Irregular periods: महिलाओं को आजकल पीरियड्स से संबंधित कई समस्याएं देखने को मिल रहे है. इसमें से एक समस्या अनियमित पीरियड्स भी है.पीरियड साइकिल 28 दिन का होता है, हालांकि इसमें कुछ दिनों का बदलाव हो सकता है. लेकिन जब यही दिन महीनों में बदल जाते है, तब इसे अनियमित पीरियड कहा जाता है.तो आइए जानते हैं उन घरेलू नुस्खो के बारे में, जो पीरियड्स के लिए रामबाण है-
दालचीनी
दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते है, जो अनियमित पीरियड्स के लिए बेहद फायदेमंद होते है. कई शोधों में भी यह पाया गया है कि दालचीनी पीरियड्स को रेगुलेट करने में मदद करता है. न केवल इर्रेगुलर बल्कि पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को भी कम करता है. इसको इस्तेमाल करने के लिए आप घर में दालचीनी का पाउडर बना ले. अब आप दूध में भी इसका पाउडर मिलाकर पी सकती है.इसके अलावा आप दालचीनी पाउडर को खाने में भी मिला सकती है. इससे खाने का टेस्ट भी बढ़ जाएगा और यह समस्या भी कम होने लगेगी.
चुकंदर
चुकंदर में आयरन और फाॅलिक एसिड पाया जाता है. यह दोनों ही मासिक धर्म की अनियमितता को दूर करने में मदद करते है. चुकंदर हार्मोन्स को भी संतुलित करता है.
पपीता
पपीता तनाव और मेनोपाॅज के कारण होने वाली माहवारी की समस्याओं में फायदेमंद है. कच्चे पपीते में मौजूद आयरन, कैरेटिन, कैल्शियम, विटामिन ए और सी, गर्भाशय की सिकुड़ी हुई मांसपेशियों को फाइबर पहुंचाने का काम करते है.
सौंठ
अनियमित पीरियड्स में सौंठ का अधिक सेवन करना चाहिए. सौंठ मासिक धर्म को बढ़ावा देने के लिए जानी जाता है. यह मुख्य रूप से मासिक धर्म में देरी के उपचार में उपयोग किया जाता है. आप चाहें तो सौंठ की चाय बनाकर उसका सेवन कर सकते है.
हल्दी
हल्दी को हर्बल उत्तेजक गुण वाला माना जाता है, यह मासिक धर्म प्रवाह को प्रोत्साहित करने में मदद करता है. हल्दी को एक वार्मिंग जड़ी बूटी भी माना जाता है, जो मासिक धर्म और हार्मोन को विनियमित करने में मदद करती है.आप चाहें तो एक गिलास दूध में एक से चार चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं इसको कुछ महीनों तक पीए.
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