Loan: अगर आप भारी-भरकम कर्ज के बोझ से दबे हुए हैं, तो यह खबर आपके लिए ही है.कुछ बैंक बिना किसी इनकम प्रूफ के 50 हजार से अधिक तक का लोन देते हैं. ऐसे लोग में क्रेडिट कार्ड के जरिए लोन के लेते हैं. जबकि उनकी कमाई इतनी नहीं होती है कि वह खर्चे के बाद ईएमआई भर पाएं. बस आपको धैर्य और सही प्लानिंग के जरूरत है, जो आपको इस जाल से निकाल सके.हम आपको कर्ज के जाल से छुटकारा दिलाने के रास्ते के बारे में बताएंगे
इस तरह कर्ज के बोझ तले फंसते हैं लोग
आजकल लोग अपने शौक को पूरा करने के छोटी-मोटी चीज के लिए लोन ले लेते हैं. और इसलिए सस्ते ईएमआई के चक्कर में आवश्यकता से अधिक खर्च कर देते हैं. जिसके बाद यह कर्ज उनके लिए बोझ बन जाता है. ऐसे में आपको सचेत होना चाहिए और क्रेडिट कार्ड के बहुत कम खरीदारी करनी चाहिए.
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इनकम से ज्यादा खर्च
आज के दौर में हैवी मार्केटिंग के जाल में फंस लोग गैरजरूरी समान खरीद लाते हैं. दूसरी बड़ी बात कि आसानी लोन मिलने के कारण लोग इसे आराम से खर्च करते हैं. और लोग धीरे धीरे कर्ज में डूब जाते हैं. कई बार लोग क्रेडिट कार्ड के लोन में फंस जाते हैं. लोग क्रेडिट भारी छूट के चलते क्रेडिट कार्ड के बिना किसी आवश्यकता के समान खरीद लाते हैं, जिसके बाद ईएमआई नहीं भर पाने पर कंपनियां 16 से 32 प्रतिशत तक ब्याज वसूलती हैं.
इन तरीकों से निकले कर्ज से बाहर
आपको सबसे पहले अपने सारे उधार की लिस्ट बनाई चाहिए. जैसे क्रेडिट कार्ड लोन, पर्सनल लोन, ऑटो लोन, इत्यादि. इसके बाद सभी लोन की ब्याज दर, मासिक किस्त और देय तिथि लिखें. इसके बाद मासिक खर्चे की गणना करें. इसके बाद इन खर्चों में बचत के तरीके खोजें जैसे बाहर खाना, गैरजरूरी सामानों को लिस्ट से निकलना.
करें पार्ट टाइम काम
इसके बाद आय बढ़ाने पर भी ध्यान दें. जैसे अपनी जॉब के साथ फ्रीलांस, पार्ट-टाइम जॉब या ओवरटाइम करना. इस बात ध्यान रखें कि जितनी तेज़ी से आप कर्ज चुकाएंगे उतनी जल्दी आपको इससे छुटकारा मिलेगा.जब आप पहले से कर्ज में डूबे हुए हों, तो कोई भी नया लोन ना लें. बल्कि, कर्ज से छुटकारा पाने के लिए कम लागत वाला पर्सनल लोन चुने. जिससे अपने कई लंबित लोन का भुगतान कर सकें.
किसी पेशेवर से ले सहायता
आप किसी प्रोफेशनल फर्म से भी सलाह ले सकते हैं. कई बार ऐसी कंपनियां लोन चुकाने के लिए आपको अनेक विकल्प भी देती हैं. कई कंपनिया आपकी और से कर्जदाताओं से बात कर ब्याज दरों में कटौती की सकती हैं.
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