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राजस्थान में बीजेपी ने मारी बाजी, कांग्रेस को मिले मात्र इतनी सीट

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Rajasthan Assembly Election: हिंदी पट्टी के राज्य राजस्थान में एक बार फिर से सियासी उलटफेर हुआ है। राजस्थान में अभी तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा ने यहां कांग्रेस को हराकर सरकार बना ली है। सत्ता परिवर्तन के रिवाज के चर्चित इस राज्य में अभी कांग्रेस की सरकार थी, कांग्रेस सरकार में अशोक गहलोत सीएम थे। 2018 विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस ने 100 सीटें हासिल कर बहुमत की सरकार बनाई थी। जबकि, भाजपा 73 पर सिमट गई थी।

क्या है इस बार के नतीजे

राजस्थान की जनता ने इस बार सूबे की 115 सीटों पर बीजेपी को आगे रखा है तो वहीं 69 सीटों पर कांग्रेस को आगे रखा है। बहुजन समाज पार्टी भी 2 सीटों पर तो 13 सीटों पर अन्य आगे है। राजस्थान विधानसभा चुनाव के इस परिणाम में बीजेपी के सिर ताज सजा है तो वहीं कांग्रेस के ख्वाब अधूरे रह गए हैं।

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कौन बन सकता है राजस्थान का सीएम


कुछ ही महीने बाद लोकसभा चुनाव 2024 होने वाला है ऐसे में पार्टी नए नवेले शख्स को राज्य की कमान देने का जोखिम शायद ही मोल ले। सूबे की कमान संभाल चुकी वसुंधरा राजे के पास अनुभव तो है, लेकिन पार्टी में सबको साथ लेकर न चलने की कमी उन पर भारी पड़ी है। शायद यही वजह बने कि पार्टी उन्हें सीएम न बनाए। वसुंधरा राज के बाद दूसरा नाम अर्जुन राम मेघवाल और बाबा बालकनाथ सीएम पर दे रेस में हैं।

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पान चबाने से कई बीमारियों का होता है नाश, मिलते हैं ये गजब के फ़ायदे

Benefits of Betel Leaves: भारत में पान का सेवन करते हुए तो आपने बहुत से लोगों को देखा होगा. पान एक खास तरह का नशा है जिससे पेट की कई बीमारियां भी दूर होती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं पान के सेवन से सेहत को कई तरह के फायदे भी मिलते हैं. मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार पान में पाया जाने वाला टैनिन, प्रोपेन और फिनायल नामक तत्व दांतों के साथ-साथ पाचन तंत्र के लिए बेहद ही फायदेमंद माना जाता है.

पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद है पान

पान के पत्ते के साथ सुपारी, तंबाकू, कत्था और कई तरह चीजों का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन इन चीजों को निकाल कर केवल पान के पत्ते को चबाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है. पान का पत्ता कब्ज और गैस से भी छुटकारा दिलाता है.

मसूड़ों के सूजन को कम करता है पान

कई बार कुछ कड़ी चीजों को खाने के बाद मसूड़े में गांठ या सूजन की समस्या बढ़ जाती है. पान की पत्तियों में पाए जाने वाले तत्व मसूड़े के सूजन को कम करने में मदद करते हैं और साथ ही उबरी हुई गांठों को भी ठीक करते हैं.

डायबिटीज कंट्रोल के लिए फायदेमंद है पान

पान में पाए जाने वाले पोषक तत्व डायबिटीज कंट्रोल के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं. डायबिटीज यानी शुगर के मरीजों को पान के साथ सुपारी,तंबाकू, कत्था जैसे चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.

दांतों के लिए फायदेमंद है पान

पान के पत्ते में टैनिन नामक तत्व पाया जाता है जो दांतों के लिए बेहद ही फायदेमंद होता है. दांतों की समस्या से परेशान लोगों को रोजाना पान के पत्ते को चबाना चाहिए. रोजाना एक पान के पत्ते को चबाने से दांत साफ और मजबूत होते हैं.

नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता.

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एमपी में बीजेपी के सिर सजा ताज, कांग्रेस के अधूरे रह गए ख्वाब

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Madhya Pradesh Assembly Election: मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के चुनाव परिणाम जारी हो गए हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने जीत दर्ज की है। वहीं, तेलंगाना में कांग्रेस को बहुमत मिला है। विधानसभा चुनाव के नतीजों ने भाजपा को तीन राज्यों में बहुमत दिलाया है। मध्य प्रदेश की जनता ने एक बार फिर से भाजपा सरकार पर भरोसा जताया है। इस बार के विधानसभा के चुनाव में बीजेपी को सरकार को राज्य में कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिलती दिख रही थी। बीते विधानसभा चुनाव 2018 में यहां कांग्रेस ने 230 में से 116 सीटों पर जीत हासिल कर कांग्रेस ने सरकार बनाई थी। तब सीएम कमलनाथ को बनाया गया था। हालांकि, 2020 में फ्लोर टेस्ट में फेल होने के बाद कमलनाथ सरकार गिर गई थी और भाजपा ने वापसी की थी। इस बार यहां बीजेपी ने जीत दर्ज की है। यहां बीजेपी को 163 सीटों पर जीत के करीब है तो वहीं कांग्रेस 66 सीटों जीत के करीब है।

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कौन बन सकता है मध्यप्रदेश का सीएम

भाजपा ने इस बार का मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव बिना सीएम फेस के लड़ा है। इससे इस बात को लेकर भी सवाल उठ रहा है कि इस बार बीजेपी किसे सीएम बनाएगी। इस रेस में सबसे बड़ा नाम शिवराज सिंह चौहान ही हैं। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह ,कैलाश विजयवर्गीय, वीडी शर्मा आदि का नाम भी कुछ राजनीति के जानकार बता रहे हैं।

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IND vs AUS: अंतिम ओवर में भारत ने पलटी बाज़ी, आखिरी मुकाबले में दर्ज की जीत

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IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज पांच मैचों के टी 20 सीरीज का पांचवां मुकाबला खेला गया. ये मुकाबला बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुआ. इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीत पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था. वहीं भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनो ने ही प्लेइंग इलेवन में खास बदलाव किए थे. इस मुकाबले में बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 8 विकेट गवा कर 160 रन बनाए थे, वहीं जवाब में ऑस्ट्रेलिया जीत का आंकड़ा नहीं छू पाई. भारत ने इस मुकाबले को 6 रन से अपने नाम किया.

कैसी रही भारत की पारी

पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के लिए शुरुआत बेहद खराब रही. भारत के बल्लेबाज इस मुकाबले में कुछ खास प्रदर्शन नही कर पाए ओपनर्स भी फ्लॉप साबित हुए. यशस्वी जायसवाल ने 21 रन बनाया तो वहीं गायकवाड ने महज़ 10 रन बनाया. कप्तान सूर्या महज 5 रन बना कर पवेलियन लौट गए. वहीं रिंकू भी महज 6 रन पर ही पवेलियन लौटे. वहीं अय्यर ने इस मुकाबले में शानदार पारी खेली. अय्यर ने 37 गेंदों में 53 रन बनाए. वहीं इस दौरान 5 चौंके और 2 छक्के जड़े. अक्षर ने भी 21 गेंदों में 31 रनो का अहम योगदान दिया.

