Mahatma Gandhi Thoughts: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को शायद कोई व्यक्ति हो जो नहीं जानता हो. महात्मा गांधी जो बोलते थे वह करते भी थे. आजादी की लड़ाई के समय उन्होंने एक से बढ़कर एक क्रांतिकारी विचार लोगों तक पहुंचा लेकिन उन्होंने एक बार भी हिंसा का मार्ग नहीं चुना. बताया जाता है कि महात्मा गांधी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे.
आइए जानते हैं महात्मा गांधी के कुछ अपने विचार
• कोई भी कर प्यार नहीं कर सकता और कायर प्यार करता भी है तो वह उसे निभा नहीं सकता. प्यार हिम्मत वाले लोग ही निभाते हैं.
• स्वास्थ्य का ख्याल रखना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है और यह एक अचल संपत्ति है. ना कि सोना और चांदी.
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• महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) जानवरों से बहुत प्यार करते थे उन्होंने कहा था कि किसी भी देश की उन्नति का अंदाजा वहां के जानवरों कि स्थिति से लगाया जा सकता है.
• किसी भी व्यक्ति के शारीरिक देखरेख से उसकी ताकत का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है क्योंकि ताकत एक अदम्य शक्ति है.
• इंसान महान पैदा नहीं होता है उसके विचार ही उसे महान बनाते हैं.
महात्मा गांधी द्वारा दिए गए कुछ नारे…
- करो या मरो.
- अंग्रेजों भारत छोड़ो.
- दिल की कोई बात नहीं होती. दिल-दिल से ही बात करता है.
- भगवान का कोई धर्म नहीं होता.
- किसी की मेहरबानी मांगना अपनी आजादी बेचने जैसा है.
किसने पढ़ाया अहिंसा का पाठ
दरअसल महात्मा गांधी रंगभेद और जाति प्रथा से काफी प्रभावित थे विदेश यात्रा के बाद जब वह भारत लौट रहे थे तो उन्होंने देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए अहिंसा का मार्ग चुना था. महात्मा गांधी अपने अपने आत्मकथा में बताया है कि “मुझे अहिंसा पर चलने की पहले शिक्षा मेरी पत्नी कस्तूरबा गांधी (Kasturba Gandhi) ने दी थी. “महात्मा गांधी का मानना था कि अहिंसा ही एक ऐसा मार्ग है जिसकी सहायता से दुनिया में बिना किसी देश के शांति कायम की जा सकती है.”
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