Odisha Train Accident: उड़ीसा के बालासोर बालासोर रेल हादसे के में 292 यात्रियों की मौत हो गई थी.जिसके बाद मारे गए यात्रियों के परिजनों को शव सौंपे जा रहे हैं.लेकिन रेलवे की चिंता अब बढ़ती जा रही हैं क्योंकि अभी तक 3 दर्जन से अधिक शवों को कोई वारिश उन्हें लेने के लिए सामने नहीं आ रहा.बता दें हाल ही में CBI ने बड़ा एक्शन लेते हुए 3 अधिकारियों को गिरफ्तार किया था.जबकि रेलवे ने 7 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है.
अभी तक नहीं हुई 41 शवों की पहचान
हादसे के 51 दिन बाद भी अभी तक ट्रेन दुर्घटना में मारे गए 41 शवों की पहचान नहीं हो पाई है और उनके कोई भी परिजन शवों को लेने के लिए नहीं आए हैं. रेलवे ने कहा है कि शवों से परिजनों का डीएनए मिलान करने के बाद अभी तक 41 शवों को छोड़कर सारे शवों की पहचान हो चुकी है और यह प्रक्रिया चलती रहेगी, लावारिस शवों के परिजनों के आने का इंतजार किया जाएगा.
7 कर्मचारियों का किया गया था निलंबन
अब तक रेलवे ने जिन 7 कर्मचारियों पर निलंबन कार्रवाई की है उनमें उस दिन ड्यूटी पर तैनात बालासोर रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर,यातायात निरीक्षक, सहायक मंडल सिंगल और दूरसंचार इंजीनियर के साथ सिंगल तकनीशियन शामिल हैं.
दुर्घटना को टाला जा सकता था -जनरल मैनेजर
एसईआर के जनरल मैनेजर अनिल कुमार मिश्रा ने इस कार्रवाई के बारे में बताते हुए कहा कि हाल ही में सीबीआई द्वारा जिन तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था उन्हें पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है. अब इसी क्रम में अन्य चार कर्मचारियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है. मिश्रा ने कहा कि सतर्कता ना बरतने के वजह से उन्हें सस्पेंड किया गया है अगर वह सावधान होते तो इस दुर्घटना को टाला जा सकता था.
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