Scheme News: केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक मंत्रालय ने हाल ही में मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप (MANF Scheme) को बंद करने के बाद एक और स्कॉलरशिप स्कीम को बंद करने का फैसला किया है. दरअसल, अल्पसंख्यक मंत्रालय की ओर से अल्पसंख्यक, गरीब छात्रों को आगे बढ़ने और उचित शिक्षा देने के लिए एक स्कीम के तहत स्कॉलरशिप दी जाती थी. जिसे अब बंद कर दिया जाएगा. इस स्कीम का नाम ‘पढ़ो परदेश स्कीम’ है. अल्पसंख्यक मंत्रालय ने मेधावी छात्रों को विदेशों में पढ़ने के लिए एजुकेशन लोन पर लगने वाले ब्याज पर सब्सिडी देने वाली इस योजना को बंद कर दिया है.
हिंदू बिजनेस लेन की रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन बैंक एसोसिएशन द्वारा पिछले महीने सभी बैंकों को 2022-23 से ‘पढ़ो परदेश ब्याज सब्सिडी योजना’ को बंद करने का ऐलान किया गया था. मिली जानकारी के मुताबिक,पढ़ो परदेश योजना के तहत 31 मार्च, 2022 तक लाभार्थियों को स्कीम की अवधि खत्म होने तक ब्याज पर सब्सिडी का लाभ मिलेगा. बता दे कि अभी तक यह योजना का कार्यभार प्रसिद्ध केनेरा बैंक के द्वारा संभाली जा रही थी.
इस स्कीम को बंद करने की कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं
आपको बता दे कि अभी तक इस योजना के बंद होने के बारे में किसी भी तरह की ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है. इससे पहले, 11 दिसंबर, 2022 को केंद्र सरकार ने MANF Scheme को बंद करने का ऐलान की थी. सरकार ने बताया था कि ये फेलोशिप हायर एजुकेशन के लिए सरकार द्वारा लागू की गई विभिन्न अन्य फैलोशिप योजनाओं के साथ ओवरलैप करेगी.
क्या है पढ़ो प्रदेश योजना
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में जून 2006 में प्रधानमंत्री के 15 प्वाइंट प्रोग्राम के तहत पढ़ो परदेश योजना पेश किया गया था. इस योजना के तहत अल्पसंख्यक के मेधावी छात्रों को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी दिया जाना था. तभी से लेकर आज तक यह योजना चल रही है.