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Relationship Tips: पार्टनर के साथ कभी न करें ये गलतियां, वरना टूट सकता है रिश्ता,जानें

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Relationship Tips: हमारा पार्टनर कई तरह के होता हैं कुछ केयरिंग, कुछ एक्स्ट्रा केयरिंग, कुछ पजेसिव, कुछ ओवर पजेसिव. इन सभी क्वालिटी में एक क्वालिटी पजेसिव का है. वैसे तो पजेसिव होना अच्‍छी बात है लेकिन जब आप ओवर पजेसिव हो जाते हैं, तो किसी भी रिश्ते की नीव डगमगाने लगता है और आगे जाकर वह खराब हो सकता है और अलगाव हो सकता है.

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पजेसिव होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे जलन, ट्रॉमा और असुर‍क्षा की भावना. कई मामलों में देखा गया है कि बचपन में मां-बाप की उपेक्षा के कारण भी व्‍यक्ति ओवर पजेसिव हो जाता है. लेकिन पजेसिव होने से आपके रिश्‍ते और पार्टनर दोनों को नुकसान पहुंच सकता है. पार्टनर पर शक करना, जलन महसूस करना या अधिक प्रश्‍न पूछना पजेसिवनेस के लक्षण हो सकते हैं. पार्टनर के साथ रिश्‍ता प्‍यार और सम्‍मान का होता है इसमें आसानी से दरार आ सकती है, इसलिए रिश्‍ता खराब होने से पहले खुद को ओवर पजेसिव होने से रोक लें. एक नई शुरुआत करें.


किस कारण से टूट सकता है रिश्ता


नॉर्मल पार्टनर के साथ रहना और एक कंट्रोलिंग और पजेसिव पार्टनर के साथ रहना दोनों में काफी अंतर हो सकता है. जब रिश्‍ते में असुरक्षा और जलन की बात आ जाती है, तो कपल्‍स अक्‍सर प्‍यार से लेकर पजेसिवनेस की सीमा को पार कर जाते हैं. ऐसे में कपल्‍स एक-दूसरे की आंतरिक स्‍वतंत्रता का अनादर करते हैं और एक-दूसरे की जिंदगी में दखल देने लगते हैं.

पजेसिवनेस के चलते कपल्‍स एक-दूसरे के फोन और दोस्‍तों के माध्‍यम से सीक्रेट पता लगाते हैं और अविश्‍वास मिलने पर गुस्‍सा हो जाते हैं. बार बार एक दूसरे पर चिल्लाते हैं,उनके पास्ट लाइफ को लेकर ताना देते हैं. इन सभी कारणों से आगे चलकर रिश्ता पूरी तरह से खत्म होने के कगार पर पहुंच जाता है और अंततः रिश्ता टूट जाता है.


कैसे संभाल सकते हैं रिश्तों को


पार्टनर के अतीत के बारे में बात करना छोड़ दे


किसी भी रिश्ता को संभालना बेहद ही जरूरी और जिम्मेदारी भरा काम है. अक्सर मजाक मजाक में हम अपने पार्टनर के पास्ट के बारे में बोल देते जो बोलते बोलते हमे आदत हो जाती और हम अधिक बोलने लगते हैं.


पार्टनर पर अपनी मर्जी न थोपें


यदि आप ये महसूस करते हैं कि आपका पार्टनर आपसे प्‍यार नहीं करता या ईमानदार नहीं है तो उतना ही आप उसे डराने का प्रयास करेंगे. कोई भी व्‍यक्ति रिश्‍ते में बंधकर नहीं रहना चाहता इसलिए स्‍वयं के मन में उपजी चिंताओं और आशंकाओं को अपने पार्टनर पर न थोपें. विश्‍वास करें और समझाने का प्रयास करें.


एक-दूसरे के दोस्‍तों को जानें


अनावश्‍यक रूप से जलन को रोकने का एक शानदार तरीका है कि, पार्टनर्स एक-दूसरे के दोस्‍तों को जानें और मेलजोल बढ़ाएं. इससे रिश्‍तों में शक की गुंजाइश नहीं होगी और पार्टनर के साथ रिश्‍ता हेल्‍दी बन सकेगा.

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