Car Insurance: किसी भी वाहन के लिए इंश्योरेंस होना बेहद जरूरी है. अगर किसी वाहन के लिए वकायदा इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं होती है तो आपको चालान भरना पड़ सकता है. कुछ कार मालिक ऐसे होते हैं जो कार का इंश्योरेंस ले तो लेते हैं लेकिन कई गलतियां कर देते हैं. हालांकि, आज हम आपको बताने वाले हैं कि आपको इंश्योरेंस पॉलिसी कैसे सिलेक्ट करनी है.
पॉलिसी की कवरेज
कवर पॉलिसी का मतलब है कि आपके इंश्योरेंस के साथ क्या-क्या कवर किया जा रहा है. आपको ऐसी स्थिति में सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि आपकी कार चोरी और टूट-फूट को पॉलिसी के तहत कवर करती है.
आईडीवी वैल्यू
यह वैल्यू ही निर्धारित करती है कि आपकी कार की वर्तमान में क्या कीमत है. यानी यह कार की मौजूदा स्थिति को बताती है. बीमा कंपनी कार की स्थिति को आईडीवी वैल्यू के रूप में दर्ज करके रखती है और जब प्लान का फायदा उठाते हैं तो इसको भी ध्यान में रखा जाता है.
एड-ऑन क्या है
इसके तहत इंश्योरेंस पॉलिसी में मिलने वाला फायदों को घटाया या बढ़ाया जा सकता है. आप अपनी जरूरत के हिसाब से सुविधाओं को कम या ज्यादा कर सकते हैं. इसलिए पॉलिसी लेने से पहले इसके बारे में जानकारी जरूर हासिल कर लें.
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नियम व शर्ते ध्यान से पढ़ लें
जब भी पॉलिसी लें तो उसके बारे में सारी जरूरी बातों के बारे में अच्छे से पढ़ लें. ज्यादातर मामलों में पॉलिसी नियम अलग होते हैं लेकिन कुछ कंपनियां अपने हिसाब से फायदा देती है.
बीमाकर्ता का ट्रैक रिकॉर्ड
बीमा लेने से पहले जरूर जान लें कि जिस कंपनी से आप पॉलिसी लेने की प्लानिंग कर रहे हैं वह कैसा काम करती है और वह किस तरह से काम करती है. इसके लिए आप क्लेम सेटलमेंट रेशियो को चैक कर सकते हैं.
नोट- बीमा लेते वक्त खुद के विवेक का इस्तेमाल करें और जब भी इंश्योरेंस लें तो सारे दस्तावेजों को बारीकी से पढ़ लें.
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