कागज (Paper) ने हम सभी के बढ़ते जीवन के साथ साथ चलने का काम किया है और हमारे भविष्य को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई है. स्कूल, कॉलेज, घर, दफ्तर, ऑफिस, रेलवे स्टेशन हर जगह कागज का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि आखिर यह कागज कैसे बनता है और इसे बनाने के लिए किस पेड़ का इस्तेमाल किया जाता है? कागज कितने प्रकार की होते हैं. अगर नहीं तो आज हम अपनी इस लेख में कागज से जुड़ी हर एक जानकारी आपसे साझा करेंगे.
क्या होता है कागज ?
कागज पतली सदु से बना पदार्थ होता है जिससे छोटे-छोटे बच्चों का भविष्य बनता है. यहां तक की चित्रकार लेखन जैसे हर पल पर कागज का इस्तेमाल किया जाता है. हमें सुबह चाय के साथ देश दुनिया की खबर पढ़ने के लिए अपने हाथों में कागज ही करना पड़ता है. दरअसल, इसे तैयार करने के लिए गेहूं का पुआल यानी भुसा, पुराने कपड़े और लकड़ी की लुगड़ी जैसे अन्य रेशेदार पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है. वैसे तो लगभग लोग जानते हैं कि कागज को बनाने के लिए पेड़ पौधे का खास कर इस्तेमाल किया जाता है.
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क्या है कागज बनाने की पूरी प्रक्रिया ?
दरअसल, कागज (Paper) बनाने के लिए मुख्य रूप से सेल्यूलोज का इस्तेमाल होता है. अब ये सेल्यूलोज है, तो यह एक रेशेदार चिपचिपा पदार्थ होता है. जो जंगल और ग्रामीण क्षेत्र के पेड़ पौधों की लकड़ियों में पाया जाता है. कागज बनाने के लिए सबसे पहले इन्हीं सेल्यूलोज के देशों को आपस में जोड़ा जाता है और उससे एक पतली परत बनाई जाती है. दरअसल मार्केट में कई तरह के कागज के पन्ने देखने को मिलते हैं किसी की क्वालिटी बेहतर तो किसी की क्वालिटी एकदम मध्य होती है, जो इसी सैलूलोज की शुद्धता पर निर्भर करता है.
• कागज बनाने के लिए ऐसे पेड़ों का इस्तेमाल किया जाता है, जिनकी लकड़ी से रेशें अधिक मात्रा में निकलते हैं.
• इसके बाद इन्हें गोल टुकड़ों में काट दिया जाता है और उनके छिलके को हटाकर फैक्ट्री में भेज दिया जाता है.
• जहां गोल-गोल टुकड़ों में कटी लकड़ियों को 2 तरीके से लुगदी बनाई जाती है.
- Machanical Pulping Method: इस तरीके से पेपर का कच्चा माल तैयार करने के लिए केमिकल (Chemical ) का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं इस मेथड से बनाए गए कागज का इस्तेमाल मैगजीन न्यूज़पेपर और अच्छे क्वालिटी के पन्ने बनाए जाते हैं.
- Chemical Pulping Method: यह मेथड हमेशा कंपनियां इस्तेमाल करती है. जो मैकेनिकल पल्प में बने पेपर की तुलना में इस मेथड के पेपर काफी चमकदार उच्च, गुणवत्ता और अधिक चिकने होते हैं.
• पल्प को तैयार करने के बाद इसे निचोड़ और पिटा जाता है. इसके अलावा इसमें कई तरह के की सामग्री मिट्टी, केमिकल, चाक आदि मिलाया जाता है.
• इसके बाद इसकी एक बड़ी गाड़ी बनाकर ऑटोमेटेड मशीन (Automated मशीन) में डाल दिया जाता है. जिसके बाद यहां से पेपर बनकर तैयार होता है और इसे काट कर न्यूज़ पेपर, नोटबुक और मैगजीन के लिए भेज दिया जाता है.
किस-किस पेड़ से बनाता है कागज ?
दरअसल, कागज बनाने के लिए hardwood और softwood पेड़ो का इस्तेमाल खासकर किया जाता है. जिनमें मुख्य हेमलोक (hemlock), लार्च (larch), बांज (oak), भुर्ज (brich), सनोबर (fir), मेपल (maple) आदि है.
एक पेड़ में इतना कागज होता है तैयार
1000 किलोग्राम यानी 1 टन कागज बनाने के लिए 12 से 18 पेड़ का इस्तेमाल किया जाता है. उच्च गुणवत्ता वाले पेपर का इस्तेमाल प्रिंटिंग और मैगजीन की छपाई के लिए भेजा जाता है. इसके अलावा 1 टन मैगजीन का कागज बनाने के लिए 15 पेड़ों की आवश्यकता होती है वही 1 टन न्यूज़पेपर बनाने के लिए 12 पेड़ों का इस्तेमाल किया जाता है.
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