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World Television Day: क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड टेलीविजन डे, जानिए पूरे डिटेल्स में

World Television Day

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टेलीविजन के इतिहास से हर कोई भले ही वाकीफ ना हो किंतु वर्तमान समय में टेलीविजन को हर व्यक्ति जनता है. इसके बिना जीवन जीना मुश्किल है. आज टेलीविजन का इतना विस्तृत क्षेत्र है कि इसका अंदाजा लगा पाना बहुत मुश्किल है. लाखो लोग इससे जुड़कइ इस क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं.

कुछ लोग अपनी खुशी के लिए काम कर रहे है, तो कुछ अपने नाम फेम के लिए तो वही कुछ लोग आर्थिक उद्देश्य से भी कर रहे है. आज का हमारा विषय है वर्ल्ड टेलीविजन डे! हर हर साल 21 नवंबर को वर्ल्ड टेलीविजन डे मनाया जाता है. वर्ल्ड टेलीविजन डे का इतिहास क्या है और भारत में टीवी का इतिहास क्या है इन सभी मुद्दों पर हम विस्तृत रूप में चर्चा करेंगे.


World Television Day: हर साल 21 नवबंर को वर्ल्ड टेलीविजन डे मनाया जाता है. ये एक ऐसा आविष्कार है जिसने दुनिया भर में क्रांति लाई. टीवी के माध्यम से आप हर क्षेत्र से जुड़ी खबरों के बारे में जान सकते हैं. इसमें मनोरंजन, शिक्षा और राजनीति आदि जैसे क्षेत्र शामिल हैं. यही कारण है कि इसके महत्व को रेखांकित करने के लिए हर साल टेलीविजन डे मनाया जाता है. ये सूचना का एक ऐसा माध्यम है जिसने समाज में एक अहम भूमिका निभाई है. इस इलेक्ट्रॉनिक माध्यम के चलते हम दुनिया में हो रही चीजों के बारे में जागरूक रहते हैं. आइए जानें टेलीविजन का इतिहास क्या है और भारत में इसकी शुरुआत कैसे हुई.


वर्ल्ड टेलीविजन डे इतिहास,1996(History of World Television):


नवंबर, 1996 में संयुक्त राष्ट्र ने पहला वर्ल्ड टेलीविजन फोरम आयोजित किया था. इसमें कई प्रमुख मीडिया हस्तियां भी शामिल हुई थीं. यहां टेलीविजन के बढ़ते महत्व के बारे में चर्चा की गई थी. इस दौरान संयुक्त राष्ट्र ने 21 नवंबर को विश्व टेलीविजन दिवस मनाने की घोषणा की थी.


टेलीविजन का इतिहास(History of television):


टेलीविजन का आविष्कार एक स्कॉटिश इंजीनियर जॉन लोगी बेयर्ड (John Logie Baird) ने साल 1924 में आविष्कार किया था. इसके बाद साल 1927 में पहले वर्किंग टेलीविजन का निर्माण 21 वर्षीय फिलो टायलर फार्न्सवर्थ (Philo Taylor Farnsworth) ने किया था. इसे 01 सितंबर 1928 में प्रेश के सामने पेश किया था. साल 1928 में जॉन लोगी बेयर्ड ने कलर टेलीविजन का आविष्कार किया था. पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग की शुरुआत साल 1940 में हुई थी.


भारत में टीवी का इतिहास(History of Television in India):


टीवी का आविष्कार होने के लगभग 3 दशक बाद भारत में टीवी आया. यूनेस्को की मदद से नई दिल्ली में 15 सितंबर को साल 1959 में टेलीविजन की शुरुआत हुई थी. टीवी की शुरुआत ऑल इंडिया रेडियो के अंतर्गत हुई थी जो 1976 में ऑल इंडिया रेडियो (All India Radio) से अलग होकर संपूर्ण टेलीविजन के रूप में कार्य करने लगी. टीवी का पहला ऑडिटोरियम आकाशवाणी भवन में बना. इसका उद्घाटन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने किया था. भारत में टेलीविजन का पहला रंगीन प्रसारण ईडन गार्डन में फुटबॉल का प्रसारण किया गया. नब्बे के दशक में रामायण महाभारत जैसे कार्यक्रम को देखने के बाद लोग धीरे धीरे लोग टीवी को जानने लगे और विभिन्न कार्यक्रम का मांग करते चले गए। यही से टेलीविजन ने अपना व्यापक रूप स्थापित करना शुरू कर दिया.


टीवी का महत्व(Importance of TV):


वर्तमान समय में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हजारों वेबसरीज मौजूद होने के बावजूद आज भी लोगों का प्यार टीवी के प्रति कम नहीं हुआ हैं खासकर सीरियल्स के पार्टी महिलाए आज भी सजग रूप से अपना प्यार दिखा रही है. मानव जीवन में काफी महत्व रखता है. ये न केवल मनोरंजन का साधन है बल्कि समाचार का भी बहुत बड़ा जरिया हैं. इसके माध्यम से आज लोग दुनियाभर के समालोग से रूबरू हो पाते है. किसी समय में एक समाचार दूसरी जगह पहुंचने में महीनों लग जाते थे वहीं टीवी के माध्यम से खबरें मिनटों में लोगों को पास पहुंच जाती हैं.

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