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भारत ने दर्ज की जीत

लक्ष्य का पीछा करने उतरी कंगारुओं की भी शुरुआत कुछ खास नही रही. कंगारू टीम को पहला झटका 22 रनो पर लगा. ओपनर जॉश फिलिप महज 4 रन पर ही पवेलियन लौट गए. वहीं हेड भी 18 गेंदों में 28 रन बना पवेलियन लौट गए थे. वहीं बेन मैकडरमोट ने इस मुकाबले में शानदार पारी खेली. उन्होंने 36 गेंदों में 54 रनो की धाकड़ पारी खेली. उन्होंने इस पारी में 5 छक्के मारे. वहीं गेंदबाजी में रवि बिश्नोई ने 2 विकेट चटकाए और मुकेश कुमार ने शानदार 3 विकेट चटकाए. अंत में भारत ने इस मुकाबले को 6 रनो से अपने नाम किया.

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चिकन और मटन बनाते समय इन बातों का रखें खास ख्याल, वरना सेहत को हो जाएंगे कई नुकसान

Chicken and Mutton Cooking Tips: चिकन हो या मटन दोनों ही जूसी होने पर ही अच्छा लगता है. हालांकि चिकन और मटन को दोनों ही प्रोटीन का सोर्स माना जाता है. डॉक्टर भी शरीर में प्रोटीन की कमी के दौरान चिकन और मटन के सेवन की सलाह देते हैं. लेकिन चिकन और मटन को तैयार करते समय कई तरह की बातों का ध्यान रखना बेहद ही जरूरी होता है. आइए जानते हैं…

मटन या चिकन को अच्छे से धोएं

चिकन या मटन को तैयार करने से पहले अच्छे से धो लेना चाहिए. हालांकि कई बार धोते समय कुछ लोग गलतियां कर देते हैं लेकिन धोने के बाद चिकन और मटन के स्वाद को बढ़ाने के लिए नमक और पानी के साथ कुछ देर तक उबाल लेना चाहिए. नमक-पानी के साथ चिकन और मटन को उबालने से उसमें मौजूद अनावश्यक बैक्टीरिया भी मर जाते हैं जिसे खाने से सेहत को कोई नुकसान नहीं होते हैं.

चिकन या मटन बनाते समय रखें खास ख्याल

चिकन या मटन दोनों ही सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं लेकिन इसे इसे तैयार करते समय हल्की लापरवाही सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है.

  • चिकन या मटन बनाते समय अत्यधिक मात्रा में तेल का इस्तेमाल न करें.
  • चिकन या मटन के स्वाद को बढ़ाने के लिए अनावश्यक मसाले का इस्तेमाल से बचें.
  • चिकन या मटन में अधिक मात्रा में लाल मिर्च का प्रयोग न करें.

गंध खत्म करने के लिए अपनाएं ये तरीके

चिकन या मटन को तैयार करने के बाद भी उसकी गंध नहीं जाती है. चिकन या मटन के गंध को खत्म करने के लिए ये तरीके अपनाए जा सकते हैं.

  • चिकन या मटन को अच्छे से धो लें.
  • अच्छे से धोने के बाद चिकन या मटन को पानी रख दें.
  • चिकन या मटन को पानी में रखने के बाद उसमें हल्का नमक और लहसुन-अदरक के पेस्ट मिला दें.
  • नमक और लहसुन अदरक के पेस्ट को मिलने के बाद चिकन को 15-20 मिनट तक उबलने के लिए छोड़ दें.
  • चिकन या मटन को अच्छे से उबल लेने के बाद उसे मसालों के साथ तैयार कर लें.

नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता.

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विधानसभा चुनाव में इन सांसदो ने बचाई लाज, तो इनके हिस्से में आई हार, जानें

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Results 2023: देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से 4 चार राज्यों के चुनावी परिणान सामने आ गये हैं। बीजेपी कांग्रेस ने पूरे दमखम के साथ इस बार का चुनाव लड़ा जिसके चलते 3 राज्यों में बीजेपी तो वहीं 1 राज्य में कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान ने कांग्रेस को हराकर राज्य की गद्दी पा ली है तो वहीं तेलंगाना कांग्रेस के हिस्से में आई है। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं कि किस पार्टी के कौन कौन से सांसद भी इस बार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे थे, और उन्हें जीत मिली या हार

