआ तो उस समय प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के मौके लाल किले से ध्वजारोहण किया था.उस समय देश के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू थे. जिन्होंने आजादी के जश्न के बीच पहली बार ध्वजारोहण किया था.
लेकिन आजादी के बाद 26 जनवरी, 1950 में देश का संविधान लागू किया गया, उस समय राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के पास संवैधानिक शक्तियां थीं. इसलिए उन्होंने गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडा फहराया था. उस समय से ये प्रथा चली आ रही है. इसलिए स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री लाल किले से ध्वजारोहण करते हैं और गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं.
ये भी पढ़ें : भारत का दुनिया में बजा डंका,IIT मद्रास ने स्वदेशी फोन ऑपरेटिंग सिस्टम ‘BharOS’ किया लॉन्च,पढ़ें डिटेल