WhatsApp – Truecaller: व्हाट्सएप आज के समय में एक ऐसा ऐप है जो हर किसी स्मार्टफोन में मिल ही जाता है. अब व्हाट्सएप ने अपने यूजर को एक और अच्छा एक्सपीरियंस देने के लिए ट्रूकॉलर से साझेदारी कर ली है. जानकारी के मुताबिक ट्रूकॉलर के कॉलर आईडेंटिफिकेशन सर्विस को व्हाट्सएप से कनेक्ट किया जा रहा है. आइए आपको बताते हैं कि व्हाट्सएप और ट्रूकॉलर कि इस साझेदारी से यूजर्स को क्या फायदा होगा.
फर्जी कॉल से होगा बचाव
जानकारी के मुताबिक ट्रूकॉलर और व्हाट्सएप की साझेदारी के बाद यूजर के पास इंटरनेट से आने वाली स्पैम और फर्जी कॉल (Fraud Call) से बचाव होगा. आजकल अक्सर ऐसा देखा जा रहा है कि व्हाट्सएप यूजर के पास इंटरनेशनल नंबर से फर्जी कॉल आ रही है जिसके कारण यूजर्स को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है और उनके साथ फ्रॉड हो रहा है. जिसके बाद व्हाट्सएप ने ट्रूकॉलर से अपनी साझीदार को किया है.
यूजर मई से कर सकेंगे उपयोग
ट्रूकॉलर का यह फीचर बीटा वर्जन के लिए फिलहाल उपलब्ध है. कंपनी के चीफ एक्जीक्यूटिव एलेन ममेजी के अनुसार इस फीचर को सभी व्हाट्सएप यूजर के लिए मई के अंत तक रोल आउट कर दिया जाएगा.ट्रूकॉलर का एक फीचर यूजर को ऑडियो और वीडियो कॉल दोनों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
ये भी पढ़ें- Oppo Find N2 Flip Vs Samsung Z Flip 4: ये दोनों फोन देते हैं एक दूसरे को कांटे की टक्कर, जानें कौन किस पर भारी
TRAI ने भी लागू किया है ये नया नियम
बता दें फर्जी कॉल से बचने के लिए हाल ही में ट्राई(TRAI) ने सभी भारतीय टेलीकॉम कंपनियों को निर्देशित किया है कि वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फिल्टर का उपयोग करें जिससे कि यूजर के पास आने वाली फर्जी कॉल पर लगाए लगाम लगाई जा सके और लोगों के साथ फ्रॉड ना हो. 1 मई 2023 से टेलीकॉम कंपनियों ने इस फीचर को रोल आउट करना भी शुरू कर दिया है. ट्रूकॉलर की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर महीने लगभग 17 फर्जी कॉल फोन यूजर के पास आते हैं.
आपके लिए – टेक से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
आपके लिए – टेक के बाद अब देखे ऑटो नगरी में क्या है धमाल