दीया कुमारी

सबसे पहले बात करते हैं सासंद दिया कुमारी की जो राजस्थान के विद्याधर नगर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में थी। उनके खिलाफ कांग्रेस के कद्दावर नेता सीताराम अग्रवाल थे। दीया कुमारी ने अग्रवाल को 70 हजार से अधिक वोटों से हराया है। जयपुर की राजकुमारी दीया कुमारी महाराजा सवाई सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की बेटी हैं। जयपुर शहर की इस सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है।

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राज्यवर्धन सिंह राठौर

झोटवाड़ा सीट राजधानी जयपुर शहर की सबसे हॉट सीट मानी जाती है। यहां साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस के लालचंद कटारिया ने जीत हासिल की थी। इस बार लालचंद कटारिया ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया तो इस बार के चुनाव में यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के अभिषेक चौधरी बनाम भाजपा के राज्यवर्धन सिंह राठौर के बीच था। इसमें राज्यवर्धन ने 50 हजार से अधिक वोटों से कांग्रेस के अभिषेक चौधरी को हराया दिया है।

महंत बाबा बालकनाथ

राजस्थान के अलवर की तिजारा सीट से सांसद बाबा बालकनाथ चुनावी मैदान में थे। यह अलवर की सबसे हॉट सीट है। बाब बालकनाथ ने कांग्रेस के इमरान खान को करीब 6 हजार वोटों से हराया है। बाबा बालकनाथ का पहनावा योगी आदित्यनाथ की तरह रहता है। इसलिए उन्हें लोग राजस्थान का योगी भी कहते हैं।

सांसद देव जी पटेल

राजस्थान की जालौर की सांचौर विधानसभा सीट से सांसद देव जी पटेल चुनावी मैदान में थे। इस सीट पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है।

भागीरथ चौधरी

राजस्थान के किशनगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में विकास चौधरी ने जीत दर्ज की थी यहां से बीजेपी प्रत्याशी भागीरथ चौधरी को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा है।

नरेंद्र कुमार

राजस्थान के झुंझुनू जिले की मंडावा सीट से कांग्रेस की रीता चौधरी ने बीजेपी सांसद नरेंद्र कुमार को करीब 18 हजार वोटों से हराया है। मंडावा विधानसभा सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है।

किरोड़ी लाल मीणा

राजस्थान के सवाई माधोपुर विधानसभा सीट बीजेपी ने यहां से राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को मैदान में उतारा था। उन्होंने कांग्रेस के दानिश अबरार को 20 हजार से अधिक बोटों से हराया है।

नरेन्द्र सिंह तोमर
मध्य प्रदेश के मुरैना जिले का दिमनी विधानसभा क्षेत्र सबसे हॉट सीटों में से एक है। बीजेपी ने यहां से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को मैदान में उतारा था। यह रणनीति सफल रही है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर 24 हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीत गए हैं।

प्रह्लाद सिंह पटेल

एमपी की नरसिंहपुर विधानसभा सीट पर इस बार सबकी नजर थी, क्योंकि यहां से केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल चुनावी मैदान में थे। प्रह्लाद सिंह पटेल पार्टी ने यहां से कांग्रेस प्रत्याशी लाखन सिंह पटेल को 32,095 वोटों के अंतर से चुनाव हराया है।

सतना से भाजपा ने सांसद गणेश सिंह

मध्य प्रदेश के सतना जिले की शहर सीट सांसद गणेश सिंह खबर लिखे जाने तक 3144 वोटों से से पीछे हैं यहां से कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा आगे हैं।

सांसद राकेश सिंह

जबलपुर जिले की जबलपुर पश्चिम सीट भी हॉटसीट मानी जा रही है। यहां से भाजपा ने सांसद राकेश सिंह ने कांग्रेस ने पूर्व मंत्री तरुण भनोत को हरा दिया है।

