Smartphone addiction: एक वो जमाना था जब बच्चे खेलना पसंद करते थे.लेकिन अब ज्यादातर पैरेंट्स इस बात से परेशान हैं कि उनके बच्चे खेलना कम पसंद करते हैं.बल्कि उन्होंने फोन को ही अपना दोस्त बना लिया है. कोरोना के बाद से बच्चों में फोन एडिक्शन के मामले तेजी से बढ़े हैं.लेकिन ऐसा क्यों है.क्या आपने कभी सोचा है.
बच्चे अगर फोन के प्रति एडिक्ट हो गए हैं तो इसके लिए आप यानी पैरेंट्स जिम्मेदार हैं.आपकी कुछ गलतियों की वजह से बच्चों को फोन की लत लग गई है.आप अपनी उन गलतियों को सुधार कर अपने बच्चों से फोन को छुड़ा सकते हैं.तो आइए जानते हैं कि, कैसे आप अपने बच्चों का फोन एडिक्शन छुड़ा सकते हैं.
फोन से न करें अपनी गुड मॉर्निंग
जी हां कई पैरेंट्स ऐसे होते हैं जो आंख खुलते ही सबसे पहले अपना फोन देखते हैं.ये जानते हुए कि ऐसा करना सही नहीं है.बच्चे आपको ऐसा करते हुए देखते हैं और उन्हें ये बात सही लगती है.उन्हें ऐसा लगता है कि सुबह फोन देखना गलत नहीं है.ऐसे में जाने अनजाने आपकी ये गलती बच्चों को फोन के प्रति लगाव पैदा करती है.इसलिए आप सुबह की शुरुआत फोन से नहीं करें और बच्चे को तो बिल्कुल न दें.
खाना खाते समय ना देखें फोन
वहीं कई बार पैरेंट्स खाना खाते समय भी फोन चलाते रहते हैं.अगर आप ही ऐसा करेंगे तो अपने बच्चे को कैसे रोकेंगे.इसलिए खाना खाते समय फोन बिल्कुल भी न देखें.कोशिश करें कि आप अपने बच्चे के साथ बैठ कर खाना खाएं
ट्रिक से लें बच्चे से मोबाइल
कई पैरेंट्स बच्चे को मोबाइल चलाता या फिर खेलता देख उससे तुरंत छीन लेते हैं.ऐसा करने से भी बच्चे के अंदर फोन के लिए उत्सुकता बढ़ेगी.इसलिए आप बच्चे के फोन छीनने की बजाए इंटरनेट ऑफ कर सकते हैं.इंटरनेट ऑफ होने पर बच्चा खुद ब खुद फोन रख देगा.या फिर उसे किसी और चीज में इंगेज करें.
सोशल मीडिया से बनाएं दूरी
कुछ पैरेंट्स सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं.पैरेंट्स को देख बच्चे भी सोशल मीडिया में एक्टिव होने की कोशिश करते हैं और ज्यादा से ज्यादा टाइम सोशल साइट पर बिताने लगते हैं.इसलिए पहले आप सोशल मीडिया से थोड़ी दूरी बनाएं और फिर बच्चे को ऐसा करने के लिए समझाएं.
ज्यादा से ज्यादा करें फिजिकल एक्टिविटीज
आज कल माता पिता ही बच्चों को कई बार अपनी सुविधा के लिए फोन दे देते हैं.बच्चा अगर उन्हें परेशान कर रहा है या रो रहा है तो उसे फोन देकर बहलाने की कोशिश करते हैं, पर ये गलत है. इसकी बजाए आप अपने बच्चे को बाहर ले जा सकते हैं.उसका मन बहलाने के लिए उसे इनडोर गेम्स दे सकते हैं.वहीं बच्चों को आउटडोर गेम्स देने की सलाह दे सकते हैं, जिससे उनकी फिजिकल एक्टिविटी ज्यादा से ज्यादा हो.बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए फिजिकल एक्टिविटीज जरूरी है.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं.इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से जरूर संपर्क करें
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