China-India Trade: भारत सरकार चीन से होने वाले आयात को काम करने के लिए लगातार प्रयासरत है. सरकार के इन प्रयासों को अब कामयाबी भी मिलती हुई दिख रही है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस छमाही चीन से आयात सामानों में गिरावट आई है. ये गिरावट क्यों आई है आइए इसके बारे में आपको डिटेल में बताते हैं.
आयात में आई इतनी गिरावट
बता दें चालू वित्त वर्ष 2023 – 2024 की पहली छमाही में देश में चीन से 50.42 अरब डॉलर का आयात किया गया है. वहीं वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में 52.42 अरब डॉलर का आयात भारत ने किया था. यानी 11% की गिरावट इस बार की छमाही में देखने को मिली है.
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PLI स्कीम का दिख रहा है असर
यह गिरावट सरकार की PLI स्कीम के कारण देखने को मिल रही .है क्योंकि इस स्कीम के तहत सरकार फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री को काफी फायदा दे रही है. वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल के मुताबिक आयत में कमी घरेलू मांग से नहीं है बल्कि उत्पादन क्षमता को बढ़ाने और आयात के विकल्प पर काम करने के कारण हुई है. आयत में कमी भारत के व्यापार घाटे के लिए भी सकारात्मक है.
सरकार के इस फैसले से भी आयात हुआ है कम
आयत में कमी का एक बड़ा कारण जो देखा जा रहा है वह यह है कि बाहर से आने वाले आइटम्स के ऊपर क्वालिटी कंट्रोल नियम भारत सरकार ने लगा दिया है. इस नियम के तहत 100 से ज्यादा चीजों को जांच के दायरे में रखा गया है. सरकार को जिस वस्तु की क्वालिटी खराब लगेगी सरकार उस वस्तु को आयात शिंकजा कस सकती है. और वैसे भी चीन के बारे में माना जाता है कि चीन का माल सस्ता तो होता है लेकिन टिकाऊ नहीं होता यानी उसकी क्वालिटी अच्छी नहीं होती इसलिए इसका सबसे बड़ा प्रभाव चीन के ऊपर पड़ता हुआ नजर आएगा.
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