रेणुका सिंह

केंद्रीय राज्य मंत्री सरगुजा संसदीय सीट से सांसद हैं। रेणुका सिंह इस बार प्रेम नगर सीट से चुनावी मैदान में हैं वो 2003, 2008 में विधायक भी रह चुकी हैं। अब तक रुझानों में वे 4749 वोटों से आगे चल रही हैं।

गोमती साय
गोमती साय रायगढ़ लोकसभा सीट से सांसद हैं। उन्हें भाजपा ने पत्थलगांव विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। उनका मुकाबला कांग्रेस के रामपुकार सिंह ठाकुर से था। अब तक गोमती 350 वोटों से आगे चल रही हैं।

अरुण साव
अरुण साव बिलासपुर संसदीय सीट से सांसद हैं। साव पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। अरुण साव को लोरमी से चुनाव मैदान में उतारा गया था। बिलासपुर से सांसद होने के कारण साव का प्रभाव कई सीटों पर है, इसलिए उन्हें उम्मीदवार बनाया गया। फिलहाल वे 45 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं।

विजय बघेल
विजय बघेल 2019 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए। उन्होंने दुर्ग लोकसभा सीट से चुनाव जीता था। इससे पहले वे तीन बार विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। इस बार पार्टी ने उन्हें चाचा और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने मैदान में उतारा था। उन्होंने उन्हें कड़ी टक्कर भी दी। दोनों कई बार एक-दूसरे से आगे भी निकले। अब तक रुझानों के मुताबिक, विजय अपने चाचा से 19 हजार वोट से पीछे चल रहे हैं।

नोट-यह सभी आकडे खबर लिखे जाने तक के हैं।

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सेहत के लिए खतरनाक है पिज्जा, रोजाना खाने से बढ़ सकती हैं ये बीमारियां, जानें

Pizza for Health: पिज़्ज़ा एक फास्ट फूड है जिसे भारत में बड़े ही चाव से खाया जाता है. हालांकि पिज्जा को तैयार करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाले अलग-अलग तरह के डिश सेहत के लिए बेहद ही नुकसानदायक होते हैं. देशभर में युवाओं के साथ-साथ बुजुर्ग भी पिज़्ज़ा बड़े चाव से खाना पसंद करते हैं. आइए जानते हैं पिज्जा के सेवन से सेहत को कौन-कौन से नुकसान होते हैं और किन बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है.

हार्ट के मरीजों के लिए खतरनाक है पिज़्ज़ा

पिज़्ज़ा को तैयार करने के लिए कई तरह के अनहाइजेनिक तत्वों का इस्तेमाल किया जाता है. मैदा और तेल के इस्तेमाल तैयार किया जाने वाला पिज़्ज़ा सेहत के लिए बेहद ही खतरनाक होता है. पिज़्ज़ा के सेवन से डाइजेस्टिव सिस्टम कमजोर होता है और मेटाबॉलिज्म भी सुस्त हो जाता है जिससे हार्ट के मरीजों का खतरा भी बढ़ जाता है.

पिज़्ज़ा खाने से कैंसर का खतरा अधिक

पिज़्ज़ा को तैयार करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला ब्रेड कैंसर के मरीजों के लिए बेहद ही खतरनाक होता है. कैंसर के मरीजों को पिज़्ज़ा का सेवन भूल कर भी नहीं करना चाहिए.

वजन को तेजी से बढ़ता है पिज़्ज़ा

रिफाइंड से तैयार किया जाने वाला पिज़्ज़ा सेहत के लिए बेहद ही खतरनाक होता है. पिज़्ज़ा के सेवन से वजन भी तेजी से बढ़ता है. मोटापा की समस्या से परेशान लोगों को पिज़्ज़ा का सेवन नहीं करना चाहिए.

