Eat Saag In Acidity and Constipation: बाजार में ठंडी के मौसम में साग बिकने लगते हैं. शायद ही कोई हो जिसे सांग पसंद ना हो,लेकिन क्या आप जानते हैं मौसमी सांग के सेवन से एक साथ कई तरह के बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है. बाजार में कई तरह के साग पाए जाते हैं जिसमें सब अलग-अलग गुण से भरपूर होते हैं. पीरियड्स के शुरुआती दिनों में साग का सेवन कम उम्र की बच्चियों के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी होता है.
बथुआ और चने का साग
सर्दियों के मौसम में बथुआ और चने का साग बहुत ही कम दामों में मिल जाता है. चने के साग में कैल्शियम, फाइबर, आयरन और जिंक समेत कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर की इम्युनिटी के साथ-साथ स्कीन डैमेज के खतरों से भी बचाते हैं. बथुआ और चने के साग के सेवन से शरीर में खून की कमी भी पूरी होती है.
पकाते समय इन बातों का रखें ध्यान
साग (Saag) को पकाते समय पौष्टिकता का ध्यान रखना चाहिए. साग को अच्छे तरीके से धोने के बाद काटकर कुकर में पकाना चाहिए. साग में स्वाद के अनुसार गाजर टमाटर और नमक डालकर अच्छी तरीके से कुकर का सिटी लगाना चाहिए.
ये भी पढ़ें: Tulsi For Health:कई गंभीर बीमारियों में जादू का काम करती है तुलसी, जानें कैसे
मोटापा के लिए लाभकारी है साग
साग के सेवन से भूख कम लगती है. भूख कम लगने के कारण मोटापा भी कम होती है. साग में मौजूद आयरन और मैग्नीशियम के गुण इम्यूनिटी को बूस्ट करने के साथ-साथ कैंसर से भी लड़ने की ताकत देते हैं. साग सेवन से कीमत थेरेपी में कोशिकाएं मर जाती हैं.
स्कीन और बल के लिए फायदेमंद
साग में लाइसिन और अमीनो एसिड के तत्व पाए जाते हैं जो बालों को मजबूत बनाते हैं. रोजाना सांग की पत्तियों के सेवन से त्वचा भी दुरुस्त रहता है. साग के सेवन से त्वचा संबंधी रोग और बाल झड़ने की समस्या को काम किया जा सकता है.
नोट: लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. लेकिन फिर भी इस पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. हमारा उद्देश्य आपको सिर्फ जानकारी उपलब्ध कराना है. Bloggistan इसकी नैतिक जिम्मेदारी नहीं लेता.
आपके लिए – लाइफस्टाइल से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें