भारतीय रेलवे (Indian Railways) की हजारों ट्रेनों के द्वारा प्रतिदिन करोड़ों में यात्री एक जगह से दूसरी जगह की यात्रा करते हैं. ट्रेन की यात्रा सुरक्षित किफायती और आनंददायक तो होती है लेकिन इस यात्रा में अक्सर ट्रेन का लेट हो जाना, यात्रियों की असुविधा को बढ़ा देता है. कई बार आप देखते होंगे कि आपकी ट्रेन चल रही है और वह एकदम बीच में रुक जाती है और जब तक कोई दूसरी ट्रेन नहीं चलती ऐसा क्यों होता है आज हम इसके बारे में आपको बताते हैं.
होता है ये कारण
अक्सर पीछे से आ रही राजधानी, शताब्दी जैसी ट्रेनों का रास्ता क्लियर करने के लिए ट्रेन को रोक दिया जाता है. कई बार एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल इक्विपमेंट ट्रेन के कारण भी अन्य ट्रेनों को रोक दिया जाता है.यह एक मेडिकल ट्रेन होती है अगर कहीं कोई दुर्घटना हो जाए तो उस जगह पर सहायता पहुंचाने के लिए ये उपयोग में लाई जाती है. इस ट्रेन के लिए राजधानी और शताब्दी से ट्रेनों को भी बीच रास्ते पर खड़ा कर दिया जाता है और इस ट्रेन को पहले गुजरने दिया जाता है.
कई कई घंटे लेट हो जाती हैं ट्रेन
शताब्दी राजधानी और मेडिकल रिलीफ वाली ट्रेन के साथ-साथ कई बार गरीब रथ, तेजस और वंदे भारत जैसी ट्रेनों के लिए भी अन्य ट्रेनों को रोक दिया जाता है. हालांकि कई बार यात्री द्वारा रेलवे के सामने इस मुद्दे को उठाया जाता है कि राजधानी और शताब्दी जैसी सुपरफास्ट ट्रेनों के लिए अन्य दूसरी सामान्य ट्रेनों को ना रोका जाए और उनके साथ भेदभाव ना किया जाए. लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है जिसके कारण सामान्य ट्रेन कई कई घंटे तक भी बीच रास्ते पर खड़ी रहती हैं.
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