Street food for Health: सड़क किनारे बिकने वाले चाट, कचौड़ी, छोले-भटूरे, बर्गर, चाऊमीन और नूडल्स जैसी तमाम फास्ट फूड खाने से आप बीमार पड़ सकते हैं. दरअसल रेडी पटरी पर मिलने वाला खाना बेहद ही सस्ते दामों में तैयार किया जाता है. इसे बनाने के लिए सस्ते दाम के तेल मैदा और अन्य चीजों का उपयोग किया जाता है. हालांकि खाते समय यह बहुत ही स्वादिष्ट लगते हैं. लेकिन पेट के साथ-साथ शरीर की कोई बीमारियों का जोखिम बढ़ा देता है.
स्ट्रीट फूड है कैंसर का कारण
सड़क किनारे बिकने वाले चीजों को खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां भी उत्पन्न हो सकती है. दरअसल इन चीजों को स्वादिष्ट बनाने के लिए सस्ते तेलों में लंबे समय तक चला जाता है जिससे उसे पर धूल और मिट्टी जम जाती है. धूल और मिट्टी लगी चीजों को हम बेहद इस बात के साथ खाते हैं जो बाद में कैंसर के जोखिम को बढ़ा देते हैं.
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स्ट्रीट फूड पाचन तंत्र को करता है प्रभावित
सड़क किनारे बने किसी भी चीज को बनाते समय साफ सफाई का खास ध्यान नहीं रखा जाता है. अलग-अलग तरह के स्ट्रीट फूड को बनाने के लिए कई तरह के सस्ते और नुकसानदायक चीजों का प्रयोग किया जाता है. मैदे से बनने वाले स्ट्रीट फूड को रोजाना खाने से पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है. पाचन तंत्र के कमजोर होने से किसी भी चीज को डाइजेस्ट होने में लंबा समय लग जाता है.
स्ट्रीट फूड हार्ट और शुगर के लिए नुकसानदायक
फुटपाथ पर बनाए जाने वाले चीजों में मैदे का उपयोग किया जाता है. फायदे में अत्यधिक मात्रा में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है जो कई तरह की बीमारियों के जोखिम को बढ़ा देता है. हार्ट और डायबिटीज के मरीजों के लिए मैदा जहर के समान माना जाता है.
नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता.
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