Odisha Train Accident: 5 जून की शाम 7 बजे उड़ीसा के बालासोर में ट्रेनों के टकराने के कारण भीषण हादसे में 3 ट्रेनें दुर्घटनाग्रस्त हुई थीं.जिसमें एक मालगाड़ी शामिल थी.इस हादसे में 275 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि लगभग 1000 से अधिक लोग घायल हुए थे. दुर्घटना स्थल की जगह के पास एक स्कूल को अस्थाई मुर्दाघर के रूप में प्रशासन इस्तेमाल किया था जिसे अब तोड़ा जा रहा है.आइए आपको बताते हैं इसे क्यों तोड़ा जा रहा है.
स्कूल को गिराया गया
दुर्घटना स्थल के पास बालासोर में बहनागा के हाई स्कूल भवन में रेल दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों को रखा गया था. जिसके बाद स्कूल के बच्चों और अभिभावकों में एक भय का माहौल पैदा हो गया था और उनका कहना था कि इस स्कूल में आत्माओं का वास हो गया है इसलिए बच्चे यहां नहीं पढ़ेंगे. हालांकि प्रशासन ने उन्हें समझाने की कोशिश की और उनके बातों का खंडन किया. लेकिन छात्र और अभिभावक नहीं माने जिसके बाद अभिभावक और छात्रों की मांगों को देखते हुए प्रशासन ने उस स्कूल को तोड़कर नया भवन बनाने का निर्णय लिया है. उस स्कूल को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
88 शवों की नहीं हुई है अभी तक पहचान
एम्स के अधिकारियों के अनुसार अभी तक 88 शवों की पहचान नहीं की जा सकी है. इसलिए 50 से अधिक मृतकों के रिश्तेदारों की डीएनए प्रोफाइलिंग की प्रक्रिया पूरी करते उनके ब्लड के सैंपल DNA जांच के लिए दिल्ली भेजा जा रहा है. जिससे कि जिन शवों की पहचान पुख्ता तौर पर नहीं हुई है उनकी पहचान हो जाए.
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इस वजह से हुआ था हादसा
हावड़ा-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के लोको पायलट के मुताबिक उसे ट्रेन को आगे बढ़ाने के लिए ग्रीन सिग्नल दिया गया था,जिसके बाद उसने उस लूप ट्रैक पर ट्रेन को आगे बढ़ाया जिस पर माल गाड़ी खड़ी हुई थी. दुर्घटना कैसे हुई इसके सटीक कारणों को पता लगाने के लिए रेलवे बोर्ड के अनुसार अभी थोड़ा वक्त लगेगा, लेकिन प्रारंभिक तौर पर सिग्नल की गड़बड़ी की बात सामने आ रही है.
बिना टिकट यात्रा कर रहे यात्रियों को मिलेगा मुआवजा
रेलवे के मुताबिक ट्रेन में बिना टिकट की यात्रा कर रहे दुर्घटना में मृतकों के परिजनों और घायलों को भी मुआवजे की राशि दी जाएगी. रेलवे की तरफ से मृतकों के परिजनों को 10 लाख,गंभीर घायलों को 2 लाख और मामूली घायलों को ₹50 हजार की राशि दी जाएगी. कई राज्य सरकारों ने भी अपने राज्य के मृतकों के परिजनों और घायलों को मुआवजा देने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री राहत कोष से भी मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50 हजार रूपया दिया जाएगा.
घटना की जांच कर रही CBI
बालासोर ट्रेन दुर्घटना मामले की जांच सीबीआई कर रही है.रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने भी हाई लेवल कमिटी का गठन कर दिया है वो भी इस पूरी दुर्घटना की जांच कर रही है.
ऐसे हुआ हादसा
शुक्रवार शाम लगभग 7:00 बजे रेल से एक ट्रैक पर हावड़ा-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस ने खड़ी हुई
मालगाड़ी को तेज रफ्तार से टक्कर मारी जिसके बाद उसके कुछ डिब्बे पटरी से उतर कर दूसरे ट्रैक पर जा पहुंचे और वो डिब्बे यशवंतपुर- हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन से टकरा गए और उस ट्रेन के भी 2 डिब्बे पटरी से उतर गए. इस तरह 3 ट्रेन के यात्रियों को जान माल का नुकसान हुआ है.
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