Good News: लगातार बढ़ रही महंगाई के बीच राहत भरी खबर सामने आई है. विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख में भारत में भी तेल तिलहनों के दामों में गिरावट देखने को मिली है. जिससे लोगों ने राहत भरी सांसे ली.मिली जानकारी के अनुसार, तेल उद्योग की मौजूदा स्थिति काफी खराब है. आयातकों के बाद किसान द्वारा माल नहीं दिए जाने पर छोटी तेल मिलों की हालत खराब हो रही है. किसान अपना माल काम आय पर बेंचने को तैयार नहीं है.
वही दूसरी ओर, कोटा प्रणाली के तहत शुल्कमुक्त आयातित तेलों की कम कीमतों ने देशी तेल-तिलहनों पर इस कदर दबाव बना रखा है कि, किसानों को सोयाबीन के बाद आगामी सरसों फसल खपाने की चिंता बढ़ती जा रही है.साथ ही, इन तेल उद्योगों में बैंको के भी पैसे लगे हुए हैं.जिसका पता देश में अभी तक किसी को भी नही है.
बुधवार को मार्केट में तेल-तिलहनों के दाम
सरसों तिलहन- 6,685-6,735 रुपये प्रति क्विंटल.
सरसों तेल दादरी- 13,350 रुपये प्रति क्विंटल.
सरसों पक्की घानी- 2,030-2,160 रुपये प्रति टिन.
सरसों कच्ची घानी- 2,090-2,215 रुपये प्रति टिन.
मूंगफली- 6,675-6,735 रुपये प्रति क्विंटल.
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) 15,780 रुपये प्रति क्विंटल.
मूंगफली रिफाइंड तेल 2,490-2,755 रुपये प्रति टिन.
तिल तेल मिल डिलिवरी 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल.
सोयाबीन तेल (दिल्ली मील) – 13,250 रुपये प्रति क्विंटल.
सोयाबीन मिल (इंदौर)- 13,200 रुपये प्रति क्विंटल.
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 11,650 रुपये प्रति क्विंटल.
सोयाबीन दाना 5,600-5,700 रुपये प्रति क्विंटल.
सोयाबीन लूज- 5,345-5,365 रुपये प्रति क्विंटल.
सीपीओ एक्स-कांडला- 8,450 रुपये प्रति क्विंटल.
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 11,800 रुपये प्रति क्विंटल.
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,100 रुपये प्रति क्विंटल.
पामोलिन एक्स- कांडला- 9,100 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल.
मक्का खल (सरिस्का)- 4,010 रुपये प्रति क्विंटल
ये भी पढ़ें: खुशखबरी: बिना पैसा लगाए पाएं 2 लाख रुपए, जानें कैसे बन सकते हैं इस धांसू स्कीम का हिस्सा