Sukanya Samriddhi Yojana: जब किसी मां बाप के यहां बेटी पैदा होती है तो उसे उसके पैदा होते ही उसकी पढ़ाई लिखाई और विवाह की चिंता सताने लगती है. मां बाप की इसी चिंता को समझते हुए भारत सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की थी. अगर आपके पास भी बेटी है तो आपको इस योजना के बारे में जरूर जाना चाहिए.
तो चलिए पढ़ना कीजिए शुरू.
ये है सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटी का अभिभावक महीने में कम से कम से कम 250 रूपये और अधिकतम 1.50 लाख रुपए तक जमा करवा सकता है. यह राशि खाताधारक को 15 साल तक जमा करनी जरूरी है और बदले में उसे एक निश्चित अवधि के बाद लगभग 8% की ब्याज के साथ वह पैसा वापस मिल जाता है. बता दें सरकार की सभी योजनाओं से सबसे ज्यादा ब्याज सुकन्या समृद्धि योजना में ही दिया जाता है.
योजना में ये हुए हैं बदलाव
सुकन्या समृद्धि योजना में आप बेटी के पैदा होने के 1 साल बाद खाता खोल सकते हैं. जब आपकी बेटी 18 या 21 साल की हो जाएगी तब आप इस योजना से अपना पैसा निकाल सकते हैं लेकिन इसमें कुछ शर्ते हैं. आइए आपको उन शर्तों के बारे में बताते हैं.हाल ही में सुकन्या समृद्धि योजना में कई बड़े बदलाव किए गए हैं. जिसके तहत खाते में गलत ब्याज डलने पर उसे वापस पलटने के प्रावधान को हटाया गया है. इसके अलावा खाते का सालाना ब्याज हर वित्त वर्ष के अंत में क्रेडिट किया जाएगा.
अब तीसरी बेटी का भी खुल सकेगा खाता
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 2 बेटियों के खाते पर ही 80सी के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता था, लेकिन तीसरी बेटी पर यह फायदा नहीं मिलता था. पर अब नए नियम के तहत एक घर में एक बेटी के बाद यदि दो जुड़वां बेटियां पैदा होती हैं तो उन दोनों के लिए भी यह खाता खुलवा सकते हैं, लेकिन इसके लिए खाते में सालाना कम से कम 250 रुपये जमा करना जरूरी है. अगर सालाना यह राशि जमा नहीं होती है तो अकाउंट को डिफॉल्ट मान लिया जाएगा.
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