इम्यूनिटी को कमजोर बनाता है पिज़्ज़ा

पिज़्ज़ा कुछ तैयार करने के लिए कई तरह के अनावश्यक तत्वों का इस्तेमाल किया जाता है जो सेहत के लिए बेहद ही खतरनाक होते हैं. रोजाना पिज़्ज़ा के सेवन से इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती है.

नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता.

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लंबी खांसी की समस्या से तुरंत राहत दिलाएंगी ये आयुर्वेदिक चीजें, ऐसे करें सेवन

Chronic Cough Remedies: सर्दी हो या गर्मी तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण खांसी, जुकाम और बुखार की समस्या बढ़ जाती है. हालांकि कई बार रात में सोते समय लंबी खांसी से नींद भी परेशान होती है. कई बार लंबे समय तक खांसते-खांसते दम भी फूलने लगता है. आइए जानते हैं कुछ आयुर्वेदिक चीजों के बारे में जिनके सेवन से लंबी खांसी से तुरंत राहत पाया जा सकता है.

गुड़ से गायब हो जाएगी लंबी खांसी

गुड़ में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं इसके सेवन से लंबी खांसी से राहत पाया जा सकता है. सर्दी हो या गर्मी गुड़ के सेवन से सेहत को कई तरह के फायदे में मिलते हैं. लंबी खांसी की समस्या से परेशान लोगों को गुड़ को चॉकलेट के जैसे खाना चाहिए.

लंबी खांसी से राहत दिलाएगा शहद-पानी

लंबी खांसी एक बेहद ही ख़राब बीमारी है जिससे ग्रसित लोगों को कई बार अनिद्रा और दम फूलने की समस्या से परेशान होना पड़ता है. लंबी खांसी की समस्या से राहत पाने के लिए हल्का गुनगुना पानी और शहर का सेवन सबसे बेहतर ऑप्शन होता है.

तुलसी के पत्ते से दूर होगी लंबी खांसी

तुलसी के पत्ते में कई तरह के एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो लंबी खांसी से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं. सुबह सुबह गुड़ के साथ तुलसी के पत्ते को खाने से इम्यूनिटी भी स्ट्रांग होती है.

सोंठ के सेवन से दूर होगी लंबी खांसी

सोंठ में पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल तत्व गले में संक्रमण की समस्या को खत्म करते हैं. खांसी की समस्या से परेशान लोगों को रोजाना 2 सोंठ का सेवन जरूर करना चाहिए. सोंठ के तासीर गर्म होते हैं जो ठंडी के दिनों में शरीर को लंबे समय तक गर्म रखने में मदद करते हैं.

नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता.

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रात में सोते समय अगर मोज़ा पहनकर सोते हैं आप,तो पैरों में बढ़ सकती हैं ये परेशानियां

Use Socks at Night: सर्दी के दिनों में सर्दी के दिनों में लोग ठंड से बचने के लिए कई तरह के कपड़ों को पहन कर सोना पसंद करते हैं. रात में मोज़ा पहनकर सोने से अच्छी नींद के साथ-साथ एड़ियों के फटने की समस्या भी खत्म होती है. लेकिन कई बार मोज़ा को सही से इस्तेमाल न करने के कारण सेहत को फायदे के बजाय नुकसान होने लगते हैं. आइए जानते हैं…

मोज़ा पहनकर सोने से फटी एड़ियों से छुटकारा

सर्दी हो या गर्मी दोनों ही मौसम में मौजा पहने से एड़ियों को फायदे होते हैं. सर्दी के दिनों में मौजा का इस्तेमाल रात में सोते समय भी किया जा सकता है. रात में मौज के इस्तेमाल से ठंड के साथ-साथ फटी एड़ियों से भी छुटकारा मिलता है.

मोज़ा पहनने से आती है अच्छी नींद

सर्दी के दिनों में मोजा पहन कर सोने से ठंड कम लगती है जिससे अच्छी नींद लगती है. गर्मी के दिनों में सोते समय मौजा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. मौजा पहनकर सोने से शरीर में डिस्टल वासोडिलेशन की प्रकिया को फायदा मिलता है.

