Satya Nadella tips: हर कोई व्यक्ति अपनी जिंदगी में सफलता पाना चाहता है लेकिन सफलता तक पहुंचने के लिए कठोर परिश्रम करना पड़ता है.कई बार लोग मेहनत तो करते हैं लेकिन धैर्य नहीं रख पाते और इसलिए अपने किसी काम में कामयाब नहीं हो पाते. ऐसे लोगों के लिए माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला के जीवन से कुछ सीख लेनी चाहिए कि कैसे कोई व्यक्ति धैर्य के साथ लगातार काम करते हुए बड़े पद पर पहुंच सकता है. इसलिए आज हम सत्या नडेला की सक्सेस से जुडी हुई कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें खुद सत्य नडेला ने बताया है.
नहीं सोचा था कि बनेंगे एक दिन CEO
सत्या नडेला बताते हैं कि उन्हें लगभग 3 दशक पहले 1992 में माइक्रोसॉफ्ट में नौकरी मिलने का अवसर प्राप्त हुआ था और वह एक इंजीनियर के रूप में माइक्रोसॉफ्ट से जुड़े थे. उन्होंने यह कभी नहीं सोचा था की वह 1 दिन कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनेंगे. सत्या नडेला अपने करियर की शुरुआत के बारे में बताते हुए कहते हैं की वह माइक्रोसॉफ्ट में इस नौकरी को पाकर काफी उत्साह से भरे हुए थे. माइक्रोसॉफ्ट के ऑफिस में जब मैं एंट्री कर रहा था तो सोच रहा था कि जो नौकरी जो मुझे मिली है वह विश्व की सबसे अच्छी नौकरी है इसके बाद कुछ नहीं पाना है.
ईमानदारी से करें काम
सत्य नडेला अपनी सफलता का राज बताते हुए कहते हैं कि मैंने कंपनी में काम करते हुए यह जाना की किसी भी व्यक्ति को अपना सबसे बढ़िया काम करने के लिए अगली नौकरी का इंतजार नहीं करना चाहिए. बल्कि जहां हैं वहां पर अपना बेस्ट देना चाहिए. मुझे हमेशा यही लगा कि मैं जो काम कर रहा हूं वह सबसे बढ़िया है और इसीलिए मैंने अपने उस काम में हमेशा अपना बेस्ट दिया.
हमेशा अपना बेस्ट देने की करें कोशिश
सत्य आगे बताते हैं कि आप कभी इस तरह ना सोचें कि आपकी मौजूदा नौकरी आपके आगे के करियर में बाधा है या आप आपको अपनी हर नौकरी में आगे बढ़ने के लिए भूख,सीखने की ललक और समर्पण होना चाहिए. और अगर आप ऐसा करते हैं तो आप अपनी उसी जगह पर अपना बेस्ट देकर तेजी से प्रमोशन ले सकते हैं. आज के इसलिए आज के युवाओं को चाहिए कि जो भी काम करें उसे शानदार तरीके से करें जिससे उसमें कोई कमी ना रह जाए.
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