FD को एक ऐसा निवेश समझा जाता है जिसमें जमा कराया हुआ पैसा अन्य निवेश के मुकाबले थोड़ा ज्यादा सुरक्षित समझा जाता है और एक निश्चित रिटर्न प्रदान करता रहता है. अमूमन बहुत से लोगों को एफडी से होने वाले फायदों के बारे में ही पता होता है लेकिन उन्हें एफडी से क्या नुकसान हो सकते हैं उसके बारे में पता नहीं होता है, इसलिए आज हम ऐसे लोगों को जिन्हें एफडी की केवल फायदों के बारे में मालूम है उन्हें ऐसे नुकसानों के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें एफडी में करने वाले निवेशक को जरूर पढ़ना चाहिए और सावधान रहना चाहिए.
जितनी ज्यादा ब्याज उतना ही बड़ा जोखिम
FD पर सबसे ज्यादा इंटरेस्ट देने वाले बैंकों की बात करें तो फिलहाल सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक एफडी पर 9.1% और यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक 9% की दर से इंटरेस्ट दे रही है. देश की कुछ अन्य बैंकों ने भी इंटरेस्ट की दरों में इजाफा किया है. सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक और यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक दोनों बैंक की छोटी हैं लेकिन विशेषज्ञों का मानना है की छोटी बैंक अगर ग्राहकों को FD पर ज्यादा ब्याज देती हैं तो उनमें कहीं ना कहीं जोखिम भी ज्यादा है.क्योंकि इनका कैपिटल बेस भी कम होता है और कई बार वित्तीय अनियमितताओं का शिकार भी छोटी बैंक ज्यादा हो जाती हैं.
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मैच्योरिटी से पहले फाइन की करें जानकारी
FD करने से पहले उसकी मैच्योरिटी से पहले पैसा निकालने पर लगने वाली जुर्माने का भी पता कर लें. क्योंकि कई बार जरूरत पड़ने पर मैच्योरिटी से पहले ही निवेशक को पैसा निकालना पड़ जाता है. और उस समय बैंक अपना तयशुदा फाइन लगा देता है. इसलिए FD कराने से पहले चेक कर लें कि कौन सा बैंक मैच्योरिटी अवधि से पहले पैसा निकालने पर कम फाइन लगाएगा.
फिक्स इंटरेस्ट और TDS
जिस तरीके से रिटर्न म्युचुअल फंड या दूसरे इन्वेस्टमेंट में मिलता है उसके अपेक्षा अवधि में निवेश करने पर एक फिक्स इंटरेस्टेड मिलता है. जिसकी वजह से निवेशक को थोड़ा नुकसान होता है.FD पर निवेशक को जो इंटरेस्ट दिया जाता है. वह टैक्स के दायरे में आता है इसकी वजह से निवेशक को घाटा उठाना पड़ता है.
फंस सकता है निवेश
FD में जमा की गई राशि एक निश्चित समय के लिए जमा की जाती है और उसी समय से पैसे निकालने पर जुर्माना देना पड़ता है. लेकिन ऐसा कभी-कभी हो जाता है कि अगर आपका बैंक सार्वजनिक समूह का बड़ा बैंक नहीं है तो दिवालिया हो सकता है जिससे आपका किया हुआ निवेश फंस सकता है.इसलिए जब किसी बैंक की वित्तीय स्थिति खराब होने की सूचना आपको मिले तो अपने निवेश को सुरक्षित निकाल लें.
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