ब्लड सर्कुलेशन भी नियंत्रित रखता है मोज़ा

सर्दी के दिनों में मौजा पहन कर सोने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी नियंत्रित रहता है. इसके साथ ही शरीर में ऑक्सीजन प्रवाह भी नियंत्रित रहता है जिससे हृदय, फेफड़े और मांसपेशियों को कई फायदे मिलते हैं.

गर्मी के दिनों सोते समय ना पहनें मोज़ा

गर्मी के दिनों में रात में मौजा पहन कर नहीं सोना चाहिए. गर्मी के दिनों में शरीर का तापमान अत्यधिक रहता है और मौज पहनकर सोने से तापमान और बढ़ जाता है जिससे सेहत को नुकसान हो सकते हैं. गर्मी के दिनों में लंबे समय तक मौजा के इस्तेमाल से भी एड़ियों को कई तरह के नुकसान होते हैं.

नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता.

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समय से पहले होम लोन चुकाने का बना रहें प्लान, तो जेहन में बैठा लें ये बातें, वरना…

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Loan payment tips : घर की कीमत अधिक होने के नाते लोग नया घर खरीदने से पहले उसकी पूरी कीमत चुकाना पसंद करते हैं. क्योंकि लोगों के पास ऑप्शन होता है कि वह लोन लेकर घर खरीद सकते हैं. लेकिन कई बार ब्याज अधिक होने की वजह से लोगों को लोन लिया हुआ पैसा जल्दी वापस करना हो जाता है.

क्योंकि लोग यही सोचते हैं कि जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी होम लोन की किस्त को चुकाकर इस झंझट से छुटकारा मिल सके लोन लेने के कुछ महीने बाद ही लोन की किस्त को जल्दी से चुकाना पसंद करते हैं. लेकिन इस प्रक्रिया को प्रीपेमेंट के नाम से जानते हैं की क्या प्रीपेमेंट पहले करना सही होता है कि नहीं ?

Loan payment tips : मिलता है लोन में छूट

दरअसल, कई बार बैंकों द्वारा लगाई गई पेनल्टी की वजह से लोग परेशान हो जाते हैं. जिसकी वजह से प्री पेमेंट भी नहीं करते हैं. लेकिन पेनल्टी के पीछे का एक ही कारण नहीं होता है. क्योंकि जैसा हम आपको बता रहे हैं कि एक साथ रकम चुकाने की वजह से लिक्विडिटी पर भी काफी असर पड़ता है. इसका मतलब है कि इमरजेंसी के वक्त फंड की कमी आ सकती है.

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उस समय फिर दूसरों के सामने आपको मजबूरन हाथ पर आना पड़ सकता है. दूसरा कारण टैक्स भी होता है. होम लोन के मूलधन और ब्याज दोनों पर टैक्स छूट दिया जाता है. आप आयकर अधिनियम की धारा 80c के तहत होम लोन पर 1.5 लाख तक काम टैक्स छूट पा सकते हैं. इसके अलावा आपको ब्याज पर 2 लाख रुपए का भी छूट मिलता है.

क्या करना जरूरी ?

• अगर आप समझ से पहले ही लोन खत्म करना चाहते हैं तो आप इमरजेंसी के लिए अपने पास पर्याप्त फंड जरूर रखें.

• आप ऐसा भी कर सकते हैं कि लोन को थोड़ा-थोड़ा करके चुकाए ताकि आपके पास कुछ बैलेंस बचा रहें.

• इसमें लोन का टेन्योर भी घर जाता है और आपको टैक्स का भी लाभ मिलता रहता है.

• अगर आपका बैंक कोई पेनल्टी नहीं लग रहा है तो आप ली पेमेंट को कंसीडर भी कर सकते हैं.

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